उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ ज़िले बीते कुछ दिनों से शराब से मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ज़िले में बीते 28 मई से टप्पल तथा अकराबाद थाना क्षेत्रों के कई गांवों में ज़हरीली शराब पीने से 36 लोगों की मौत की प्रशासन ने पुष्टी की है. इसे लेकर छापेमारी जारी है. पुलिस ने बताया है कि ऐसा लगता है कि मिलावटी शराब के कारोबारियों ने कार्रवाई से डरकर अपना स्टॉक नहर में बहा दिया होगा.
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में नहर में फेंकी गई शराब पीने से छह ईंट-भट्ठा श्रमिकों की मृत्यु हो गई तथा 22 अन्य गंभीर रूप से बीमार हो गए.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं को बताया कि दो जून की रात जवां थाना क्षेत्र के रोहेरा गांव के पास एक नहर में फेंकी गई संदिग्ध रूप से मिलावटी शराब पीने से बड़ी संख्या में ईंट-भट्ठा श्रमिक बीमार हो गए.
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हारिस मंजूर ने बताया कि जहरीली शराब पीने से अब तक 5 श्रमिकों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा 22 अन्य श्रमिकों का इलाज किया जा रहा है. उन सभी की हालत नाजुक है.
हारिस ने बताया कि दो-तीन जून की दरमियानी रात को 5 श्रमिकों को अस्पताल लाया गया था जिनमें से तीन कि पहले ही मौत हो चुकी थी. रात से लेकर सुबह तक कुल 27 लोगों को अस्पताल लाया गया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैथानी के मुताबिक, ऐसा लगता है कि मिलावटी शराब के कुछ कारोबारियों ने पुलिस की कार्रवाई से खौफजदा होकर अपना पूरा स्टॉक नहर में बहा दिया होगा. उसी शराब को इन श्रमिकों ने नहर से निकाल कर इस्तेमाल कर लिया जिसकी वजह से उनकी तबीयत खराब हुई.
स्थानीय लोगों के मुताबिक, कुछ ईट-भट्ठा श्रमिक शाम को नहर में नहाने गए थे, तभी उन्हें देसी शराब के कुछ पैकेट तैरते मिले. श्रमिकों ने उन्हें निकाल कर पिया. इसके कुछ ही देर बाद उन सभी की तबीयत खराब होने लगी.
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने बीमार हुए सभी मजदूरों को अस्पताल पहुंचाया. इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि अलीगढ़ में जहरीली शराब से हो रही मौतों का मामला इस वक्त चर्चा में है. बीते 28 मई से टप्पल तथा अकराबाद थाना क्षेत्रों के कई गांवों में जहरीली शराब पीने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है. संदिग्ध रूप से यह शराब पीने के कारण मरे 85 लोगों का अब तक पोस्टमार्टम हो चुका है.
प्रशासन ने जहरीली शराब पीने से 36 लोगों के मरने की पुष्टि की है. बाकी की मौतों के बारे में उसका कहना है कि विसरा रिपोर्ट में पुष्टि होने के बाद ही यह माना जाएगा कि उनकी मौत जहरीली शराब पीने के कारण हुई है.
उत्तर प्रदेश शासन ने एक पुलिस उपाधीक्षक को निलंबित कर दिया और दो अन्य से स्पष्टीकरण मांगा है. पुलिस ने इस मामले में करीब 30 लोगों को गिरप्तार किया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)