बर्ड फ्लू के ख़तरे के मद्देनज़र दिल्ली में जीवित पक्षियों के आयात पर रोक लगा दी गई है. साथ ही गाजीपुर मुर्गा बाज़ार अगले 10 दिन तक बंद कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश में कानपुर के चिड़ियाघर और ज़िले की चिकन तथा अंडे की सभी दुकानों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है.
नई दिल्ली/भोपाल/लखनऊ/शिमला: केंद्र सरकार ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है जिसके साथ ही अब इस बीमारी से संबंधित राज्यों की संख्या सात हो गई है.
केंद्र ने कहा कि दिल्ली, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में मृत पक्षियों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं जिनकी रिपोर्ट आने के बाद ही वहां बर्ड फ्लू होने या न होने संबंधी कोई पुष्टि हो पाएगी.
जिन राज्यों में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि हुई है, उनमें उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात हैं.
बता दें कि इससे पहले शनिवार को महाराष्ट्र के एक कुक्कुट (मुर्गा) पालन केंद्र में 900 पक्षियों सहित पूरे भारत में 1,200 से अधिक पक्षी मृत मिले थे.
विभिन्न राज्यों में बर्ड फ्लू की दस्तक के बीच कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में चिकन की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधारक ने बताया कि कर्नाटक में बर्ड फ्लू का कोई केस अब तक नहीं पाया गया है.
Karnataka: Sale of chicken falls in Bengaluru amid the ongoing fear of bird flu outbreak.
"The fear of bird flu has brought our business down to 30%," says a vendor.
State's Health Minister Dr K Sudhakar says, "There is no case of bird flu in Karnataka." pic.twitter.com/OuymZ6IhO4
— ANI (@ANI) January 10, 2021
दिल्ली में जीवित पक्षियों के आयात पर रोक
इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि बर्ड फ्लू की दहशत के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में जीवित पक्षियों के आयात पर रोक लगा दी गई है तथा गाजीपुर कुक्कुट बाजार अगले 10 दिन तक बंद रहेगा.
यह उल्लेख करते हुए कि दिल्ली में अभी तक एवियन इन्फ्लुएंजा या बर्ड फ्लू का कोई पुष्ट मामला नहीं है, केजरीवाल ने कहा कि नमूने जालंधर स्थित प्रयोगशाला भेजे गए हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि लोगों की मदद के लिए 24 घंटे काम करने वाली एक हेल्पलाइन शुरू की गई है.
मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘दिल्ली में अब तक बर्ड फ्लू का कोई पुष्ट मामला नहीं है. हमने लगभग 104 नमूने जालंधर स्थित प्रयोगशाला भेजे हैं जिनकी रिपोर्ट परसों (सोमवार) आएगी. दिल्ली सरकार रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक निर्णय करेगी.’
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बर्ड फ्लू के प्रसार को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर कई कदम उठाए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में जीवित पक्षियों का आयात आज (शनिवार) से पूरी तरह प्रतिबंधित किया जा रहा है. गाजीपुर कुक्कुट बाजार अगले 10 दिन तक बंद रहेगा.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार बर्ड फ्लू के संबंध में केंद्र द्वारा जारी किए गए सभी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन कर रही है.
उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में उचित निगरानी तथा प्रसार को रोकने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया टीमों का गठन किया गया है, जो जिलाधिकारियों के तहत काम करेंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पशु विभाग के अधिकारी दिल्ली के सभी पक्षी बाजारों, वन्यजीव प्रतिष्ठानों तथा जलाशयों पर उचित निगरानी रख रहे हैं.
केजरीवाल ने कहा, ‘टीम गाजीपुर कुक्कुट बाजार, शक्ति स्थल झील, भलस्वा झील, संजय झील, दिल्ली चिड़ियाघर, हौजखास गांव, पश्चिम विहार और द्वारका स्थित डीडीए पार्कों पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं.’
उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली से पक्षियों के मरने की खबरें भी आ रही हैं और संबंधित जिलों की त्वरित प्रतिक्रिया टीम स्थिति पर पर्याप्त निगरानी रख रही हैं.
अधिकारियों ने कहा कि दक्षिणी दिल्ली के जसौला में एक जिला पार्क में पिछले तीन दिन में कम से कम 24 कौए मृत मिले हैं तथा प्रसिद्ध संजय झील में 10 बत्तखों की मौत हो गई है.
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के एक अधिकारी ने कहा कि पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने मृत बत्तखों के नमूने जांच के लिए भेज दिए हैं, ताकि उनकी मौत के कारण का पता चल सके.
उन्होंने कहा कि कौओं की मौत के बारे में डीडीए ने दिल्ली सरकार के वन विभाग को सूचना दे दी है.
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में एहतियात के तौर पर संजय झील सहित चार मनोरंजन पार्कों को बंद कर दिया गया है क्योंकि वहां पिछले कुछ दिनों में अनेक पक्षी मृत मिले हैं.
उत्तर प्रदेश: कानपुर में अलर्ट जारी
उत्तर प्रदेश के कानपुर के चिड़ियाघर में मरे कुछ परिंदों में बर्ड फ्लू वायरस पाए जाने के बाद यहां अलर्ट जारी इसे अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. जिलाधिकारी ने इसकी जानकारी दी.
जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने रविवार को बताया कि चिड़ियाघर में कुछ मरे हुए परिंदों में बर्ड फ्लू का वायरस पाए जाने के बाद जिले में अलर्ट घोषित कर दिया गया है और चिड़ियाघर के एक किलोमीटर के दायरे को संक्रमण जोन घोषित किया गया है तथा इस सीमा के अंदर सभी कुक्कुट फार्म पर अभियान चलाकर संक्रमण के संदेह में आने वाली मुर्गी-मुर्गों को नष्ट किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेशः कानपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद चिड़ियाघर को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। pic.twitter.com/AzRmU3kz3G
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2021
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने जिले की चिकन तथा अंडे की सभी दुकानों को अगले आदेश तक बंद रखने के लिए कहा है. साथ ही मुर्गे-मुर्गियों तथा गैर-प्रसंस्कृत कुक्कुट मांस की खेप के कानपुर जिले की सीमा में दाखिले पर एहतियातन पाबंदी लगा दी गई है.
जिलाधिकारी ने बताया कि कानपुर चिड़ियाघर के 10 किलोमीटर के दायरे की अनिश्चितकाल तक घेराबंदी करने का फैसला किया गया है.
तिवारी ने बताया कि बर्ड फ्लू के लिए भी बचाव का वही प्रोटोकॉल लागू किया गया है जो कोविड-19 के लिए है.
अपर जिला अधिकारी (नगर) अतुल कुमार ने बताया कि बर्ड फ्लू को और अधिक फैलने से रोकने के लिए जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. चिकन की दुकानों की जांच के लिए टीमें गठित की गई हैं. नष्ट किए जाने वाले परिंदों के निस्तारण के लिए समुचित इंतजाम किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने मुर्गे-मुर्गियों तथा जंगली एवं प्रवासी पक्षियों में असामान्य तौर पर बीमारी फैलने या उनकी मौत होने की घटनाओं पर कड़ी नजर रखने के लिए एक परामर्श जारी किया है.
गौरतलब है कि गत छह जनवरी को कानपुर चिड़ियाघर में कुछ परिंदे मृत पाए गए थे. भोपाल स्थित हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज लेबोरेटरी की जांच में उनमें बर्ड फ्लू वायरस पाया गया था. उसके बाद से कानपुर चिड़ियाघर को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है.
मध्य प्रदेश में कौओं पर मंडरा रहा सबसे बड़ा खतरा
मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू का प्रकोप कौओं के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है और पखवाड़े भर के भीतर राज्य में इस प्रजाति के करीब 700 पक्षी मरे पाए गए हैं.
राज्य के पशुपालन विभाग के एक आला अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.
विशेषज्ञों का मानना है कि मरे पक्षियों का मांस खाने और समूह में रहने की प्रवृत्ति कौओं को बर्ड फ्लू का अपेक्षाकृत तेजी से शिकार बना रही है.
राज्य के पशुपालन विभाग के संचालक डॉ. आर के रोकड़े ने कहा, ‘प्रदेश में 26 दिसंबर से लेकर अब तक अलग-अलग जिलों में कुल मिलाकर करीब 700 कौए मृत पाए गए हैं. अब तक मिली जांच रिपोर्टों से स्पष्ट है कि बर्ड फ्लू के वायरस से अन्य पक्षी प्रजातियों के मुकाबले कौए ज्यादा संक्रमित हुए हैं.’
रोकड़े ने बताया कि इंदौर, मंदसौर और आगर मालवा राज्य के उन जिलों में शामिल हैं जहां पखवाड़े भर के भीतर बड़ी तादाद में कौए मरे पाए गए हैं.
उन्होंने यह भी कहा, ‘माना जा रहा है कि बर्ड फ्लू का वायरस प्रवासी पक्षियों के जरिये भारत में आया है. हमने राज्य के कुछ स्थानों से इन मेहमान परिदों की बीट के नमूने लेकर बर्ड फ्लू की जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे हैं और इनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.’
राज्य सरकार के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बर्ड फ्लू के प्रकोप के बीच राज्य में पिछले 15 दिनों के भीतर कौओं के साथ ही कुछ संख्या में बगुले, कबूतर, कोयल और अन्य घरेलू प्रजातियों के कुल 1,100 पक्षी मृत मिले हैं. मुर्गे-मुर्गियों में भी इस संक्रामक बीमारी का वायरस मिला है.
अधिकारी ने बताया कि राज्य में बर्ड फ्लू की आहट गत 29 दिसंबर को सुनाई पड़ी थी, जब इंदौर के रेसीडेंसी क्षेत्र में मरे पाए गए कौओं में इस रोग का वायरस मिलने की आधिकारिक पुष्टि की गई थी.
इस बीच, पक्षी विशेषज्ञ अजय गड़ीकर ने भी कहा कि राज्य में बर्ड फ्लू का खतरा कौओं पर सबसे ज्यादा है.
उन्होंने कहा, ‘कौआ, पक्षियों की उन प्रजातियों में शामिल है जो मरे परिंदों और अन्य मृत प्राणियों का मांस खाते हैं. चूंकि कौए समूह में रहते हैं. इसलिए उनमें बर्ड फ्लू का वायरस तेजी से फैलता चला गया.’
उन्होंने यह भी बताया कि हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू से ‘बार हेडेड गीज’ नाम के प्रवासी परिंदों की बड़ी तादाद में मौत हुई है और ठंड के इस मौसम में मध्य प्रदेश के इंदौर, भोपाल, शिवपुरी, राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य तथा अन्य स्थानों पर भी ये मेहमान परिंदे देखे जा सकते हैं.
उन्होंने सुझाया कि बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए मध्य प्रदेश सरकार को ‘बार हेडेड गीज’ पर खास निगरानी रखनी चाहिए और इनके ज्यादा से ज्यादा नमूनों की जांच की जानी चाहिए.
राजस्थान में 2.5 हजार से अधिक पक्षियों की मौत
वहीं, राजस्थान में शनिवार को 350 से अधिक पक्षियों के मरने की खबर मिली, जिससे राज्य में मृत पक्षियों की संख्या 2,512 हो गई है.
इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि शनिवार को 356 पक्षियों के मरने की खबर मिली जिनमें से 257 कौए, 29 कबूतर, 16 मोर और 54 अन्य पक्षी शामिल हैं.
गुजरात में सर्वेक्षण जांच जारी
गुजरात में बर्ड फ्लू के पहले मामले की पुष्टि के बाद राज्य के जूनागढ़ जिले की मंग्रोल तालुका स्थित एक गांव में चार कौओं के मृत मिलने से इस बीमारी को लेकर दहशत और बढ़ गई है.
राज्य में शुक्रवार को बर्ड फ्लू के पहले मामले की तब पुष्ट हुई जब दो मृत टिटहरियों में से एक के नमूने में संबंधित विषाणु का संक्रमण पाया गया.
जूनागढ़ के मंग्रोल पशु चिकित्सा औषधालय के अधिकारी अशोक कुंभानी ने कहा, ‘हमें शुक्रवार की शाम लोएज गांव में चार कौए मृत मिले. उनकी मृत्यु का कारण जानने के लिए नमूने भोपाल स्थित प्रयोगशाला भेजे जाएंगे.’
अधिकारी ने कहा कि संबंधित क्षेत्र में मिले 10 पक्षियों में से चार मृत थे और छह अन्य का उपचार चल रहा है.
उन्होंने कहा कि विभाग इस क्षेत्र का सर्वेक्षण कर रहा है और जांच जारी है.
वहीं, एक अन्य अधिकारी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में सूरत और मेहसाणा जिलों में मृत मिले चार कौओं के नमूनों की जांच रिपोर्ट का इंतजार है.
उत्तराखंड में पांच कौए मृत मिले
उत्तराखंड में पौड़ी गढ़वाल जिले के सिताबपुर इलाके में एक नाले में पांच कौए मृत मिले. पशु चिकित्सा अधिकारी बीएम गुप्ता ने शनिवार को बताया कि मृत पक्षियों के नमूने जांच के लिए भोपाल स्थित प्रयोगशाला भेजे गए हैं.
पांच कौओं की मौत के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है और उसने लोगों से कहा है कि वे किसी पक्षी की मौत होने पर प्राधिकारियों को तत्काल सूचित करें.
पौड़ी में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एसके बर्तवाल ने कहा कि पक्षियों की मौत के मामलों पर नजर रखने और नमूनों की जांच के लिए जिला स्तर पर एक चिकित्सक और चार स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के नेतृत्व वाला दल बनाया गया है.
हरियाणा में पक्षियों को मारने का सिलसिला जारी
बर्ड फ्लू की दहशत के चलते हरियाणा के पंचकूला जिले में पांच कुक्कुट पालन केंद्रों में शनिवार को 1.60 लाख से अधिक कुक्कुट पक्षियों को मारने का काम शुरू कर दिया गया.
यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि पंचकूला के खेड़ी और गनौली गांवों में दो कुक्कुट पालन केंद्रों में शुक्रवार को कुछ पक्षियों के नमूनों में एवियन फ्लू का एच5एन8 विषाणु पाया गया.
पंचकूला के उपायुक्त एमके आहूजा ने कहा कि राज्य के पशुपालन विभाग ने आज कुक्कुट पक्षियों को मारने की प्रक्रिया शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि अभियान को पूरा होने में दो-तीन दिन लगेंगे.
उपायुक्त ने बताया कि राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल की टीम अगले सप्ताह पंचकूला का दौरा करेगी.
हरियाणा के पशुपलान मंत्री जेपी दलाल ने शुक्रवार को कहा था कि पांच कुक्कुट पालन केंद्रों में 1,66,128 पक्षियों को मारा जाएगा तथा उन्हें केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार दफनाया जाएगा.
कुक्कुट पालन केंद्रों के मालिकों को 90 रुपये प्रति पक्षी के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि पिछले महीने पंचकूला में कुक्कुट पालन केंद्रों में लगभग चार लाख पक्षियों की मौत हो चुकी है.
हिमाचल प्रदेश: शिमला स्थित हिमालयन एविएरी को बंद करने का आदेश
हिमाचल प्रदेश वन विभाग के वन्यजीव विंग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शिमला में स्थित हिमालयन एविएरी (चिड़ियाघर) को बंद करने का आदेश दे दिया है.
आउटलुक की रिपोर्ट के अनुसार, वन विभाग ने राज्य भर में स्थित आधा दर्जन चिड़ियाघरों में कर्मचारियों को उनकी सुविधाओं के लिए पक्षियों के बाड़ों के पास सार्वजनिक आवाजाही को प्रतिबंधित करने के आदेश भी जारी किए हैं
प्रधान वन संरक्षक (वन्यजीव) और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डॉ. अर्चना शर्मा ने आउटलुक को बताया कि एहतियात के तौर पर अगले कुछ दिनों तक बंद रहेगा, क्योंकि नियमित रूप से बहुत सारे पर्यटक चिड़ियाघर आते हैं.
शिमला के डीएफओ (वन्यजीव) कृष्ण लाल ने कहा कि बर्ड फ्लू की वजह से सोमवार से एविएरी बंद रहेगी.
हिमाचल में वन्यजीवों पर बर्ड फ्लू का भारी असर पड़ा है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पौंग डैम वेटलैंड साइट पर लगभग 4,020 प्रवासी पक्षी बीमारी का शिकार हो चुके हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)