तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यह घोषणा किए जाने के बारे में सवाल पूछने पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह फिल्म जगत से जुड़ा पुरस्कार है और रजनीकांत 50 साल से काम कर रहे हैं. व्यक्ति को उचित सवाल पूछना चाहिए.
नई दिल्ली: अभिनेता रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बृहस्तपतिवार को इस संबंध में घोषणा की.
यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब छह अप्रैल को तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने हैं. 70 वर्षीय रजनीकांत तमिलनाडु के रहने वाले हैं और वहां बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक हैं.
रजनीकांत को तीन मई को वर्ष 2019 के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार दिया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रजनीकांत को बधाई देते हुए सिनेमा में योगदान के लिए उनकी सराहना की.
मोदी ने ट्वीट किया, ‘कई पीढ़ियों के बीच लोकप्रिय, शानदार काम जो बहुत कम लोग ही कर पाते हैं, विविध भूमिकाएं और एक प्यारे व्यक्तित्व के धनी, ऐसे हैं रजनीकांत जी. यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि थलाइवा को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उन्हें बधाई.’
Popular across generations, a body of work few can boast of, diverse roles and an endearing personality…that’s Shri @rajinikanth Ji for you.
It is a matter of immense joy that Thalaiva has been conferred with the Dadasaheb Phalke Award. Congratulations to him.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 1, 2021
जावड़ेकर ने रजनीकांत को पुरस्कार के लिए चुने जाने की जानकारी देते हुए कहा, ‘भारत हर साल किसी फिल्मी हस्ती को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार देता है. इस बार आशा भोंसले, मोहनलाल, बिस्वजीत चटर्जी, शंकर महादेवन और सुभाष घई की ज्यूरी ने यह चयन किया है.’
उन्होंने कहा, ‘उन्होंने एकमत से इस बात की सिफारिश की कि सुपरस्टार रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार दिया जाए और हमने इसे स्वीकार कर लिया.’
उन्होंने कहा कि पिछले करीब 50 साल से रजनीकांत फिल्म जगत के ‘बेताज बादशाह’ रहे हैं.
जावड़ेकर ने कहा, ‘वह (रजनीकांत) फिल्म जगत में सूरज की तरह चमक रहे हैं. उन्होंने अपनी प्रतिभा, कड़ी मेहनत और लगन से लोगों के दिलों में जगह बनाई है.’
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने भरोसा जताया कि रजनीकांत को यह सम्मान दिए जाने पर पूरा देश खुश होगा.
रजनीकांत को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के साथ तीन मई को पुरस्कार दिया जाएगा.
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यह घोषणा किए जाने के बारे में सवाल पूछने पर जावड़ेकर ने कहा, ‘यह फिल्म जगत से जुड़ा पुरस्कार है और रजनीकांत 50 साल से काम कर रहे हैं. व्यक्ति को उचित सवाल पूछना चाहिए.’
जावड़ेकर ने बाद में ट्वीट किया, ‘मुझे भारतीय सिनेमा के इतिहास के सबसे महान अभिनेताओं में शामिल रजनीकांत जी को 2019 के दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिए चुने जाने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. अभिनेता, निर्माता एवं पटकथा लेखक के तौर पर उनका योगदान अतुलनीय है.’
Really happy that the jury unanimously chose the legendary @rajinikanth ji for the #DadaSahebPhalke award.
My all-time favourite movie of Thalaiva is the 1992 Tamil classic Annamalai. pic.twitter.com/LOVDm9K6qs
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) April 1, 2021
रजनीकांत ने पिछले साल दिसंबर में चुनावी राजनीति में उतरने की योजनाओं को रद्द कर दिया था. उन्होंने कहा था कि वह स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण राजनीति में प्रवेश नहीं करेंगे.
रजनीकांत ने 1975 में के. बालचंदर की तमिल फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ से अभिनय की दुनिया में कदम रखा था. इसके बाद वह कई फिल्मों में नकारात्मक भूमिकाओं में नजर आए थे. 1995 में बाशा रिलीज हुई, जिसमें रजनीकांत ने एक अपराधी की भूमिका में नजर आते हैं, जो बाद में काफी प्रसिद्धि पाता है.
उन्होंने ‘बिल्लू’, ‘मुथु’, ‘शिवाजी’ और ‘एंथीरन’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया.
उन्होंने ‘हम’, ‘अंधा कानून’, ‘भगवान दादा’, ‘आतंक ही आतंक’ और ‘चालबाज’ जैसी कई बॉलीवुड फिल्मों में भी अभिनय किया.
साल 2007 में उनकी फिल्म शिवाजी भारतीय सिनेमा के इतिहास में तीसरी फिल्म बनी, जो 100 करोड़ के क्लब में शामिल हुई.
पांच दशक के अपने करिअर में रजनीकांत को चार तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया. साल 2000 में उन्हें पद्मभूषण और 2016 में पद्म विभूषण सम्मान दिया गया था.
रजनीकांत को आखिरी बार साल 2020 में आई फिल्म ‘दरबार’ में देखा गया था. इस समय वह ‘अनाथे’ फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं.
गौरतलब है कि भारतीय सिनेमा के पितामह कहे जाने वाले दादा साहब फाल्के के नाम पर भारत सरकार ने 1969 में यह पुरस्कार शुरू किया था और इसे भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च पुरस्कार कहा जाता है. वर्ष 2018 का फाल्के पुरस्कर अभिनेता अमिताभ बच्चन को दिया गया था.
बाद में रजनीकांत ने ट्विटर पर तमिल में पोस्ट किए गए एक लंबे नोट में कहा, ‘भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए मेरे नाम की घोषणा के लिए मैं केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल से धन्यवाद देता हूं.’
— Rajinikanth (@rajinikanth) April 1, 2021
उन्होंने कहा, ‘मैं अपने बस ड्राइवर और दोस्त राज बहादुर का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने अभिनय की मेरी प्रतिभा को पहचाना और मुझे प्रोत्साहित किया. मेरे भाई सत्यनारायण राव गायकवाड़ को धन्यवाद, जिन्होंने मुझे कलाकार बनाने के लिए काफी त्याग किया, जब गरीबी के दिनों में हम संघर्ष कर रहे थे. मेरे गुरु के. बालाचंदर का धन्यवाद जिन्होंने रजनीकांत को बनाया.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं अपने निर्देशकों, निर्माताओं, डिस्ट्रीब्यूटर, टेक्निशियन, थियेटर मालिक, मीडिया और तमिल लोगों, जिन्होंने मुझे जीवन दिया, का धन्यवाद करना चाहता हूं. मैं यह सम्मान दुनिया भर के मेरे प्रशंसकों को समर्पित करना चाहता हूं.’
रजनीकांत ने लिखा, ‘मैं मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी, उप मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम, विपक्ष के नेता और मेरे दोस्त एमके स्टालिन, मेरे दोस्त कमल हासन, अन्य राज्य और केंद्रीय नेताओं, फिल्म जगत के दोस्तों और मेरे शुभचिंतकों का धन्यवाद करता हूं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)