10वीं और 12वीं कक्षा के लिए 18 जनवरी से स्कूलों को खोलने की अनुमति

शिक्षा निदेशालय ने कहा है कि सरकारी, सहायता प्राप्त और ग़ैर सहायता प्राप्त स्कूलों के प्रमुख सिर्फ़ 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को विद्यालय बुला सकते हैं. कक्षा 10वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा 1 अप्रैल से 15 अप्रैल, 2021 तक और कक्षा 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा 3 मार्च से 15 अप्रैल, 2021 तक आयोजित की जाएगी.

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(फोटोः पीटीआई)

शिक्षा निदेशालय ने कहा है कि सरकारी, सहायता प्राप्त और ग़ैर सहायता प्राप्त स्कूलों के प्रमुख सिर्फ़ 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को विद्यालय बुला सकते हैं. कक्षा 10वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा 1 अप्रैल से 15 अप्रैल, 2021 तक और कक्षा 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा 3 मार्च से 15 अप्रैल, 2021 तक आयोजित की जाएगी.

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नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए 18 जनवरी से स्कूलों को खोलने की बुधवार को अनुमति दे दी. शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों के मुताबिक, यह निर्णय बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर लिया गया है.

उन्होंने बताया कि विद्यार्थी अपने माता-पिता की सहमति से ही स्कूल आएंगे और स्कूल आना अनिवार्य नहीं होगा. इसके साथ ही स्कूलों को कोविड-19 संबंधी सभी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा.

निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘प्री बोर्ड और प्रयोगात्मक कार्य से संबंधित गतिविधियों के लिए सरकारी, सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त स्कूलों के प्रमुख सिर्फ 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को विद्यालय बुला सकते हैं जो 18 जनवरी 2021 से प्रभावी होगा.’

अधिकारी ने बताया कि स्कूल आने वाले बच्चों का रिकॉर्ड रखा जाएगा और इस रिकॉर्ड का इस्तेमाल उपस्थिति संबंधी उद्देश्य के लिए नहीं किया जाएगा, क्योंकि बच्चों को विद्यालय भेजना अभिभावकों के लिए पूर्णतः वैकल्पिक है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को जारी एक परिपत्र में शिक्षा निदेशालय ने कहा है कि कंटेनमेंट जोन के बाहर के स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दी जाएगी. कंटेनमेंट जोनन के बाहर के छात्रों, टीचर्स और गैर-टीचिंग स्टॉफ को स्कूल परिसर में प्रवेश कर सकते हैं. कोई शारीरिक गतिविधियां या प्रोग्राम आयोजित नहीं की जाएगी.

स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे स्कूल के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग और हाथों की सफाई अनिवार्य करें; प्रवेश और निकलते समय भीड़ से बचने के लिए कम से कम 15 मिनट के अंतराल रखें, इसके अलावा छात्र किताबें, नोटबुक और स्टेशनरी आइटम आपस में साझा नहीं कर सकेंगे.

स्कूलों को सरकार द्वारा पहले से जारी किए गए अन्य कोविड-19 दिशानिर्देशों के अलावा सामाजिक सुरक्षा मानदंडों को बनाए रखना होगा और स्वच्छता बनाए रखना होगा.

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, जो शिक्षा विभाग भी संभालते हैं, ने कहा कि सरकार स्कूलों को फिर से खोलने की योजना बना रही है, क्योंकि कोविड-19 टीका सभी फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के टीकाकरण के बाद आम जनता के लिए उपलब्ध हो जाएगी.

मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली में सीबीएसई परीक्षाओं व प्रैक्टिकल के मद्देनजर 10वीं और 12वीं क्लास के लिए 18 जनवरी से प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट, काउंसिलिंग आदि के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दी जा रही है. अभिभावकों की सहमति से ही बच्चों को बुलाया जा सकेगा. बच्चों को आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा.’

परिपत्र के अनुसार, कक्षा 10वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा 1 अप्रैल से 15 अप्रैल, 2021 तक और कक्षा 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा 3 मार्च से 15 अप्रैल, 2021 तक आयोजित की जाएगी.

गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए पिछले साल मार्च में स्कूलों को बंद कर दिया गया था और ये तभी से बंद हैं.

पिछले साल अक्टूबर के बाद कई राज्यों ने आंशिक रूप से स्कूल फिर से खोल दिए थे. हालांकि दिल्ली में पिछले 10 महीने में यह पहली बार है, जब छात्र स्कूल लौटेंगे. विद्यार्थी ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)