हर लड़की की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात नहीं हो सकते: गोवा के संस्कृति मंत्री

इससे पहले गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत द्वारा बलात्कार पीड़िताओं को लेकर दिए गए उस बयान की जमकर आलोचना हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि जब 14 साल के बच्चे पूरी रात समुद्र तट पर रहते हैं तो माता-पिता को आत्ममंथन करने की ज़रूरत है. आलोचनाओं के बाद उन्होंने कहा कि उनके बयान को संदर्भ से बाहर करके देखा गया.

इससे पहले गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत द्वारा बलात्कार पीड़िताओं को लेकर दिए गए उस बयान की जमकर आलोचना हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि जब 14 साल के बच्चे पूरी रात समुद्र तट पर रहते हैं तो माता-पिता को आत्ममंथन करने की ज़रूरत है. आलोचनाओं के बाद उन्होंने कहा कि उनके बयान को संदर्भ से बाहर करके देखा गया.

गोवा के कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गौडे. (फोटो साभार: ट्विटर/@GovindForGoa)

नई दिल्ली: गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बीते शुक्रवार को कहा कि सामूहिक बलात्कार की हालिया घटना को लेकर उनके बयान को संदर्भ से बाहर करके लिया गया है. इसके कुछ ही घंटे बाद कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गौडे ने कहा कि हर लड़की की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात करना संभव नहीं है.

गौडे ने संवाददाताओं से कहा, ‘ऐसा नहीं है कि सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है. लेकिन यह माता-पिता की समान रूप से जिम्मेदारी है कि यह जानें कि उनके बच्चे कहां जा रहे हैं और क्या उन्हें किसी दूसरे व्यक्ति के स्थान में होना चाहिए.’

उन्होंने सवाल किया, ‘अंत में माता-पिता सबसे अधिक पीड़ित होते हैं. क्या हर लड़की की सुरक्षा के लिए उसके पीछे एक पुलिसकर्मी तैनात करना संभव है?’

इससे पहले मुख्यमंत्री सावंत द्वारा बलात्कार पीड़िताओं को लेकर दिए गए उस बयान की जमकर आलोचना हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि दो किशोरियां देर रात समुद्र तट पर क्यों निकली थीं. आलोचनाओं के बाद उन्होंने कहा कि उनके बयान को संदर्भ से बाहर करके देखा गया.

सावंत ने सदन में ध्यानाकर्षण नोटिस पर एक चर्चा के दौरान बीते 28 जुलाई को कहा था, ‘जब 14 साल के बच्चे पूरी रात समुद्र तट पर रहते हैं तो माता-पिता को आत्ममंथन करने की जरूरत है. हम सिर्फ इसलिए ही सरकार और पुलिस पर जिम्मेदारी नहीं डाल सकते कि बच्चे नहीं सुनते.’

गृह विभाग की भी जिम्मेदारी संभाल रहे सावंत ने कहा था कि अपने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना माता-पिता की जिम्मेदारी है और उन्हें अपने बच्चों खासतौर से नाबालिगों को रात-रात भर बाहर नहीं रहने देना चाहिए.

इसे लेकर विवाद होने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘एक जिम्मेदार सरकार के मुखिया और एक 14 साल की बेटी के अभिभावक के रूप में, मैं बहुत दुखी और परेशान हूं. इस घटना के दर्द को बयां नहीं किया जा सकता.’

घटना में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

गौरतलब है कि बीते 25 जुलाई को गोवा की राजधानी से करीब 30 किलोमीटर दूर बेनॉलिम बीच पर चार लोगों ने अपने आप को पुलिसकर्मी बताकर दो लड़कियों से कथित तौर पर बलात्कार किया. चारों आरोपियों में से एक सरकारी कर्मचारी है.

एक हफ्ते के भीतर सुर्खियों में आए रेप के तीन मामलों के चलते राज्य की प्रमोद सावंत सरकार बैकफुट पर है.

ताजा घटना एक 25 वर्षीय असम की एक महिला से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने दावा किया है कि नौकरी के बहाने गोवा बुलाने वाले दो लोगों ने उनके साथ तीन दिनों तक बलात्कार किया. इस मामले में गोवा पुलिस ने दक्षिण गोवा के क्यूपेम में दो लोगों को गिरफ्तार किया है.

वहीं एक अन्य मामले में पोंडा उप-जिला में ट्रक चालकों द्वारा 19 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार का मामला भी सामने आया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)