यूपी: युवती के उत्पीड़न का आरोपी एसआई गिरफ़्तार, 15 पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज

घटना बस्ती ज़िले की है, जहां एक युवती का आरोप है कि बीते साल मार्च में लॉकडाउन में मास्क न लगाने पर सब-इंस्पेक्टर दीपक सिंह ने उनका नंबर लिया और फिर उन्हें आपत्तिजनक मैसेज भेजकर यौन संबंध बनाने को कहा. इससे इनकार के बाद उनके परिजनों को झूठे मामलों में फंसाकर पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया गया.

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प्रतीकात्मक तस्वीर. (फोटो: रॉयटर्स)

घटना बस्ती ज़िले की है, जहां एक युवती का आरोप है कि बीते साल मार्च में लॉकडाउन में मास्क न लगाने पर सब-इंस्पेक्टर दीपक सिंह ने उनका नंबर लिया और फिर उन्हें आपत्तिजनक मैसेज भेजकर यौन संबंध बनाने को कहा. इससे इनकार के बाद उनके परिजनों को झूठे मामलों में फंसाकर पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया गया.

प्रतीकात्मक तस्वीर. (फोटो: रॉयटर्स)
प्रतीकात्मक तस्वीर. (फोटो: रॉयटर्स)

बस्ती/गोरखपुर: बस्ती जिले की पुलिस ने सदर कोतवाली क्षेत्र में एक युवती के यौन उत्पीड़न के आरोप में पुलिस उपनिरीक्षक (दारोगा) को सोमवार को गिरफ्तार किया.

पुलिस के मुताबिक, दारोगा दीपक सिंह बस्ती जिले की कोतवाली थाना क्षेत्र सोनपुर पुलिस चौकी में तैनात था.

उन्होंने बताया कि शनिवार की शाम सिंह सहित तीन इंस्पेक्टर और तीन सब-इंस्पेक्टर समेत कुल 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और सोमवार को पुलिस ने सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, पीड़ित युवती ने शिकायत की थी कि पिछले साल 31 मार्च को लॉकडाउन के दौरान मास्‍क न पहनने पर दारोगा दीपक सिंह ने उनकी स्कूटी रोकी और उनका मोबाइल नंबर ले लिया. उसके बाद से उसने आपत्तिजनक संदेश भेजने शुरू कर दिए और यौन संबंध बनाने की बात कही. जब युवती ने इनकार कर दिया तो उसने (दारोगा) ने उन्हें और उनके परिवार को झूठे मामलों में फंसाने  की धमकी दी.

युवती के अनुसार, जून महीने में राजस्व विभाग के कर्मचारी अवैध तरीके से उनकी जमीन से सड़क निकाल रहे थे, जब उनके भाई ने इसका वीडियो बनाने की कोशिश की. युवती के अनुसार उन लोगों ने इस वीडियो को डिलीट करने की कोशिश की लेकिन किसी तरह वह इस  वीडियो को परिजनों को भेजने में सफल रहा.

युवती ने बताया, ‘एसआई दीपक सिंह ने हमारे फोन लेकर वीडियो डिलीट करने का प्रयास किया लेकिन जब ऐसा नहीं हो सका तब उन्होंने पुलिस टीम बुला ली और मेरे परिवार को बस्ती कोतवाली ले गए. मेरे परिजनों को पीटा गया और महिला थाने में प्रताड़ित किया गया.’

युवती ने आगे बताया कि 30 अगस्त 2020 को दो सिपाही उनके घर में घुस आए और उनकी बहन की नहाती हुई तस्वीरें खींच लीं. इसके बाद इन तस्वीरों के जरिये उन्हें ब्लैकमेल करते हुए दीपक सिंह और अन्य के खिलाफ दर्ज शिकायत वापस लेने की बात कही गई.

युवती का आरोप है कि इसके बाद नवंबर महीने में सिंह ने उनके भाई को थाने बुलाया और उसे सिगरेट के दागा.

युवती और उसके परिवार ने राज्य युवती आयोग और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई और गोरखपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अखिल कुमार और बस्ती परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार राय से मुलाकात की और कोतवाली पुलिस को उसी दिन मामला दर्ज करने के लिए अर्जी दी.

इस बीच शासन ने बस्ती के पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया और नये पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने कार्यभार संभाला.

पुलिस के अनुसार पीड़ित युवती की तहरीर पर 11 नामित पुलिसकर्मियों, दो तीन अज्ञात पुलिसकर्मियों और राजस्‍व विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ यौन उत्पीड़न, पीछा करने, महिला की गरिमा भंग करने के इरादे से किए हमले समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया, जिसमें उप निरीक्षक दीप‍क सिंह, उप निरीक्षक राजन सिंह, अभिषेक सिंह, आरक्षी संजय कुमार, महिला आारक्षी दीक्षा यादव, नीलम सिंह, निरीक्षक शीला यादव, रामपाल यादव, आरक्षी आलोक कुमार, पवन कुमार कुशवाहा, अवधेश वर्मा, लेखपाल शालिनी सिंह और कानूनगो सतीश के अलावा कुछ अज्ञात पुलिसकर्मियों के नाम शामिल हैं.

बस्ती के पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने बताया, ‘कोतवाली थाना में 20 मार्च को महिला की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर उपनिरीक्षक दीपक सिंह को सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. प्रथमदृष्‍टया उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट और साक्ष्यों के आधार पर दीपक सिंह की गिरफ्तारी की गई है और आगे जैसे-जैसे साक्ष्‍य मिलेंगे उस आधार पर बाकी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, एडीजी ने बताया है कि पक्षपातरहित जांच के लिए मामले को संत कबीरनगर ट्रांसफर कर दिया गया है.

उन्होंने बताया, ‘वर्तमान में कानपुर में तैनात डीएसपी गिरीश सिंह को निलंबित कर दिया गया है, वहीं बस्ती के एएसपी रवींद्र सिंह का तबादला कर दिया गया है. निष्पक्ष जांच हो सके इसलिए हमने सभी आरोपी पुलिसकर्मियों का अलग जिलों में तबादला कर दिया है. मामले में आरोपी राजस्व विभाग के कर्मचारियों के भी संभागीय आयुक्त द्वारा तबादले कर दिए जाएंगे क्योंकि हमने इस बारे में उनसे आग्रह किया है.’

पुलिस का यह भी कहना है कि जांच के दौरान सब-इंस्पेक्टर और एसएचओ की संपत्तियों की भी जांच होगी.

बस्ती की जिलाधिकारी सौम्य अग्रवाल ने कहा है कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी, साथ ही सब-इंस्पेक्टर और एसएचओ के खिलाफ विभागीय जांच शुरू होगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)