कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ऑस्कर फर्नांडिस का निधन

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ऑस्कर फर्नांडिस जुलाई महीने में अपने घर पर योगाभ्यास करते समय गिर गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह वर्तमान में कर्नाटक से राज्यसभा सांसद थे. साल 1983 से 1997 के दौरान पांच बार लोकसभा सांसद रहे फर्नांडिस पहली बार अप्रैल 1998 में राज्यसभा सांसद चुने गए थे.

ऑस्कर फर्नांडिस. (फोटो: पीटीआई)

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ऑस्कर फर्नांडिस जुलाई महीने में अपने घर पर योगाभ्यास करते समय गिर गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह वर्तमान में कर्नाटक से राज्यसभा सांसद थे. साल 1983 से 1997 के दौरान पांच बार लोकसभा सांसद रहे फर्नांडिस पहली बार अप्रैल 1998 में राज्यसभा सांसद चुने गए थे.

ऑस्कर फर्नांडिस. (फोटो: पीटीआई)

मंगलुरु: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ऑस्कर फर्नांडिस का सोमवार को कर्नाटक के मंगलुरु शहर स्थित एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 80 साल के थे.

वह वर्तमान में कर्नाटक से राज्यसभा सांसद थे. बीते जुलाई महीने में अपने घर पर योगाभ्यास करते समय वह गिर गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मस्तिष्क में बने खून के थक्के को हटाने के लिए उनकी सर्जरी भी की गई थी.

उनके परिवार में पत्नी ब्लॉसम फर्नांडिस और दो बच्चे हैं.

परिवार के सदस्यों के अनुसार, फर्नांडिस का अंतिम संस्कार मंगलवार को उनके गृह जिले उडुपी में होने की संभावना है.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में फर्नांडिस परिवहन, सड़क एवं राजमार्ग मंत्री रह चुके हैं. इसी कार्यकाल के दौरान उन्हें श्रम एवं रोजगार मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया था.

कर्नाटक के उडुपी के रहने वाले फर्नांडिस 1980 के दशक के दौरान कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इससे पहले वह 1983 में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के संयुक्त सचिव भी थे.

साल 1983 से 1997 के दौरान पांच बार लोकसभा सांसद रहे फर्नांडिस पहली बार अप्रैल 1998 में राज्यसभा सांसद चुने गए थे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, राजनीतिक गतिविधियों के अलावा उन्होंने ‘जॉली क्लब’ नाम से एक एनजीओ की भी स्थापना की थी, जहां उन्होंने युवाओं के पढ़ने की आदतों को विकसित करने के लिए एक लाइब्रेरी रूप की व्यवस्था की थी.

फर्नांडिस तटीय कर्नाटक के पारंपरिक कला रूप ‘यक्षगान’ के एक प्रशिक्षित कलाकार भी थे.

उनके करीबी सहयोगियों का कहना है कि फर्नांडिस एक बहु-प्रतिभाशाली व्यक्तित्व थे. उन्होंने हारमोनियम और की-बोर्ड बजाने का शौक रखने के अलावा दिल्ली में कुचिपुड़ी नृत्य भी सीखा था.

एक तटीय कर्नाटक ईसाई समुदाय में जन्मे फर्नांडिस विभिन्न खेलों में सक्रिय रूप से भाग लेने के अलावा चर्च में क्वायर भी गाते थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ऑस्कर फर्नांडिस के निधन पर शोक जताया.

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी ट्वीट के मुताबिक, ‘राज्यसभा सदस्य ऑस्कर फर्नांडिस के निधन से दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिजनों और शुभचिंतकों के साथ है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने अपने शोक संदेश में फर्नांडिस को अपना मार्गदर्शक और गुरु बताया है.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘ऑस्कर फर्नांडिस जी के परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. वह कांग्रेस पार्टी में हम में से कई लोगों के लिए एक मार्गदर्शक और संरक्षक थे. उन्हें उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा.’

कांग्रेस पार्टी ने भी ट्वीट कर ऑस्कर फर्नांडिस के निधन पर शोक जताया.

पार्टी ने ट्वीट कर का, ‘हम ऑस्कर फर्नांडिस के निधन पर बेहद दुखी हैं. हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के प्रति है. कांग्रेस दिग्गज, समावेशी भारत के लिए उनके विजन का हमारे समय की राजनीति पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा है. कांग्रेस परिवार को उनके मार्गदर्शन की कमी खलेगी.’

कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी पूर्व केंद्रीय मंत्री ऑस्कर फर्नांडिस के निधन पर दुख जताया और पार्टी के लिए उनके योगदान को याद किया.

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट कर कहा, ‘कांग्रेस के कद्दावर नेता ऑस्कर फर्नांडिस के निधन से बहुत दुखी हूं. उन्होंने पार्टी और देश की बेहतरी के लिए बहुत योगदान दिया. उनके परिवार, मित्रों और समर्थकों के प्रति गहरी संवेदना है.’

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘ऑस्कर फर्नांडिस एक मार्गदर्शक और संगठन निर्माता थे. उनके जाने से कांग्रेस की बहुत बड़ी क्षति हुई है. शायद उनके जैसा कभी दूसरा कोई नहीं होगा.’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने भी कहा कि देश ने एक बड़ा नेता और पार्टी ने संकटमोचक खो दिया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)