साड़ी पहने होने के चलते रेस्तरां में प्रवेश नहीं देने का आरोप, रेस्टोरेंट ने इनकार किया

एक महिला ने आरोप लगाया है कि दक्षिण दिल्ली स्थित एक रेस्तरां में उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया, क्योंकि वह साड़ी पहने हुई थीं. रेस्तरां ने महिला पर उसके कर्मचारियों से अभद्रता करने का आरोप लगाया है. रेस्तरां ने कहा कि स्थिति से निपटने और मेहमान को जाने का अनुरोध करते हुए हमारे गेट मैनेजर में से एक ने साड़ी हमारे ‘स्मार्ट कैज़ुअल’ ड्रेस कोड का हिस्सा नहीं होने का एक बयान दिया था. हमारी पूरी टीम इसके लिए माफ़ी मांगती है.

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अनीता चौधरी. (फोटो साभार: फेसबुक)

एक महिला ने आरोप लगाया है कि दक्षिण दिल्ली स्थित एक रेस्तरां में उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया, क्योंकि वह साड़ी पहने हुई थीं. रेस्तरां ने महिला पर उसके कर्मचारियों से अभद्रता करने का आरोप लगाया है. रेस्तरां ने कहा कि स्थिति से निपटने और मेहमान को जाने का अनुरोध करते हुए हमारे गेट मैनेजर में से एक ने साड़ी हमारे ‘स्मार्ट कैज़ुअल’ ड्रेस कोड का हिस्सा नहीं होने का एक बयान दिया था. हमारी पूरी टीम इसके लिए माफ़ी मांगती है.

अनीता चौधरी. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली का एक नामी रेस्तरां उस समय विवादों में घिर गया, जब एक महिला ने आरोप लगाया कि साड़ी पहने होने के चलते उन्हें वहां प्रवेश नहीं करने दिया गया.

महिला द्वारा कथित घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करने के बाद रेस्तरां को भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, रेस्तरां ने बुधवार को दावा किया कि घटना को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है.

फेसबुक पोस्ट में अनीता चौधरी ने आरोप लगाया कि रविवार (19 सितंबर) को अंसल प्लाजा स्थित अकीला रेस्तरां में उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया, क्योंकि वह साड़ी पहने हुई थीं.

उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, ‘दिल्ली का एक रेस्तरां हैं जहां पर साड़ी को स्मार्ट परिधान नहीं माना जाता है. इस रेस्तरां का नाम ‘अकीला’ है. हमने साड़ी को लेकर बहस की और कई तर्क दिए, लेकिन रेस्तरां में प्रवेश करने नहीं दिया गया, क्योंकि भारतीय परिधान- साड़ी को स्मार्ट परिधान नहीं माना गया. मैंने कभी इस तरह से अपमानित महसूस नहीं किया था. मैं व्यथित महसूस कर रही हूं.’

चौधरी ने रेस्तरांकर्मियों के साथ बहस का कथित वीडियो भी पोस्ट किया है.

इस वीडियो में होटल की एक महिला कर्मचारी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘हम केवल स्मार्ट कैजुअल की अनुमति देते हैं और साड़ी स्मार्ट कैजुअल के अंतर्गत नहीं आती है.’

चौधरी के फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक वह दूरदर्शन नेशनल चैनल में क्रिएटिव डायरेक्टर हैं. उनका पोस्ट वायरल होने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने सोशल मीडिया के साथ जोमैटो जैसे मंचों पर भी पर रेस्तरां की आलोचना की.

एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने रेस्तरा के व्यवहार को ‘अजीब’ करार देते हुए ट्वीट किया, ‘साड़ी स्मार्ट परिधान नहीं है का फैसला करने वाला वह कौन है? मैं अमेरिका, यूएई और यहां तक ब्रिटेन के बेहतरीन रेस्तरां में साड़ी पहन कर जा चुकी हूं. मुझे किसी ने नहीं रोका. और कोई अकीला नाम का रेस्तरां भारत में ड्रेस कोड का निर्देश दे रहा है और फैसला कर रहा है कि साड़ी ‘पर्याप्त स्मार्ट’ नहीं है. अजीब है.’

एक अन्य ने लिखा कि उनकी मां आल्प्स (पर्वत) पर भी साड़ी पहनकर गई थीं.

उपयोगकर्ता ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली के अकीला रेस्तरां ने एक महिला को प्रवेश करने से रोका, क्योंकि वह साड़ी पहने हुए थी. उनके मुताबिक यह स्मार्ट परिधान नहीं है. रेस्तरां आप पर लानत है. मेरी मां साड़ी में आल्प्स की ऊंचाई तक गई थीं. उन्होंने उन्हें उनके पहनावे के लिए नहीं रोका.’

जोमैटो पर भी इस घटना के बाद रेस्तरां के बारे में नकारात्मक समीक्षा पोस्ट की गई. एक व्यक्ति ने जोमैटो पर लिखा, ‘रेस्तरां पर्याप्त स्मार्ट नहीं है. कर्मचारी भयानक हैं (रेस्तरां में प्रवेश देने से पहले मेरे कपड़े देखते हैं). खाना बहुत खराब था.’

आरोपों पर सफाई देने के लिए रेस्तरां ने बुधवार को इंस्टाग्राम/ट्विटर का सहारा लिया. रेस्तरां के मुताबिक चौधरी द्वारा पोस्ट किया गया ‘10 सेकेंड’ का वीडियो एक घंटे की बातचीत का हिस्सा है.

रेस्तरां ने कहा, ‘अब तक हम चुप रहे और धैर्य से स्थिति को देख रहे थे, जो 19 सितंबर को हुई घटना के संदर्भ में है.’

ट्विटर पोस्ट के मुताबिक, ‘मेहमान रेस्तरां आए तो उनसे विनम्रता से दरवाजे पर ही इंतजार करने को कहा गया, क्योंकि उनके नाम की मेज आरक्षित नहीं थी. हालांकि, हमने अपने स्तर पर यह चर्चा कि उन्हें कहां बैठाया जा सकता है, मेहमान रेस्तरां के अंदर आए और हमारे कर्मचारी से लड़ने व अभद्रता करने लगे. इसके बाद जो घटना हुई, वह हमारी कल्पना के परे थी, मेहमान ने हमारे प्रबंधक को चांटा मारा.’

रेस्तरां ने घटना की सीसीटीवी फुटेज भी साझा की है, इसके साथ ही अलग से वीडियो भी अपलोड किए हैं जिनमें साड़ी पहनी महिलाएं रेस्तरां में दाखिल हो रही हैं.

रेस्तरां ने इसके साथ ही कहा, ‘हालांकि, हमारे पास अपने कर्मचारियों के प्रति मेहमान द्वारा की गई हिंसा पर कदम उठाने का पूरा अधिकार है, हमने अब तक शांत रहने का विकल्प चुना था, लेकिन हितधारकों से पादर्शिता बरतने की नीति के तहत अब हम बयान जारी कर रहे हैं.’

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, यह दावा करते हुए कि आरोप असत्य हैं, रेस्तरां ने कहा, ‘हम साड़ी में लोगों को अनुमति देते हैं और उस महिला ने जो आरोप लगाया है वह सिर्फ हमारे ब्रांड को बदनाम करने के लिए है, क्योंकि हमने अपने कर्मचारियों के साथ उनके दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया.’

बयान में कहा, ‘स्थिति से निपटने और मेहमान को जाने का अनुरोध करते हुए हमारे गेट मैनेजर में से एक ने साड़ी हमारे स्मार्ट कैजुअल ड्रेस कोड का हिस्सा नहीं होने का एक बयान दिया. हमारी पूरी टीम इसके लिए माफी मांगती है.’

स्पष्ट किया कि, ‘अकीला एक घरेलू ब्रांड है और टीम का प्रत्येक सदस्य एक गौरवान्वित भारतीय के रूप में खड़ा है. हमारे गेट मैनेजर का बयान किसी भी तरह से ड्रेस कोड पर पूरी टीम के दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व नहीं करता है.’

ग्राहकों में से एक की उम्र के बारे में कर्मचारियों द्वारा की गई टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर रेस्तरां के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि दिल्ली में उत्पाद शुल्क कानूनों के अनुसार 25 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को किसी भी पब या क्लब में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. दिल्ली सरकार ने हाल ही में उम्र को घटाकर 21 कर दिया है, हालांकि, रेस्तरां ने दावा किया कि युवा मेहमान अभी भी कम उम्र का था.

अनिता चौधरी से द इंडियन एक्सप्रेस ने संपर्क करने की कोशिश की लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो सकीं.

हालांकि उन्होंने रेस्तरां के दावे का खंडन करते हुए ट्विटर पर रेस्तरां के साथ अपने आरक्षण के स्क्रीनशॉट साझा किए.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘वे कह रहे हैं कि (रेस्टोरेंट में सीट) रिजर्व नहीं की गई थी या दोपहर एक बजे तक के लिए ही रिजर्व थी. अकीला का फिर से एक बड़ा झूठ है. यह प्रमाण है. अगर कोई अकीला की बात रख रहा है तो उसे तथ्य के साथ जाना चाहिए न कि मनगढ़ंत वीडियो के साथ.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)