महाराष्ट्र के मंत्री बच्चू कडू ने सोमवार को कुछ शिकायतें मिलने के बाद अकोला के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का औचक दौरा किया था. उन्होंने कोविड-19 के मरीज़ों समेत विभिन्न रोगियों को उपलब्ध कराए जा रहे भोजन की जांच की और यह पता चलने पर नाराज़ हो गए कि इसकी गुणवत्ता कथित तौर पर ख़राब थी.
अकोला: महाराष्ट्र के मंत्री बच्चू कडू ने अकोला के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच) में रोगियों को दिए जा रहे भोजन की संभवत: खराब गुणवत्ता को लेकर इसकी आपूर्ति करने वाले एक ठेकेदार को कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया.
यह कथित घटना सोमवार शाम को हुई, जब अकोला जिले के प्रभारी मंत्री कडू ने अस्पताल का औचक दौरा किया.
एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कडू को ठेकेदार को कथित तौर पर थप्पड़ मारते हुए देखा जा सकता है.
अस्पताल के दौरे के दौरान कडू ने रोगियों को उपलब्ध कराए जा रहे भोजन की जांच की, जिसमें कोविड-19 से पीड़ित मरीज भी शामिल थे और वह यह पता चलने पर नाराज हो गए कि खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता कथित तौर पर खराब थी.
काल शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय, अकोला येथे कोविड रुग्णालयात रुग्णांना दिल्या जाणाऱ्या अन्नाची तपासणी केली व रुग्णांच्या भेटी घेऊन विचारपूस करण्यात आली. pic.twitter.com/a7WQqAFX7f
— BACCHU KADU (@RealBacchuKadu) April 6, 2021
उन्होंने ठेकेदार को भोजन की गुणवत्ता और अन्य मुद्दों पर स्पष्टीकरण मांगने के लिए बुलाया और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उसे कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया.
कडू ने बाद में मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने जिला उप-मंडल अधिकारी को कथित खराब गुणवत्ता वाले भोजन और अस्पताल में अनाज के भंडार तथा खाद्य आपूर्ति से संबंधित रिकॉर्ड का रखरखाव नहीं करने की जांच करने के लिए कहा है.
महाराष्ट्र टाइम्स के मुताबिक, मंत्री बच्चू कडू को शिकायतें मिलीं थी कि अस्पताल में मरीजों को घटिया भोजन दिया जा रहा है. इसके बाद उन्होंने इसे गंभीरता से लिया और अचानक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का दौरा किया. उनके साथ सरकारी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मीनाक्षी गजभिये और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.
मंत्री ने खाने की गुणवत्ता की जांच की और रिकॉर्ड्स दिखाने के लिए कहा. मेडिकल कॉलेज के पिछले वर्ष के भोजन की लागत संबंधित रिकॉर्ड नहीं दिखाया गया जिससे वह नाराज हो गए.
इससे पहले भी मंत्री ने इस सरकारी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था. उन्होंने उस समय भी इसी बात पर ध्यान दिलाया था. उसके बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)