इससे पहले भी ग़ाज़ियाबाद के डासना देवी मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती के ख़िलाफ़ पैंगबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है. नरसिंहानंद तब चर्चा में आए थे, जब डासना मंदिर में पानी पीने के चलते एक नाबालिग मुस्लिम लड़के की बर्बर पिटाई की गई थी.
गाजियाबादः उत्तर प्रदेश पुलिस ने गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद के खिलाफ हिंदू महिलाओं और महिला नेताओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, गाजियाबाद (ग्रामीण) के एसपी डॉ. इराज राज ने बताया, ‘यति नरसिंहानंद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें वह मंदिर परिसर में बैठे हैं और हिंदू महिलाओं के अन्य धर्म के पुरूषों के साथ संबंधों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं.
ये एफआईआर आईपीसी की धारा 505 (1) (सी) (उकसाने के इरादे), 509 (महिला का शीलभंग करना), 504 (शांतिभंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), 506 (धमकी देना) और आईटी अधिनियम की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक रूप में अश्लील सामग्री को प्रकाशित या प्रसारित करना) के तहत दर्ज किया गया है.
अधिकारी ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी.
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा के निर्देश के बाद पुलिस ने नरसिंहानंद के खिलाफ मामला दर्ज किया.
Third FIR is also been done on this fake Sanyasi called Yati Narsinghanand. https://t.co/ajJkoAjYpz
— Rekha Sharma (@sharmarekha) August 31, 2021
रेखा शर्मा ने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश पुलिस से एफआईआर दर्ज करने और नरसिंहानंद को गिरफ्तार करने को कहा था.
नरसिंहानंद के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के बाद शेयर किए गए वीडियो में नरसिंहानंद ने कहा है कि उनकी टिप्पणियों को गलत संदर्भ में लिया गया और सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियो में काफी कांट-छांट की गई है.
हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि यह वीडियो दरअसल एक फेसबुक लाइव था, जिसे अपलोड करने से पहले एडिट नहीं किया जा सकता.
मुस्लिमों के खिलाफ नियमित तौर पर हिंसक और भड़काऊ भाषण दिए जाने पर नरसिंहानंद का समर्थन करने वाले भाजपा नेता अब उनसे दूरी बनाते दिखाई दे रहे हैं. उदाहरण के लिए भाजपा नेता कपिल मिश्रा अब नरसिंहानंद की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं जबकि एक समय में उन्होंने नरसिंहानंद के समर्थन में 25 लाख रुपये की धनराशि इकट्ठा की थी.
हाल ही में दिल्ली की एक अदालत उन दावों को लेकर एक्शन टेकेन रिपोर्ट मांगी थी, जिसमें दावा किया जा रहा था कि जामिया नगर पुलिस स्टेशन ने उनके सांप्रदायिक भाषण मामले में नरसिंहानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया था.
द वायर ने पहले भी अपनी रिपोर्ट में बताया था कि नरसिंहानंद ने मीडिया संगठनों को एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, जामिया मिलिया इस्लामिया और दारुल उलूम देवबंद जैसे कुछ चुनिंदा शिक्षण संस्थानों के छात्र भारत के संविधान के प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा नहीं रख सकते और भारत की संप्रभुता एवं अखंडता को बनाए नहीं रख सकते.
बता दें कि दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मोहम्मद पैगंबर के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में नरसिंहानंद के खिलाफ इस साल अप्रैल में भी मामला दर्ज किया गया था.
मालूम हो कि डासना मंदिर इस साल मार्च महीने में उस समय विवादों में आया था, जब मंदिर में पानी पीने गए 14 साल के एक मुस्लिम लड़के की वहां काम करने वाले एक शख्स ने क्रूरता से पिटाई की गई थी. इस शख्स को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, बाद में नरसिंहानंद ने आरोपी का समर्थन किया था.