मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर रविवार को हिसार में एक कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे थे, जहां कृषि क़ानूनों का विरोध कर रहे किसान पहुंच गए. उन्हें कार्यक्रम स्थल से पहले ही रोक दिया गया और यहां उनके और पुलिस के बीच झड़प हुई. इसमें 70 से अधिक किसान और कुछ पुलिस कर्मी घायल हुए हैं.
हिसार: पुलिस ने रविवार को किसानों के उस समूह को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और बल प्रयोग किया जो उस स्थान की ओर मार्च करने का प्रयास कर रहा था, जहां हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एक कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने वाले थे.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, केंद्र द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान बड़ी संख्या में रविवार सुबह से ही कार्यक्रम स्थल के पास जमा होने लगे थे. जैसे ही खट्टर हिसार में उतरे, उत्तेजित किसान सरकार के खिलाफ नारे लगाया और गांवों में कोविड संक्रमण के प्रसार के लिए खट्टर को दोषी ठहरा रहे थे.
जब पुलिस ने उन्हें कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ने से रोका तो झड़प शुरू हो गई, पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज का सहारा लिया और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. एक डीएसपी समेत कई किसान और पुलिसकर्मी घायल हो गए.
पुलिस ने बताया कि इस झड़प में 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए और 70 से अधिक किसानों को चोटें आईं हैं. पुलिस ने करीब 85 किसानों को भी हिरासत में लिया है.
हिसार पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘झड़प में पांच पुलिसकर्मियों और एक डीएसपी समेत 20 जवान घायल हो गए.’
पुलिस ने बताया कि खट्टर ने हिसार में 500 बिस्तरों वाले नवनिर्मित चौधरी देवी लाल संजीवनी कोविड अस्पताल का उद्घाटन किया और किसानों को कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से पहले ही रोक दिया गया.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि किसानों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और इसमें कुछ कर्मी घायल हो गए और बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
पुलिस ने कहा कि कुछ आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं क्योंकि वे मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में बाधा डालने के लिए कार्यक्रम स्थल की ओर मार्च कर रहे थे.
वहीं किसान नेता विकास सीसर ने कहा कि विरोध प्रदर्शन में शामिल 70 से अधिक किसान घायल हो गए हैं.
इस बीच किसानों पर ‘हमले’ की निंदा करते हुए भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढुनी ने किसानों से सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध करने और पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय का घेराव करने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा, ‘जब कोविड-19 के नियम लागू हैं, तो आज कार्यक्रम स्थल पर भारी भीड़ को कैसे इकट्ठा होने दिया जा सकता है. सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में 500 से अधिक लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है. उद्घाटन ऑनलाइन क्यों नहीं किया जा सका?’
उन्होंने कहा, ‘खट्टर और उनके कुछ मंत्री गांवों में संक्रमण फैलाने के लिए किसानों पर आरोप लगा रहे हैं. हम जानते थे कि वे हमारी छवि को खराब करेंगे जैसे उन्होंने तब्लीगी जमात के साथ किया था. लेकिन दिल्ली, गुड़गांव और फरीदाबाद में काम करने वाले लोगों की वजह से यह वायरस फैल रहा है. जब वे वापस गांवों में आते हैं, तो यह फैलता है.’
हालांकि किसान नेता राकेश टिकैत और हिसार के आईजीपी राकेश कुमार आर्य के बीच बैठक के बाद रविवार शाम सात बजे तक हरियाणा में सड़क जाम हटा लिया गया.
पुलिस उन प्रदर्शनकारियों पर कोई आरोप नहीं लगाने के लिए सहमत हुई है जिन्हें हिरासत में लिया गया है और उन्हें रिहा करने के लिए सहमत हुए.
किसान संघों ने कहा है कि वे संघर्ष के दौरान क्षतिग्रस्त पुलिस वाहनों की मरम्मत करेंगे. टिकैत ने कहा कि पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए किसानों को जल्द ही रिहा कर दिया गया.
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने किसानों पर पुलिस लाठीचार्ज की निंदा की
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा के हिसार में किसानों पर पुलिस के कथित लाठीचार्ज की रविवार को निंदा की. सुरजेवाला ने राज्य की भाजपा-जजपा सरकार पर किसानों की फसल की खरीद नहीं करने का भी आरोप लगाया.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार किसान, मजदूर व आढ़ती की दुश्मन है.
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला चुनावों में काफी दावे कर रहे थे लेकिन अब जब से उन्हें उपमुख्यमंत्री की कुर्सी मिली गई है तब से हेलीकॉप्टर से उतरने की उन्हें फुरसत नहीं है.
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि किसान की फसल को डेढ़ माह बीतने के बाद भी नहीं खरीदा गया है और सरकार ने इस सीजन में पांच बार खरीद रोकी.
उन्होंने कहा कि महकमे के वजीर (मंत्री) दुष्यंत चौटाला हैं लेकिन आज किसान मंडी और सड़कों पर पड़ा है लेकिन किसान की कोई सुध नहीं ले रहा है.
जुलाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों को मास्क, सैनेटाइजर व पीपीई किट देने पहुंचे कांग्रेस महासचिव सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि गठबंधन की सरकार ने जनता को मरने के लिए छोड़ दिया है.
उन्होंने हिसार में किसानों पर पुलिस के कथित लाठीचार्ज की निंदा की जहां किसान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध करने पहुंचे थे.
उन्होंने कहा, ‘किसानों और महिलाओं को पशुओं की तरह पीटना क्या ये सरकार को कोरोना काल में शोभा देता है.’
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘कोरोना अब गांवों में प्रवेश कर चुका है. हमें सरकार के भरोसे ना रहकर खुद ही समाधान निकालना होगा क्योंकि भाजपा और जजपा की निर्दयी सरकार ने तो अंतिम संस्कार में भी टोकन लगवा दिए. 75 साल में जो कभी नहीं हुआ वो भाजपा सरकार ने करके दिखा दिया.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)