सपा अध्यक्ष ने कहा, जिन्हें पार्टी छोड़कर जाना हैं वे बिना कोई बहाना बनाए जा सकते हैं ताकि पता चले कि बुरे वक़्त में कौन साथ है.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के तीन विधान परिषद सदस्यों के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने पर सोमवार को कहा कि जिन साथियों को जाना हो, वह बिना कोई बहाना बनाए जा सकते हैं.
अखिलेश ने पार्टी राज्य मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान हाल ही में सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधान परिषद सदस्य बुक्कल नवाब और डॉ. सरोजिनी अग्रवाल का संदर्भ देते हुए कहा, ‘लोग बहाना कर रहे हैं कि सपा में उनका दम घुट रहा था. पार्टी का वातावरण ख़राब हो गया है. मैं कहता हूं कि ये सब बातें पार्टी से जाने के बहाने ना हों तभी अच्छा है. कोई मजबूत बहाना ढूंढें.’
उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी चल रही है. बड़ी संख्या में महिलाएं, नौजवान, किसान लोग पार्टी के सदस्य बने हैं. हम तो इस समय यही कह सकते हैं कि जिन साथियों को जाना है, वह कोई बहाना न बनाएं… बस चले जाएं. कम से कम हमें यह तो पता लगे कि बुरे वक़्त में कितने लोग हमारे साथ हैं.
अखिलेश ने बुक्कल नवाब का जिक्र करते हुए कहा कि अभी एक महीने पहले ही उन्होंने ईद पर उनके यहां बहुत मीठी सेवई खाई थी. उस वक़्त नवाब ने बताया नहीं कि वह पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. पता लगा है कि कुछ ज़मीनों का मामला था, इसलिये कागज़ को लेकर उन पर कुछ दबाव बनाया गया है.
उन्होंने तंज भरे लहज़े में कहा, ‘भाजपा के लोग अच्छा काम कर रहे हैं. जब उनसे कोई दूर रहता है तो भूमाफिया होता है, लेकिन जब उनसे जुड़ जाता है तो समझ लो कितना शरीफ़, ईमानदार और पवित्र आदमी हो जाता है.
मेरठ में मुलायम सिंह यादव मेडिकल कॉलेज संचालित करने वाली डॉ. सरोजिनी अग्रवाल का नाम लिए बग़ैर अखिलेश ने कहा, ‘मेरठ वाला मामला मुझे पता नहीं है. हो सकता है कि उनका भी ज़मीन का मामला हो.
मालूम हो कि सपा के विधान परिषद सदस्य बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह और डॉ. सरोजिनी अग्रवाल पिछले दिनों सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए. इन तीनों ने सपा में दम घुटने के कारण पार्टी छोड़ने की बात कही थी. इनमें से बुक्कल नवाब पर अवैध निर्माण कराने के आरोप हैं.
गलत बयानबाज़ी के बजाय अपनी पार्टी की चिंता करें अखिलेश: खन्ना
बरेली: उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने इन दिनों भाजपा पर हमलावर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा है कि विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त पाए अखिलेश को अपनी पार्टी की चिंता करनी चाहिए.
खन्ना ने रविवार रात यहां संवाददाताओं से बातचीत में अखिलेश द्वारा विभिन्न मुद्दों को लेकर भाजपा की आलोचना किए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि सपा अध्यक्ष गलत बयानबाज़ी करने के बजाय अपनी पार्टी की चिंता करें. भाजपा काम और लोकतंत्र में विश्वास रखती है और यह संगठन से चलती है.
उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के ख़िलाफ़ गलत प्रचार कर सियासी फायदा लेना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘उनके पास और कोई काम नहीं है. अखिलेश को वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में 224 सीटें विरासत में मिली थीं, उन्हें भी वह नहीं संभाल पाए और पिछले चुनाव में महज 47 सीटों पर ही आ टिके. जनता ने जो आइना उन्हें दिखाया है, उससे वह सीख लें.’
अखिलेश इन दिनों अपने विभिन्न कार्यक्रमों में किसानों की क़र्ज़ माफी तथा कानून-व्यवस्था समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रदेश की योगी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं. इसके लिए वह सोशल मीडिया पर भी खासे सक्रिय हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)