घटना बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के गृह ज़िले कटिहार की है, जहां के सरकारी शिक्षक मोहम्मद तमीजुद्दीन एक वायरल वीडियो में मिडडे मील की बोरियां बेचते दिखते हैं. उनका कहना है कि एक सरकारी आदेश के बाद उन्हें ऐसा करना पड़ा था.
नई दिल्ली: बिहार के कटिहार जिले में एक सरकारी टीचर द्वारा मध्याह्न भोजन योजना (मिड-डे मील) के तहत आवंटित राशन के खाली बोरे को घूम-घूमकर बेचने का एक मामला सामने आया है. उनका दावा है कि सरकारी आदेश पर वे ऐसा करने को मजबूर हुए हैं.
हालांकि इससे संबंधित सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने टीचर को निलंबित कर दिया है.
यह वीडियो कदवा सौनैली बाजार का है, जो बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के गृह जिले कटिहार के कदवा विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है.
इस वायरल वीडियो में शिक्षक मोहम्मद तमीजुद्दीन अपने गले में एक पट्टी लटका कर बोरे बेचते दिखाई पड़ते हैं, जिस पर लिखा है-‘मैं बिहार के सरकारी स्कूल का शिक्षक हूँ. सरकार के आदेश पर खाली बोरा बेच रहा हूं.’ वहीं उनके हाथ में एक दूसरी पट्टी है, जिस पर लिखा है- ‘बोरा ले लो बोरा, 10 रूपया पीस वाला MDM का खाली बोरा.’
बिहार: कटिहार में बोरा बेचने निकले शिक्षक को विभाग ने किया निलंबित. pic.twitter.com/e119uNqQWr
— Thakur Shaktilochan shandilya (@Ershaktilochan) August 9, 2021
वीडियो में तमीजुद्दीन यह भी कहते हुए सुनाई देते हैं कि अगर उनका बोरा नहीं बिकता है तो उन्हें उनकी सैलरी नहीं मिलेगी.
प्रभात खबर के मुताबिक, सोशल मीडिया पर इस मामले के वायरल होने के बाद टीचर पर विभागीय आदेश का अनुपालन न करने, प्रशासन तथा सरकार की छवि धूमिल करने समेत कई आरोपों का हवाला देकर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
मिड डे मील का खाली बोरा बेचने पे ही मिलेगा वेतन?आ.@NitishKumarजी,शिक्षा विभाग के तुगलकी फरमान से शिक्षकों का घोर अपमान हुआ है।बिहार में शिक्षकों से पढ़ाई के अलावे बांकी सारे काम लिए जाते हैं,42 हजार करोड़ का शिक्षा बजट भी कम पड़ रहा क्या?@RJDforIndia#बोरा_बेचो_वेतन_पाओ pic.twitter.com/yAWac27jgy
— Dr.Urmila Thakur (@DrUrmilaThakur1) August 9, 2021
एनडीटीवी के मुताबिक, विभागीय आदेश के अनुसार मिड-डे मील के तहत साल 2014-15 एवं साल 2015-16 में विद्यालयों को उपलब्ध कराए गए चावल के खाली बोरे को 10 रुपया प्रति बोरा की दर से बिक्री कर उक्त राशि को जमा करने का आदेश दिया गया है.
इसी आदेश के चलते शिक्षक घूम-घूमकर खाली बोरे को बेचने लगे.