स्थानीय समाचार वेबसाइट ‘प्रतिबिंब लाइव’ ने असम सरकार के मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा की बेटी को गले लगाती एक तस्वीर साझा की थी, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. पुलिस ने वेबसाइट के मुख्य संपादक और न्यूज़ एडिटर को गिरफ़्तार करते हुए कहा कि यह फोटो ‘गलत मंशा’ से शेयर की गई थी.
गुवाहाटी: असम के मंत्री हिमंताा बिस्वा शर्मा को ‘बदनाम’ करने की कोशिश के आरोप में पुलिस ने दो पत्रकारों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने कहा कि दोनों आरोपियों ने ‘गलत मंशा’ से मंत्री और उनकी बेटी की एक तस्वीर साझा की थी.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जीपी सिंह ने बताया कि स्थानीय समाचार वेबसाइट ‘प्रतिबिंब लाइव’ के मुख्य संपादक तौफीकुद्दीन अहमद और न्यूज़ एडिटर इकबाल को साजिश की जांच के सिलसिले में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया.
उन्होंने कहा कि पुलिस यौन अपराध से बच्चों की सुरक्षा (पॉक्सो) अधिनियम के सख्त प्रावधानों के तहत ऐसे सभी प्रयासों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.
अधिकारी ने कहा कि दोनों पत्रकारों को दिसपुर थाने में दर्ज एक मामले के आधार पर गिरफ्तार किया गया है.
सिंह ने कहा कि ऐसे सभी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने सोशल मीडिया मंचों का उपयोग किसी भी तरह से इस साजिश को आगे बढ़ाने के लिए किया है.
वेबसाइट ने मंत्री के बेटी को गले लगाने की एक तस्वीर साझा की थी. इसके बाद यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.
बाद में वेबसाइट ने इस बात के लिए माफी मांगी कि उसने यह जिक्र नहीं किया था कि फोटो में दिख रही लड़की मंत्री की बेटी है. पुलिस ने कहा कि पोस्ट वायरल करने वालों की पहचान के लिए मामले की जांच की जा रही है.
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, दो अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़े दो लोगों को भी सनसनीखेज टिप्पणी और सामग्री के साथ शेयर करने के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया है. वे बोडोलैंड डिजिटल के पुली मुचाहारी और स्पॉटलाइट असम के नांग नोयोनमोनी गोगोई हैं.
दो पत्रकारों की गिरफ्तारी के बाद शर्मा ने कहा कि उन्हें निशाना बनाने के लिए की गई साजिश से वह स्तब्ध थे.
उन्होंने कहा, ‘मेरी पत्नी ने इस संबंध में पुलिस केस दर्ज कराया है. मुझे आश्चर्य है कि लोग मुझे निशाना बनाने के लिए अपनी साजिशों में इतना नीचे गिर जाएंगे कि अब वे मेरी नाबालिग बेटी के साथ इस तरह से मेरा एक फोटो दिखा रहे हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)