महाराष्ट्र: निजी अस्पताल में आग लगी, चार मरीज़ों की मौत

घटना नागपुर में वाडी इलाके के वेल ट्रीट अस्पताल में शुक्रवार रात को आग लग गई. घटना के समय अस्पताल में 31 मरीज़ भर्ती थे, हादसे में कुछ लोग घायल हुए हैं. पुलिस के अनुसार यह मूल रूप से एक ग़ैर कोविड-19 अस्पताल है, लेकिन कुछ कोविड रोगी भी भर्ती थे, पर मृतकों में से किसी को भी कोविड होने की सूचना नहीं है.

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(फोटो: एएनआई)

घटना नागपुर में वाडी इलाके के वेल ट्रीट अस्पताल में शुक्रवार रात को आग लग गई. घटना के समय अस्पताल में 31 मरीज़ भर्ती थे, हादसे में कुछ लोग घायल हुए हैं. पुलिस के अनुसार यह मूल रूप से एक ग़ैर कोविड-19 अस्पताल है, लेकिन कुछ कोविड रोगी भी भर्ती थे, पर मृतकों में से किसी को भी कोविड होने की सूचना नहीं है.

(फोटो: एएनआई)
(फोटो: एएनआई)

नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर में शुक्रवार रात एक निजी अस्पताल में आग लग जाने से चार लोगों की मौत हो गई तथा कुछ अन्य लोग घायल हो गए. एक अधिकारी ने इस बारे में बताया.

उन्होंने बताया कि शहर के वाडी इलाके में एक अस्पताल में रात आठ बजकर 10 मिनट पर आग लग गई.

नागपुर नगर निगम (एनएमसी) के प्रमुख अग्निशमन अधिकारी राजेंद्र उचके ने बताया, ‘अस्पताल की दूसरी मंजिल पर स्थित आईसीयू के एसी यूनिट से आग की शुरुआत हुई. दूसरी मंजिल तक ही आग सीमित रही और आगे नहीं फैल पायी.’ उन्होंने बताया कि यह गैर कोविड अस्पताल है.

अग्निशमन अधिकारी राजेंद्र उचके ने बताया कि घटना में चार लोगों की मौत हो गई तथा कुछ अन्य लोग घायल हो गए. आग पर काबू पाने के लिए दमकल के कई वाहनों को घटनास्थल पर भेजा गया.

उन्होंने बताया, ‘जिस समय आग लगी उस वक्त दूसरी मंजिल पर 10 मरीज थे. आग लगने के बाद छह मरीज खुद ही बाहर निकल गए जबकि चार मरीजों को दमकलकर्मियों ने बाहर निकाला.’

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, आग लगने से उठी धुएं के कारण चार व्यक्ति बाहर नहीं आ सके. उन्हें दमकलकर्मियों और अस्पताल के कर्मचारियों ने बाहर निकाला.

राजेंद्र उचके ने बताया कि उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया, जहां उनमें से तीन को मृत घोषित कर दिया गया.

पुलिस उपायुक्त नूरुल हसन ने बताया कि आग में एक महिला सहित तीन मरीजों की मौत हो गई. हसन ने यह भी कहा कि आग लगने से पहले ही आईसीयू में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी थी.

वाडी पुलिस स्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर पीपी सूर्यवंशी ने मृतकों के नाम – रंजना कडू (44), तुलसीराम पारधी (47) और प्रकाश बोंडे (69) के रूप में पुष्टि की. घायलों में से एक का नाम रमेश ब्रह्मणकर था.

उचके ने कहा, ‘तीसरी मंजिल से 17 मरीजों और चौथी मंजिल से पांच मरीजों को सुरक्षित निकाला गया.’ आग लगने के दौरान अस्पताल में 31 मरीज भर्ती थे.

डीसीपी हसन ने कहा, ‘यह मूल रूप से एक गैर कोविड-19 अस्पताल है, लेकिन माना जाता है कि यहां कुछ कोविड रोगी भी थे. हालांकि, मृतकों में से किसी को भी कोविड -19 पॉजिटिव होने की सूचना नहीं है.’

नागपुर के निजी अस्पताल में आग लगने की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी दुख व्यक्त किया है.

पीएम मोदी ने कहा कि नागपुर के अस्पताल में लगी आग से दुखी हूं. साथ ही पीएम मोदी ने घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की प्रार्थना की है.

वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने भी घटना पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘नागपुर के एक अस्पताल में आग लगने के समाचार से अत्यंत दुखी हूं. मैं दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं व ईश्वर से घायलों के शीघ्र ही स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’

बता दें कि बीते जनवरी महीने में महाराष्ट्र के भंडारा के जिला अस्पताल में आग लगने से दस नवजात बच्चों की मौत हो गई थी. आग अस्पताल के सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में लगी थी, जहां 17 नवजात बच्चे थे.

इसके बाद मार्च महीने में मुंबई के भांडुप पश्चिम इलाके में एक मॉल में स्थित अस्पताल में आग लगने से कोरोना वायरस का इलाज करा रहे कम से कम आठ मरीजों की मौत हो गई थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)