भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि महामारी के मुश्किल दौर में ऐसी ख़बरें भी दिखाई जानी चाहिए, जिनसे समाज में सकारात्मक माहौल बन सके. हर 100 साल में एक बार महामारी आती है. ऐसे समय में आप यह भी दिखाएं कि डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ किस तरह लगातार काम कर रहे हैं.
इंदौर: भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को कहा कि मीडिया द्वारा लाशों के ढेर दिखाने से आम लोगों में कोविड-19 की दहशत फैल रही है और महामारी के मुश्किल दौर में ऐसी खबरें भी दिखाई जानी चाहिए जिनसे समाज में सकारात्मक माहौल बन सके.
विजयवर्गीय ने मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में संवाददाताओं से कहा, ‘मैं मीडिया के लोगों से निवेदन करना चाहता हूं कि आप हर रोज कभी लाशों के ढेर, तो कभी तड़पते, चिल्लाते और मरते लोग दिखा रहे हैं. इससे आम लोगों में दहशत फैल रही है.’
उन्होंने कहा, ‘आप इतिहास उठाकर देख लीजिए. हर 100 साल में एक बार महामारी हमेशा आती है. ऐसे समय में आप (मीडिया) यह भी दिखाएं कि डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ किस तरह लगातार काम कर रहे हैं.’
भाजपा महासचिव ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण काल में कई गैर मेडिकल पेशेवर व स्वयंसेवी संगठन महामारी से पीड़ित जनता की सेवा कर रहे हैं और इन लोगों की खबरें भी दिखाई जानी चाहिए, क्योंकि इस वक्त समाज में सकारात्मक माहौल बनाना बेहद जरूरी है.
संक्रमितों के लिए अस्पतालों में बिस्तरों, मेडिकल ऑक्सीजन और रेमडेसिविर दवा की कमी को लेकर राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस के विपक्षी नेताओं द्वारा धरना देने के बारे में पूछे जाने पर विजयवर्गीय ने कहा कि महामारी के कठिन दौर में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम किया जाना चाहिए और राजनेताओं को आम लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में मध्य प्रदेश राज्य सरकार महामारी के हालात से निपटने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है.
बता दें कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान देशभर से कोविड-19 शवदाह गृहों में लाशों की लंबी कतारें होने की खबरें आ रही हैं. कई राज्यों में कोरोना मृतकों की आधिकारिक संख्या और कोरोना प्रोटोकॉल के तहत निश्चित श्मशानों में हो रहे दाह संस्कार के आंकड़ों के बीच बहुत बड़ा अंतर दिखाई दे रहा है. इसको लेकर भी सवाल उठ रहे हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि मध्य प्रदेश में मंगलवार को कोविड-19 के 12,727 मामले दर्ज किए गए और 77 मरीजों की मौत हुई. जिसके बाद कुल मामलों की संख्या बढ़कर 433,704 पर पहुंच गई. राज्य में अब तक 4,713 लोगों की जान जा चुकी है.
उन्होंने बताया कि अप्रैल में अब तक राज्य में 138,193 नए मामले और 727 मौतें दर्ज की गई हैं.
उन्होंने कहा कि इंदौर में कोविड-19 के 1,753 नए मामले दर्ज किए गए और कुल मामले बढ़कर 92,768 हो गई और भोपाल में 1,693 नए मामले आए जिसके बाद वहां कुल मामलों की संख्या 71,967 हो गई है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)