पहलवान रवि दहिया ने जीता रजत पदक, ओलंपिक में भारत को मिला दूसरा सिल्वर मेडल

टोक्यो ओलंपिक में यह भारत का पांचवां पदक है. इससे पहले गुरुवार सुबह ही जर्मनी को हराकर भारत ने कांस्य पदक जीता, जो हॉकी में 41 साल बाद जीता गया कोई ओलंपिक पदक है. इसके अलावा भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने रजत, जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधु और मुक्केबाजी में लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पदक जीता है.

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रवि दहिया. (फोटोः रॉयटर्स)

टोक्यो ओलंपिक में यह भारत का पांचवां पदक है. इससे पहले गुरुवार सुबह ही जर्मनी को हराकर भारत ने कांस्य पदक जीता, जो हॉकी में 41 साल बाद जीता गया कोई ओलंपिक पदक है. इसके अलावा भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने रजत, जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधु और मुक्केबाजी में लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पदक जीता है.

रवि दहिया. (फोटोः रॉयटर्स)

चीबा (जापान): भारतीय पहलवान रवि कुमार दहिया ने टोक्यो ओलंपिक की कुश्ती प्रतियोगिता के पुरुषों के 57 किग्रा भार वर्ग में गुरुवार को रजत पदक जीता, लेकिन विनेश फोगाट और दीपक पूनिया का ‘पोडियम’ पर पहुंचने का सपना पूरा नहीं हो पाया.

उम्मीद लगाई जा रही थी कि 23 वर्षीय दहिया देश के सबसे युवा ओलंपिक चैंपियन बनने में सफल रहेंगे, लेकिन फाइनल में वह रूसी ओलंपिक समिति के मौजूदा विश्व चैंपियन जावुर युवुगेव से 4-7 से हार गए.

दहिया इससे पहले युवुगेव से 2019 में विश्व चैंपियनशिप में भी नहीं जीत पाए थे.

युवुगेव ने शुरुआती अंक बनाया, लेकिन रवि ने जल्द ही स्कोर 2-2 कर दिया. रूसी खिलाड़ी ने फिर से बढ़त हासिल कर दी. रवि पहले पीरियड के बाद 2-4 से पीछे थे. दूसरे पीरियड में भी युवुगेव ने एक अंक बनाकर अपनी बढ़त मजबूत की. रवि दूसरे पीरियड में भी दो अंक ही जुटा सके.

हरियाणा के नाहरी गांव के इस पहलान ने बुधवार को अपने शुरुआती मुकाबले में कोलंबिया के टिगरेरोस उर्बानो को 13-2 और फिर क्वार्टर फाइनल में बुल्गारिया के जियोर्जी वेलेंटिनोव वांगेलोव को 14-4 से हराया था.

सेमीफाइनल में वह कजाखस्तान के नूरइस्लाम सनायेव के खिलाफ 2-9 से पीछे चल रहे थे, लेकिन उन्होंने ‘पिन फॉल’ में जीत दर्ज करके फाइनल में प्रवेश किया था.

दहिया कुश्ती में ओलंपिक रजत पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय पहलवान बन गए हैं. सुशील कुमार ने लंदन ओलंपिक 2012 में यह उपलब्धि हासिल की थी. यह भारत का कुश्ती में कुल छठा पदक है.

निशानेबाज अभिनव बिंद्रा भारत की तरफ से ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं. उन्होंने बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में सोने का तमगा हासिल किया था.

टोक्यो खेलों में भारत ने अपना दूसरा रजत पदक हासिल किया. इससे पहले भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने महिलाओं के 49 किग्रा भार वर्ग में दूसरा स्थान हासिल किया था.

टोक्यो खेलों में यह भारत का पांचवां पदक है. इससे पहले गुरुवार सुबह ही जर्मनी को हराकर भारत ने कांस्य पदक जीता, जो हॉकी में 41 साल बाद जीता गया कोई ओलंपिक पदक है. भारतीय हॉकी टीम 1980 मास्को ओलंपिक में आख़िरी पदक जीता था. भारतीय टीम ओलंपिक में अब तक आठ स्वर्ण पदक जीत चुकी है.

इसके अलावा भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने रजत, जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधु और मुक्केबाजी में लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पदक जीता है.

विनेश और दीपक को मिली निराशा

भारत को दीपक पूनिया और विशेषकर महिला वर्ग में विनेश से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन ये दोनों पदक जीतने में नाकाम रहे. पूनिया के पुरुषों के 86 किग्रा के प्ले-ऑफ में सैन मरिनो के माइलेस नज्म अमीन से हार झेलनी पड़ी. सैन मारिनो के पहलवान ने उन्हें अंतिम 10 सेकेंड में पटखनी देकर यह मुकाबला जीता.

दीपक का रक्षण पूरे मुकाबले के दौरान शानदार था, लेकिन सैन मरिनो के पहलवान ने मुकाबले के अंतिम क्षणों में भारतीय पहलवान का दायां पैर पकड़कर उन्हें गिराकर निर्णायक दो अंक हासिल किए.

इससे पहले 22 साल का भारतीय पहलवान 2-1 से आगे चल रहा था.

दीपक अच्छे ड्रा का फायदा उठाकर सेमीफाइनल तक पहुंचे, लेकिन अमेरिका के डेविड मौरिस टेलर से सेमीफाइनल में हार गये थे.

पदक की प्रबल दावेदार विनेश को महिलाओं के 53 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा कालादजिन्सकाया ने चित्त करके बाहर किया.

विनेश के पास वेनेसा के मजबूत रक्षण का कोई जवाब नहीं था. वेनेसा ने इसके साथ ही इस साल यूक्रेन में भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ इसी तरह की शर्मनाक हार का बदला चुकता कर दिया. विनेश ने तब वेनेसा को गिराकर ‘बाय फॉल’ से जीत दर्ज की थी.

बाद में वेनेसा सेमीफाइनल में चीन के क्विन्यु पांग से हार गईं, जिससे विनेश का रेपेशाज के जरिये पदक हासिल करने की उम्मीदें भी समाप्त हो गईं. इस तरह से उनके ओलंपिक अभियान का निराशाजनक अंत हुआ.

विनेश को रियो ओलंपिक 2016 में क्वार्टर फाइनल में हार के कारण बाहर होना पड़ा था.

यूरोपीय चैंपियन वेनेसा ने अपनी रणनीति को काफी अच्छी तरह लागू किया और विनेश उनके रक्षण को भेदकर अंक जुटाने में नाकाम रहीं.

अंक जुटाने में विफल रहने के बाद शीर्ष वरीय विनेश ने धैर्य खो दिया. यहां तक कि जब विनेश ने वेनेसा को पीछे से पकड़ा तो भी वह अच्छी स्थिति में होने के बावजूद विरोधी पहलवान को घुटनों के बल बैठाने में नाकाम रहीं.

विनेश ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन वेनेसा के रक्षण को नहीं तोड़ पाईं. यहां तक कि विनेश विरोधियों को चित्त करने वाले अपने पसंदीदा ‘डबल लेग’ आक्रमण के साथ भी अंक नहीं जुटा पाईं.

विनेश ने पहले दौर में रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता और विश्व चैंपियनशिप की छह बार की पदक विजेता स्वीडन की सोफिया मेगडालेना मैटसन को 7-1 से हराया.

इसके अलावा युवा अंशु मलिक 57 किग्रा वर्ग में रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता रूस की वालेरा कोबलोवा के खिलाफ रेपेशॉज मुकाबले में 1-5 की हार के साथ पदक की दौड़ से बाहर हो गईं.

19 साल की अंशु अपने पहले दौर में यूरोपीय चैंपियन इरिना कुराचिकिना से हार गई थीं और बेलारूस की खिलाड़ी के फाइनल में जगह बनाने के बाद उन्हें रेपेशॉज में हिस्सा लेने का मौका मिला.

भारत को कुश्ती में पदक दिलाने वाले पहले पहलवान खशाबा जाधव थे. उन्होंने 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था. उसके बाद सुशील ने बीजिंग में कांस्य और लंदन में रजत पदक हासिल किया.

सुशील ओलंपिक में दो व्यक्तिगत स्पर्धा के पदक जीतने वाले अकेले भारतीय हैं और अब बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने यहां कांस्य जीतकर इसकी बराबरी की है.

लंदन ओलंपिक में योगेश्वर दत्त ने भी कांस्य पदक जीता था. वहीं साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक 2016 में कांसे का तमगा हासिल किया था.

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने पहलवान रवि को पदक जीतने के लिए बधाई दी

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले पहलवान रवि कुमार दहिया को बधाई दी और कांस्य पदक से चूकने वाले दीपक पूनिया का हौसला बढ़ाया.

राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, ‘भारत को रवि दहिया के टोक्यो ओलंपिक 2020 में रजत पदक जीतने पर गर्व है. आपने बहुत मुश्किल स्थिति में पहुंचने के बावजूद मुकाबलों में वापसी की और जीत हासिल की. सच्चे चैंपियन की तरह आपने अपनी अंदरूनी ताकत का नजारा पेश किया. शानदार जीत और भारत को गौरवान्वित करने के लिए बधाई.’

मोदी ने ट्वीट किया, ‘रवि कुमार दहिया शानदार पहलवान हैं. उनका लड़ने का जज्बा और दृढ़ता कमाल की है. टोक्यो ओलंपिक 2020 में रजत पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई. भारत को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है.’

दीपक पूनिया कांस्य पदक से चूक गये हों, लेकिन मोदी ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, ‘दीपक पूनिया कांस्य पदक मुकाबला चूक गए, लेकिन उन्होंने हमारे दिल जीत लिए. वह संयम और प्रतिभा के ‘पावरहाउस’ हैं. भविष्य के लिए दीपक को मेरी शुभकामनाएं.’

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट किया, ‘आपने कर दिखाया रवि. बधाई हो. आपका प्रदर्शन प्रत्येक भारतीय के लिए फख्र का पल है. क्या शानदार सफर. भारतीय खेलों के लिए कितना शानदार दिन.’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘शानदार, रवि दहिया. रजत पदक हासिल करने के लिए बधाई.’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने रवि दहिया को बधाई दी.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘देश के लिए रजत पदक लाने पर रवि दहिया को बधाई. आप चैम्पियन हैं. टीम इंडिया, आपको शुभकामनाएं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)