कोविड की दूसरी लहर में अब तक तीन सौ के क़रीब डॉक्टरों की जान गई: आईएमए

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने बताया कि कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान अब तक देशभर के 269 चिकित्सक अपनी जान गंवा चुके हैं. संक्रमण के चलते बिहार में सर्वाधिक 78 डॉक्टरों की मौत हुई है. इसके बाद उत्तर प्रदेश में 37 और दिल्ली में 28 डॉक्टरों की मौत हुई है.

/
(फोटो: पीटीआई)

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने बताया कि कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान अब तक देशभर के 269 चिकित्सक अपनी जान गंवा चुके हैं. संक्रमण के चलते बिहार में सर्वाधिक 78 डॉक्टरों की मौत हुई है. इसके बाद उत्तर प्रदेश में 37 और दिल्ली में 28 डॉक्टरों की मौत हुई है.

(फोटो: पीटीआई)
(फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली/लखनऊ: देश में चल रहे कोरोना संक्रमण के प्रकोप के बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने बताया है कि संक्रमण की दूसरी लहर में अब तक देश भर के 269 चिकित्सक अपनी जान गंवा चुके हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, कोविड के कारण बिहार में सर्वाधिक 78 डॉक्टरों की मौत हुई है. इसके बाद उत्तर प्रदेश में 37 और दिल्ली में 28 चिकित्सकों ने इस संक्रमण के चलते जान गंवा दी.

राज्यवार डेटा के अनुसार, कोरोना वायरस की दूसरी लहर में आंध्र प्रदेश में 22, तेलंगाना में 19, महाराष्ट्र और बंगाल में 14, तमिलनाडु में 11, ओडिशा में 10, कर्नाटक में 8 और मध्य प्रदेश में 5 डॉक्टरों की इस संक्रमण से मौत हुई है.

ज्ञात हो कि आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और हार्ट केयर फाउंडेशन के प्रमुख पद्मश्री डॉ. केके अग्रवाल ने सोमवार रात कोरोना संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया. वे बीते कई दिनों से नई दिल्ली के एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती थे.

वहीं उत्तर प्रदेश इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में अब तक राज्य के तीस से अधिक चिकित्सकों की महामारी के कारण मौत हो चुकी है. संक्रमण की पहली लहर में प्रदेश के 54 चिकित्सकों की मौत हो गई थी.

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन  उत्तर प्रदेश के कोविड टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. अशोक राय ने मंगलवार को को बताया कि ‘रविवार तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से जान गंवाने वाले उत्तर प्रदेश के डॉक्टरों में सीतापुर के आनंद टंडन, गोंडा के एपी मिश्रा, बाराबंकी के राघवेंद्र सिंह, गोरखपुर के अखिलेश पासवान, लखनऊ की अल्पना झा, रामपुर के मो. अशरफ अली, सहारनपुर की स्वाति सिंह और संजीव शाक्य, ललितपुर के वीपी इटालिया, अमेठी की लक्ष्मी साहू, लखनऊ के सेवानिवृत्त चिकित्सक के पी दुबे, बहराइच के अनीश पाल, फिरोजाबाद के प्रदीप कुमार, संतकबीर नगर के वीके सिंह, लखनऊ के राम कृष्णा और सेवानिवृत्त चिकित्सक राकेश शमशेरी, जालौन के एम आई सिद्दीकी शामिल हैं.’

उन्होंने बताया कि महामारी की दूसरी लहर में संक्रमण से जान गंवाने वाले डॉक्टरों में आगरा के आरएस कटियार, संजीव वार्ष्णेय, सहारनपुर के ब्रजलाल गुप्ता, हरदोई की सविता चौबे, बिजनौर के युवराज गर्ग, इलाहाबाद के भारत अरोरा, गाजियाबाद के अनमोल त्यागी, विवेक अरोरा, शेखर अग्रवाल और मनोज भाटी, मुजफ्फरनगर के राजीव शर्मा, सुल्तानपुर के एमजे शर्मा, आजमगढ के केएन सिंह, आगरा के एसपी भारद्वाज, लखनऊ के एपी दुबे और लखीमपुर की श्यामा गुप्ता शामिल है .

उन्होंने बताया कि इनमें से अधिकतर डॉक्टर कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों के इलाज के दौरान संक्रमित हुए थे, जबकि कुछ वरिष्ठ डॉक्टर अपने घर पर संक्रमण की चपेट में आए थे.

गौरतलब है कि बीते सोमवार को में भारत में एक दिन में कोविड-19 से अब तक की सर्वाधिक मौत दर्ज की गई है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे के दौरान 4,329 और लोगों की मौत के बाद इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 278,719 हो गई.

मंगलवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 263,533 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 25,228,996 हो गई.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)