झारखंड: नाबालिग दलित किशोरी से सामूहिक बलात्कार, तीन आरोपी गिरफ़्तार

घटना हजारीबाग जिले के दारू थानाक्षेत्र  का है. पुलिस के मुताबिक शनिवार तड़के जब किशोरी अपने दो सहेलियों के साथ तालाब के पास गई थी, पड़ोसी गांव के पांच व्यक्तियों ने उसका अपहरण कर लिया और उसे एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां उन्होंने उसके साथ बलात्कार किया और घटना का वीडियो बना लिया. पुलिस के संज्ञान में ये घटना तब आई जब परिवार के सदस्य उसे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले गए और डॉक्टरों ने पुलिस को सूचित किया.

/
(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

घटना हजारीबाग ज़िले के दारू थानाक्षेत्र  का है. पुलिस के मुताबिक़, शनिवार तड़के जब किशोरी अपनी दो सहेलियों के साथ तालाब के पास गई थी, पड़ोसी गांव के पांच व्यक्तियों ने उनका अपहरण कर लिया. इसके बाद वे उसे एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां उन्होंने बलात्कार किया और घटना का वीडियो बना लिया.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग जिले में 16 साल की एक किशोरी के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौठे ने कहा कि पांच में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी दो की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.

अधिकारी ने कहा कि घटना दारू थानाक्षेत्र के एक गांव में शनिवार तड़के उस समय हुई जब युवती और उसकी दो सहेलियां तालाब के पास गए थे. पड़ोसी गांव के रहने वाले पांच मोटरसाइकिल सवार व्यक्तियों ने छात्रा का अपहरण कर लिया और उसे एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां उन्होंने बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया और घटना का वीडियो बना लिया.

उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पीड़िता को धमकी दी कि अगर उसने घटना के बारे में किसी को बताया या पुलिस से संपर्क किया, तो वे वीडियो को सोशल मीडिया पर जारी कर देंगे. उन्होंने फिर उसे घटनास्थल पर छोड़ दिया और वहां से भाग गए.

अधिकारी ने बताया कि लड़की बेहोश हो गई और होश में आने के बाद घर लौटी और अपने परिवार को इस घटना के बारे में बताया.

उन्होंने बताया कि परिवार के सदस्य उसे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले गए और डॉक्टरों ने पुलिस को सूचित किया.

चौठे ने कहा कि उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है.

उन्होंने बताया कि पीड़िता ने तीन आरोपियों की पहचान उनके नाम से की, जिन्हें तब जिले के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया गया है. अधिकारी ने कहा कि वह अन्य दो आरोपियों का नाम नहीं बता सकी जो अभी फरार हैं.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पीड़ित दलित समुदाय की है. युवती के बयान के आधार पर सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की गई.

चौठे ने बताया कि भारतीय दंड संहिता, पोक्सो अधिनियम और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पुलिस सूत्रों ने कहा कि लड़की अपने दो सहेलियों के साथ शनिवार तड़के तालाब के पास शौच के लिए गई थी. उसी समय पांचों आरोपियों ने उसे ले गए, जबकि उसके दो सहेलियां भागने में सफल रहीं.

पंचायत मुखिया (ग्राम प्रधान) ने कहा कि लड़की बहुत गरीब परिवार से है और उसके माता-पिता दोनों दिहाड़ी मजदूर हैं.

उन्होंने कहा, ‘लड़की ने घटना के बारे में किसी से कुछ नहीं बताया. पुलिस को इसकी जानकारी तब हुई जब वह अपनी मां के साथ अस्पताल गई. हमने बैठक की और आरोपियों के परिजनों पर दबाव बनाया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.’

गांव में शौचालय की उपलब्धता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘अधिकांश घरों में शौचालय हैं.’

एसपी ने दारू थाने के अधिकारियों को जल्द से जल्द आरोपपत्र दाखिल करने का निर्देश दिया है ताकि वे त्वरित सुनवाई के लिए फास्ट-ट्रैक अदालत जा सकें.

प्रभात खबर के मुताबिक, पुलिस ने गोपलो गांव के आशीष महतो, दीपक कुमार व गुगलो उर्फ विनोद कुमार को गिरफ़्तार कर लिया है.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया, ‘मैं हजारीबाग में इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से आहत और व्यथित हूं. हजारीबाग पुलिस ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और इस जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार दो और संदिग्धों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया है. राज्य सरकार हमारे सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.’

घटना को ‘बेहद दर्दनाक’ बताते हुए झामुमो विधायक सीता सोरेन ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)