केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात से कार्य योजना के मुताबिक बर्ड फ्लू पर रोकथाम के लिए कहा है. ख़तरे के बीच दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में 200 से अधिक पक्षियों की मौत हो गई है. इनमें से अधिकांश कौए हैं. मौत के कारणों की जांच के लिए उनके नमूनों को प्रयोगशालाओं में भेजा गया है.
नई दिल्ली: देश में बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों के बीच छह राज्यों से इसकी पुष्टि हो चुकी है. इस बीच हरियाणा सरकार पंचकूला के कुछ पॉल्ट्री नमूनों के एवियन फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद 1.60 लाख से अधिक पक्षियों को मारने की योजना बना रही है.
केंद्र सरकार ने कहा कि अब तक केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात में बर्ड फ्लू की दस्तक की पुष्टि हुई है. केंद्र ने इन छह राज्यों से कार्ययोजना के मुताबिक एवियन इन्फ्लुएंजा पर रोकथाम के लिए कहा है.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘पता चला है कि केरल के दोनों प्रभावित जिलों में पक्षियों को मारने की प्रक्रिया पूरी हो गई है.’
बयान में कहा गया है कि एवियन इन्फ्लुएंजा (एआई) से अब तक अप्रभावित राज्यों से पक्षियों की असामान्य तरीके से मौत की घटना पर नजर रखने का तथा तत्काल इसकी सूचना देने का अनुरोध किया गया है ताकि यथासंभव त्वरित समय में जरूरी कदम उठाये जा सकें.
केरल, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के दौरे के लिए केंद्रीय दलों को तैनात किया गया है.
सरकार ने कहा कि हरियाणा में पंचकूला जिले के दो पॉल्ट्री फॉर्म में एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि हुई है. गुजरात के जूनागढ़ जिले में प्रवासी पक्षियों और राजस्थान के सवाई माधोपुर, पाली, जैसलमेर तथा मोहर जिलों में कौवों के नमूनों में संक्रमण का पता चला है.
पशुपालन विभाग ने प्रभावित राज्यों को एवियन इन्फ्लुएंजा पर कार्ययोजना के अनुसार बीमारी पर रोकथाम का सुझाव दिया है.
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने शुक्रवार को कहा कि पंचकूला के कुछ पॉल्ट्री नमूनों के एवियन फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और इसके बाद वहां पांच पोल्ट्री फार्मों में 1.60 लाख से अधिक पक्षियों को मारा जाएगा.
बर्ड फ्लू को लेकर सरकार सतर्क, विभाग की टीम कार्यरत pic.twitter.com/0yIxGBku6q
— Jai Parkash Dalal (@JPDALALBJP) January 9, 2021
दलाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘पंचकूला के रायपुरी रानी ब्लॉक में सिद्धार्थ पॉल्ट्री फार्म के पांच नमूने जांच में एवियन फ्लू के ‘एच5एन8’ स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए. यह इंफ्लूएंजा वायरस है.’
उन्होंने कहा कि इसी तरह पंचकूला के नेचर पॉल्ट्री फार्म के कुछ पछियों के नमूनों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई. ये नमूने भोपाल की प्रयोगशाला में भेजे गए थे और उनकी रिपोर्ट अब आ चुकी है.
मंत्री ने कहा कि केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार जिस किसी फार्म के पक्षी संक्रमित पाए जाते हैं, उसके एक किलोमीटर के दायरे में फार्मों के पॉल्ट्री पक्षियों को मार दिया जाना है. उसके अनुसार पंचकूला में पांच पॉल्ट्री फार्मों के करीब 1.66 लाख पक्षियों को मारना पड़ेगा.
दलाल ने कहा कि इन पॉल्ट्री फार्मों के कर्मचारियों को भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांचा जाएगा और उन्हें वायरस निरोधक दवा दी जाएगी.
उल्लेखनीय है कि पंचकूला के कुछ फार्मों पर पिछले कुछ दिनों में चार लाख से अधिक पक्षी मर चुके हैं.
राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में अब तक 2,166 पक्षियों की मौत की खबर है. राज्य की राजधानी समेत 11 जिलों में बर्ड फ्लू के मामले आए हैं.
एक सरकारी बयान में कहा गया है, ‘दिल्ली के हस्तसाल विलेज के डीडीए पार्क में भी 16 पक्षियों की आकस्मिक मौत होने की खबर मिली है. दिल्ली के पशुधन विभाग ने ऐहतियाती कदम उठाते हुए नमूनों को राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (आईसीएआर-NIHSAD) भेज दिया है और जांच रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है.’
सरकार ने कहा कि पॉल्ट्री किसानों और आम लोगों (अंडे और चिकन के उपभोक्ताओं) के बीच बीमारी को लेकर जागरूकता बहुत महत्वपूर्ण है.
बयान में कहा गया है, ‘चिकन और अंडों के सेवन को लेकर भरोसा पैदा करने से संबंधित पशुधन एवं डेयरी विभाग के सचिव का संप्रेषण स्वास्थ्य मंत्रालय को भेज दिया गया है.’
बयान में कहा गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय से इस संबंध में पर्याप्त परामर्श जारी करने का अनुरोध किया गया है, ताकि अफवाहों को लगाम लगाकर लोगो के बीच अंडों और चिकन के सेवन के प्रति भरोसा कायम किया जा सके.
बयान में कहा गया है , ‘इसके अलावा, राज्यों से उन पॉल्ट्री या पॉल्ट्री उत्पादों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का अनुरोध किया गया है जिन्हें उबाल कर या पका कर खाना सुरक्षित है. केंद्र सरकार ने इस मामले में सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया है.’
वहीं, छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में चार कौवे मृत मिले हैं.
बालोद के जिलाधिकारी जन्मेजय महोबे ने शुक्रवार को बताया कि जिला मुख्यालय से लगभग 13 किलोमीटर दूर पोंडी गांव में अचानक कौवों की मौत होने की जानकारी मिली है. इस घटना के बाद क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग तथा मुर्गी पालकों को सतर्क कर दिया गया है.
महोबे ने बताया कि पक्षियों के कंकालों को एकत्र कर भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (आईसीएआर-NIHSAD) भेजा गया है और जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि कौवों की मौत बर्ड फ्लू से हुई है या नहीं.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार बर्ड फ्लू से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क है और पोग बांध के आसपास के क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है, जहां अब तक 3,400 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है.
धर्मशाला स्थित कैबिनेट सभागार में ठाकुर ने बर्ड फ्लू की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जिला प्रशासन, पशुपालन और वन्यजीव विभाग इसके प्रसार को फैलने से रोकने के लिए काम करें.
ठाकुर ने कहा कि पोंग बांध के आसपास के क्षेत्रों की पूरी निगरानी सुनिश्चित की जा रही है और त्वरित प्रतिक्रिया टीमें भी बनाई गई हैं.
उन्होंने कहा, ‘कांगड़ा जिले के पोंग बांध क्षेत्र में बर्ड फ्लू के कारण अब तक 3,410 प्रवासी पक्षियों की मौत हो चुकी है और इन पक्षियों को पूरे प्रोटोकॉल के साथ दफनाया जा रहा है, ताकि किसी भी स्तर पर संक्रमण का खतरा न हो.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुपालन विभाग और वन्यजीव विभाग की 65 टीमें पोंग बांध के आसपास के क्षेत्रों की निगरानी कर रही हैं.
उन्होंने कहा, ‘बर्ड फ्लू की गंभीरता को देखते हुए पशुपालन विभाग द्वारा पोल्ट्री के नमूने भी जांच के लिए रिजनल डिजीज डायग्नोस्टिक लैबोरेट्री (आरडीडीएल) जालंधर भेजे गए हैं. बर्ड फ्लू के बारे में लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है और विभागीय अधिकारियों को भी इसके लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए.’
गुजरात के जूनागढ़ जिले में दो मृत पक्षियों के नमूनों में बर्ड फ्लू संक्रमण की शुक्रवार को पुष्टि हुई. राज्य में पहली बार संक्रमण के मामलों की पुष्टि हुई है.
जूनागढ़ के पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. डीडी पनेरा ने कहा कि जिले की माणावदर तहसील के खारो बांध के निकट एक इलाके से तीन जनवरी को दो टिटहरियों को बचाया गया था, लेकिन बाद में बीमारी के कारण उनकी मौत हो गई.
पंजाब सरकार ने 15 जनवरी तक तत्काल प्रभाव से अन्य राज्यों से कुक्कुट पक्षियों के आयात पर रोक लगा दी है.
दिल्ली में 200 कौओं की मौत, नमूनों को जांच के लिए भेजा गया
देश में ‘बर्ड फ्लू’ के खतरे के बीच दिल्ली के मयूर बिहार सेंट्रल पार्क में पिछले कुछ दिनों में कम से कम 200 कौओं की मौत हो गई है और जांच के लिए उनके नमूनों को प्रयोगशालाओं में भेजा गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
इससे पहले पशुपालन विभाग के एक अधिकारी ने कहा था कि पिछले तीन से चार दिनों में दिल्ली के तीन क्षेत्रों (द्वारका, मयूर विहार फेज-3 और पश्चिम दिल्ली के हस्तसाल गांव में) में लगभग 50 पक्षियों की मौत हुई है, जिनमें ज्यादातर कौवे हैं.
विभाग के डॉ. राकेश सिंह ने कहा, ‘हमें द्वारका और मयूर विहार फेज-तीन तथा पश्चिमी दिल्ली के हस्तसाल गांव से कौओं की मौत की सूचना मिली है.’
सिंह ने कहा, ‘लेकिन अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि क्या ये मौतें ‘बर्ड फ्लू’ संक्रमण से हुई हैं.’
मयूर विहार सेंट्रल पार्क के कार्यवाहक टिंकू चौधरी ने एएनआई को बताया, ‘यहां अब तक लगभग 200 कौओं की यहां मौत हो चुकी है. हमने इसे आगंतुकों के लिए बंद कर दिया है. कल अधिकारियों द्वारा कौओं के नमूने लिए गए और उन्हें परीक्षण के लिए जालंधर भेजा गया.’
Nearly 200 crows have died here till now.Sanitastion drives are being carried out & we've shut it for visitors. Bodies of five crows were taken away by officials yesterday & they've been sent to Jalandhar for testing: Tinku Choudhury, caretaker,Central Park in Mayur Vihar. #Delhi pic.twitter.com/Sru7Nm2NIC
— ANI (@ANI) January 9, 2021
एक बयान में कहा गया, ‘उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के निर्देश पर मयूर विहार फेज तीन के सेंट्रल पार्क में त्वरित प्रतिक्रिया टीम को भेजा गया.’
बयान में कहा गया, पार्क में 17 कौवें मृत पाए गए और चार नमूने एकत्र किए गए. शेष मृत पक्षियों को जमीन के अंदर गहराई में दफना दिया गया.’
डीडीए पार्क, द्वारका में दो कौवे मृत पाए गए और एक नमूना वहां से एकत्र किया गया. बयान में कहा गया कि एकत्रित नमूनों को शनिवार को राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (आईसीएआर, भोपाल) भेजा जाएगा.
सिसोदिया ने मुर्गी बाजारों, जलाशयों, चिड़िया घरों और अन्य संभावित जगहों पर नजर रखने को कहा है. इनमें गाजीपुर मछली और मुर्गी बाजार, शक्ति स्थल झील, संजय झील, भलस्वा झील, दिल्ली चिड़िया घर और डीडीए के पार्कों में बने छोटे-छोटे तालाब शामिल हैं.
इस बीच पूर्वी दिल्ली की संजय झील में शनिवार को 10 बत्तक मरे हुए पाए गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि कि झील को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है.
पशुपालन विभाग के डॉक्टर राकेश सिंह ने बताया, ‘हमें संजय झील में 10 बत्तक मृत मिले हैं, जिनके नमूनों को जांच के लिये प्रयोगशाला भेज दिया गया है.’
महाराष्ट्र: परभणी के पॉल्ट्री फॉर्म में 900 मुर्गियों की मौत
औरंगाबाद: महाराष्ट्र के परभणी जिले के मुरुम्बा गांव स्थित पॉल्ट्री फार्म में 900 मुर्गियों की मौत हो गई है.
परभणी के जिलाधिकारी दीपक मुलगीकर ने बताया कि मौत की वास्तविक वजह जानने के लिए नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है.
उन्होंने बताया, ‘दो दिनों में मराठवाड़ा इलाके के मुरुम्बा गांव में 900 मुर्गियां मरी हैं. हमने मरी हुई मुर्गियों के नमूनों को जांच के लिए भेजा है.’
उन्होंने बताया कि जिस पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की मौत हुई है उसे स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) चलाता है.
मुलगीकर ने बताया, ‘इस पोल्ट्री फार्म में करीब आठ हजार मुर्गियां हैं. 900 मुर्गियों की मौत दो दिनों में हुई है. पिछले 24 घंटे में एक भी मुर्गी की मौत दर्ज नहीं की गई है.’
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रथमदृष्टया मुर्गियों की मौत की वजह भोजन से संबंधित लगती है लेकिन जांच नतीजों का इंतजार है.
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में अबतक बर्ड फ्लू का एक भी मामला सामने नहीं आया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)