कर्नाटक: पत्थर खदान से जिलेटिन की छड़ें निकालते समय विस्फोट, छह की मौत

घटना पेरसेंड्रा के पास हिरणागवल्ली में हुई. पुलिस के अनुसार, स्थानीय लोगों द्वारा जिलेटिन की छड़ों के अधिक इस्तेमाल की शिकायत किए जाने के बाद पुलिस ने सात फरवरी को यहां उत्खनन रोक दिया था, लेकिन अवैध रूप से यहां काम जारी था.

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कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकबलपुर से विधायक के. सुधाकर घटनास्थल का दौरा किया. (फोटो: टविटर @mla_sudhakar)

घटना पेरसेंड्रा के पास हिरणागवल्ली में हुई. पुलिस के अनुसार, स्थानीय लोगों द्वारा जिलेटिन की छड़ों के अधिक इस्तेमाल की शिकायत किए जाने के बाद पुलिस ने सात फरवरी को यहां उत्खनन रोक दिया था, लेकिन अवैध रूप से यहां काम जारी था.

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकबलपुर से विधायक के. सुधाकर घटनास्थल का दौरा किया. (फोटो: टविटर @mla_sudhakar)
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकबलपुर से विधायक के. सुधाकर घटनास्थल का दौरा किया. (फोटो: टविटर @mla_sudhakar)

चिकबलपुर: पत्थर की एक खदान में जिलेटिन की छड़ों को हटाते समय मंगलवार तड़के हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई.

मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के गृह निवास शिवमोगा में 22 जनवरी को भी एक ऐसे ही हादसे में आठ लोगों की ही मौत हो गई थी.

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकबलपुर से विधायक के. सुधाकर घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि शव बेहद बुरी हालत में थे.

पुलिस के अनुसार, घटना पेरसेंड्रा के पास हिरणागवल्ली में हुई. स्थानीय लोगों द्वारा जिलेटिन की छड़ों के अधिक इस्तेमाल की शिकायत किए जाने के बाद पुलिस ने सात फरवरी को यहां उत्खनन रोक दिया था, लेकिन अवैध रूप से यहां काम जारी था.

कुछ दिन पहले यहां छापा भी मारा गया था और ठेकेदार को जिलेटिन का इस्तेमाल न करने को लेकर चेतावनी दी गई थी.

उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह यह हादसा उस समय हुआ, जब ये लोग जिलेटिन की छड़ें हटाने की कोशिश कर रहे थे.

इस बीच, सुधाकर ने कहा कि गैरकानूनी तरीके से विस्फोटक रखने वाले खदानों के मालिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

उन्होंने कहा, ‘घटना की उच्च स्तरीय जांच चल रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’

इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए ट्वीट किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘कर्नाटक चिकबल्लापुर में हुए हादसे से दुखी हूं. मृतकों के परिवारजनों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना है.’

वहीं, कर्नाटक के खदान और भूविज्ञान मंत्री मुरुगेश निरानी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि सरकार खनन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले विस्फोटकों के अवैध खनन गतिविधियों, परिवहन और भंडारण के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है.

निरानी ने ट्वीट कर कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिवमोगा में हुए दर्दनाक हादसे से उभरने से पहले ही चिकबलपुर में विस्फोट हुआ.’

उन्होंने कहा कि सरकार खनन क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए गहन जांच की जाएगी और इसके लिए जिम्मेदार दोषियों को दंडित किया जाएगा.

निरानी ने आगे कहा कि सरकार मृतक और घायलों के परिजनों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी.

 

उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं और स्थिति का आकलन कर रहे हैं.

इस बीच, कांग्रेस ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भाजपा नेता इस अवैध गतिविधि में उसी तरह शामिल हैं, जिस तरह वे शिवमोगा में शामिल थे.

पार्टी ने ट्वीट किया, ‘शिवमोगा विस्फोट के बाद नींद से उठने की बजाय अवैध उत्खनन तथा विस्फोटकों के इस्तेमाल को खत्म करने के बजाय सरकार ऐसी गतिविधियों के समर्थन में खड़ी है, जिसके कारण जिलेटिन की वजह से एक और विस्फोट हुआ.’

उन्होंने कहा, ‘शिवमोगा की तरह यहां भी भाजपा शामिल थी. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर सीधी तौर पर इसके लिए जिम्मेदार है.’

उल्लेखनीय है कि  आखिरी हफ्ते में शिवमोगा जिले में खनन के लिए ले जाए जा रहे विस्फोटक के ट्रक में धमाका हुआ था, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी.

अधिकारियों ने बताया था कि विस्फोट की तीव्रता इतनी तेज़ थी कि पास के ज़िलों में भी झटके महसूस किए गए थे. मुख्यमंत्री ने इस घटना की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)