असम-मिज़ोरम सीमा विवाद: असम पुलिस के घायल जवान की मौत, मृतक संख्या सात हुई

असम और मिज़ोरम की विवादित सीमा पर 26 जुलाई को हुए हिंसक झड़प में पांच पुलिसकर्मी और एक आम नागरिक की मौत हो गई थी. इस घटना में कछार एसपी समेत 50 अन्य घायल हो गए थे. 

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मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने मारे गए पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. (फोटो: पीटीआई)

असम और मिज़ोरम की विवादित सीमा पर 26 जुलाई को हुए हिंसक झड़प में पांच पुलिसकर्मी और एक आम नागरिक की मौत हो गई थी. इस घटना में कछार एसपी समेत 50 अन्य घायल हो गए थे.

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने मारे गए पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. (फोटो: पीटीआई)

गुवाहाटी: असम और मिजोरम की विवादित सीमा पर दोनों राज्यों के पुलिस बलों के बीच गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल असम के एक पुलिसकर्मी ने मंगलवार को दम तोड़ दिया, जिससे मृतक संख्या बढ़कर सात हो गई है. मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने यह जानकारी दी.

शर्मा ने ट्वीट कर बताया, ‘छठी असम पुलिस बटालियन के श्यामप्रसाद दुसात ने सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएमसीएच) में दम तोड़ दिया. उन्हें पेट में गोली लगी थी.’

उन्होंने ट्वीट किया, ‘बिगड़ती स्थिति के कारण उनका ऑपरेशन नहीं किया जा सका और न ही उन्हें गुवाहाटी ले जाया जा सका. मैं वीर शहीद को नमन करता हूं. उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं.’

दोनों राज्यों के पुलिस बलों के बीच बीते 26 जुलाई को हुई हिंसक झड़प में कछार के पुलिस अधीक्षक वैभव चंद्रकांत निंबालकर के निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) समेत पांच पुलिसकर्मी और एक आम नागरिक की मौत हो गई थी. इसके अलावा घटना में कछार एसपी समेत 50 अन्य घायल हो गए थे.

निंबालकर को वायुसेना की एयर एम्बुलेंस से मुंबई ले जाया गया, जबकि तीन अन्य को मंगलवार को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया. इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री ने सिलचर में हमले में मारे गए पांच पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.

शर्मा ने घायलों से मिलने के लिए एसएमसीएच का भी दौरा किया और डॉक्टरों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि उन्हें सबसे अच्छा इलाज मिले.

बाद में सिलचर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मारे गए लोगों के परिजनों को 50 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी, जबकि घायलों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी.

उन्होंने यह भी घोषणा की कि मिजोरम सीमा पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को एक महीने का अतिरिक्त वेतन दिया जाएगा.

मालूम हो कि असम और मिजोरम के बीच पिछले कुछ हफ्तों से चल रहा सीमा विवाद 26 जुलाई की शाम अचानक हिंसक हो गया था. दोनों पक्षों ने हिंसा के लिए एक-दूसरे की पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए गृहमंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था.

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने मंगलवार को मिजोरम पुलिस का एक कथित वीडियो ट्वीट कर आरोप लगाया कि मिजोरम पुलिस ने मामला को बढ़ाया.

मालूम हो कि असम के बराक घाटी के जिले कछार, करीमगंज और हैलाकांडी मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासिब और मामित के साथ 164 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं. एक क्षेत्रीय विवाद के बाद अगस्त 2020 और इस साल फरवरी में अंतर-राज्यीय सीमा पर झड़पें हुईं.

इस झड़प से असम के कछार जिले के लैलापुर गांव और पड़ोसी मिजोरम के कोलासिब जिले के वैरेंग्टे गांव के स्थानीय लोगों के बीच तनाव और बढ़ गया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)