पाकिस्तान में लाहौर से क़रीब 590 किलोमीटर दूर पंजाब प्रांत के रहीम यार ख़ान ज़िले के भोंग क़स्बे में बीते चार अगस्त को एक गणेश मंदिर पर भीड़ ने हमला किया था. भीड़ ने एक स्थानीय मदरसे में कथित तौर पर पेशाब करने के लिए गिरफ़्तार किए गए आठ वर्षीय हिंदू लड़के को अदालत द्वारा रिहा करने के विरोध में मंदिर पर यह हमला किया था.
लाहौर/पेशावर: पाकिस्तान की कानून लागू करने वाली एजेंसियों ने पंजाब प्रांत के सुदूरवर्ती कस्बे में एक हिंदू मंदिर पर हमला करने के आरोप में 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है और 150 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एक दिन पहले ही देश के उच्चतम न्यायालय ने मंदिर की सुरक्षा में नाकामी को लेकर अधिकारियों को फटकार लगाई थी.
लाहौर से करीब 590 किलोमीटर दूर पंजाब प्रांत के रहीम यार खान जिले के भोंग कस्बे में बीते चार अगस्त को एक गणेश मंदिर पर भीड़ ने हमला किया था. भीड़ ने एक स्थानीय मदरसे में कथित तौर पर पेशाब करने के लिए गिरफ्तार किए गए आठ वर्षीय हिंदू लड़के को अदालत द्वारा रिहा करने के विरोध में मंदिर पर हमला किया था.
पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने ट्वीट किया, ‘रहीम यार खान में एक मंदिर पर हुए हमले की शर्मनाक घटना के वीडियो फुटेज की छान-बीन के आधार पर अब तक 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.’
उन्होंने लिखा, ‘हम यह सुनिश्चित करेंगे इस प्रकार की घटना आगे नहीं हो. मंदिर की मरम्मत का काम तेज गति से शुरू कर दिया गया है.’
उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकांउट पर कुछ गिरफ्तार किए गए लोगों की तस्वीरें भी साझा कीं.
रहीम यार खान के जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ) असद सरफराज ने बताया कि मंदिर हमला मामले में मुख्य संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उन्होंने बताया कि मंदिर पर हमला करने के आरोप में 150 से अधिक लोगों के खिलाफ आतंकवाद और पाकिस्तान दंड संहिता (पीपीसी) की अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
एक दिन पहले ही देश के उच्चतम न्यायालय ने मंदिर की सुरक्षा में नाकामी को लेकर अधिकारियों को फटकार लगाई थी. पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश गुलजार अहमद ने बीते छह अगस्त को कहा कि मंदिर में तोड़फोड़ की घटना देश के लिए शर्मनाक है, क्योंकि पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
प्रधान न्यायाधीश ने आठ साल के बच्चे की गिरफ्तारी पर हैरानी जताते हुए पुलिस से पूछा था कि क्या वह इतने छोटे बच्चे की मानसिक हालत को समझ नहीं पाई.
पाकिस्तान की संसद ने बीते छह अगस्त को एक प्रस्ताव पारित कर मंदिर पर हमले की घटना की निंदा की थी. मामले में सुनवाई 13 अगस्त तक के लिए टाल दी गई है.
नेशनल असेंबली ने हमले की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया.
भारत ने बीते पांच अगस्त को नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारी को तलब किया और इस घटना के साथ पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की आजादी और उनके धार्मिक स्थानों पर हमले की लगातार बढ़ती घटनाओं को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया.
पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है. आधिकारिक अनुमान के अनुसार, पाकिस्तान में 75 लाख हिंदू रहते हैं. हालांकि, समुदाय के मुताबिक देश में 90 लाख से अधिक हिंदू रहते हैं.
पाकिस्तान की अधिकांश हिंदू आबादी सिंध प्रांत में बसी है, जहां वे मुस्लिम निवासियों के साथ संस्कृति, परंपरा और भाषा साझा करते हैं. वे अक्सर चरमपंथियों द्वारा उत्पीड़न की शिकायत करते हैं.
खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा में निंदा प्रस्ताव पारित
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की विधानसभा ने देश के पंजाब सूबे में एक हिंदू मंदिर पर हमले की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है.
खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय विधानसभा में हिंदू मंदिर पर हमले की निंदा करने के लिए अल्पसंख्यक सदस्य रवि कुमार ने प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से स्वीकार किया.
सदन ने खैबर पख्तूनख्वा में अल्पसंख्यक मामलों के लिए आयोग की स्थापना के लिए भी एक प्रस्ताव पारित किया. यह प्रस्ताव मानवाधिकार और संसदीय कार्य मंत्री शौकत यूसुफजई ने पेश किया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)