हरियाणाः बीकेयू नेता ने कहा- पुलिस लाठीचार्ज में घायल किसान की दिल का दौरा पड़ने से मौत

हरियाणा के करनाल शहर में शनिवार को भाजपा की बैठक के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. भाजपा की बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी शामिल हुए थे.

किसान सुशील काजल का शव. (फोटो साभारः ट्विटर/@GurnamsinghBku)

हरियाणा के करनाल शहर में शनिवार को भाजपा की बैठक के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. भाजपा की बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी शामिल हुए थे.

किसान सुशील काजल का शव. (फोटो साभारः ट्विटर/@GurnamsinghBku)

चंडीगढ़ः हरियाणा के करनाल शहर में शनिवार को भाजपा की बैठक का विरोध कर रहे किसानों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज में घायल एक किसान की मौत हो गई.भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के वरिष्ठ नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने रविवार को कहा कि करनाल में पुलिस लाठीचार्ज में घायल एक किसान की रात को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई.

चढूनी ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ‘भाई सुशील काजल जो डेढ़ एकड़ के किसान थे, नौ महीने से आंदोलन में अपनी हिस्सेदारी दे रहे थे. कल (शनिवार) करनाल टोल प्लाजा पर पुलिस ने जो लाठियां चलाई थीं, उनको बहुत चोट आई थीं और रात को हार्ट फेल होने के कारण शरीर त्याग कर भगवान को प्यारे हो गए. किसान कौम इनके बलिदान की सदा आभारी रहेगी.’

मालूम हो कि शनिवार को हरियाणा के करनाल के बस्तारा टोल प्लाजा पर पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया था, जिसमें कई किसान घायल हो गए. किसान आगामी पंचायत चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में भाजपा की बैठक का विरोध कर रहे थे.

पुलिस ने करनाल में राजमार्ग को ब्लॉक कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए बल का प्रयोग करते हुए कई लोगों को हिरासत में लिया.

पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए किसान नेताओं ने हरियाणा के किसानों से सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने का आग्रह किया, जिसके बाद शाम तक किसानों ने राजमार्ग और टोल प्लाजा ब्लॉक कर दिए थे.

किसानों ने पड़ोसी राज्यों में भी सड़कें अवरुद्ध करने की चेतावनी दी, जिसकी वजह से वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से ले जाया गया. बाद में करनाल में हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों को रिहा करने के बाद राजमार्गों को दोबारा खोला गया.

प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस के लाठीचार्ज के बाद करनाल के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह पुलिसकर्मियों को प्रदर्शनकारियों की पिटाई के निर्देश देते दिखाई दिए.

इस वीडियो में करनाल एसडीएम आयुष सिन्हा को सुरक्षा घेरा तोड़ने वालों के सिर फोड़ने का पुलिसकर्मियों को निर्देश देते सुना जा सकता है.

वीडियो में हरियाणा के 2018 बैच के आईएएस अधिकारी आयुष सिन्हा पुलिसकर्मियों को कह रहे हैं, ‘उठा उठाके मारना पीछे सबको. हम सुरक्षा घेरा तोड़ने की अनुमति नहीं देंगे. हमारे पास पर्याप्त सुरक्षाबल है. हम दो दिनों से सोए नहीं हैं, लेकिन आप कुछ नींद लेने के बाद यहां आए हो. मेरे पास एक भी बंदा निकल कर नहीं आना चाहिए. अगर आए तो सिर फूटा हुआ होना चाहिए उसका. समझ गए आप.’

उन्होंने यह भी कहा, ‘जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, उससे छेड़छाड़ की गई है, क्योंकि लाठीचार्ज के बारे में केवल चुनिंदा हिस्सा ही सोशल मीडिया पर वायरल किया गया. मेरी ब्रीफिंग का केवल चुनिंदा हिस्सा ही लीक किया गया.’