श्रीनगर में मंगलवार को आतंकियों के हमले में शहर के जाने-माने केमिस्ट समेत तीन लोगों की जान गई है. कश्मीर में हालिया हमले के बाद इस साल अब तक लगभग दो दर्जन नागरिकों की हत्या हो चुकी है. जम्मू कश्मीर पुलिस ने इन हत्याओं को ‘हाइब्रिड युद्ध’ बताया है, जो आतंकियों का एक नया हथकंडा है.
श्रीनगरः कश्मीर घाटी में मंगलवार शाम को आतंकी हमलों में मारे गए तीन लोगों में से एक जाने-माने केमिस्ट है, जिनकी श्रीनगर स्थित फार्मेसी अक्सर गुणवत्तापूर्ण दवाओं के लिए लोगों की आखिरी उम्मीद होती थी.
कश्मीर में एक ही दिन में हुई इन हत्याओं से कश्मीर की खतरनाक सुरक्षा स्थिति उजागर हुई है. अज्ञात हमलावरों के हमले में इस साल अब तक लगभग दो दर्जन नागरिकों की हत्या हो चुकी है.
घाटी में एक ही दिन में इन तीन हत्याओं की व्यापक निंदा की जा रही है.
घाटी में अपनी पत्नी और बेटे के साथ रह रहे कश्मीरी पंडित पेशे से केमिस्ट माखन लाल बिंद्रू की मंगलवार शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई.
पुलिस का कहना है कि बिंद्रू को संदिग्ध आतंकियों ने श्रीनगर के हाफ्ट चिनार इलाके में उनकी फार्मेंसी के बाहर गोली मारी. इस हमले के कुछ पल बाद की ग्राफिक तस्वीरों में देखा जा सकता है कि बिंद्रू सड़क पर पड़े हैं और उनके सिर से खून बह रहा है.
पुलिस प्रवक्ता ने जारी बयान में कहा कि यह हमला मंगलवार शाम लगभग 7.15 मिनट पर हुआ.
बयान में कहा गया, ‘अपराध स्थल पर मौजूद अधिकारियों को पता चला कि बिंद्रू मेडिकेट के मालिक माखन लाल बिंद्रू को इकबाल पार्क में उनकी दुकान के पास आतंकियों ने गोली मार दी है. उन्हें इस हमले में गंभीर रूप से गोलियां लगीं और उन्हें तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.’
बिंद्रू के परिवार में उनकी पत्नी किरन बिंद्रू, बेटा सिद्धार्थ बिंद्रू है. परिवार श्रीनगर के इंद्रा नगर में रहता है. सिद्धार्थ विदेश से पढ़ाई पूरी कर हाल ही में श्रीनगर लौटा था.
बता दें कि घटनास्थल शेरघरी पुलिस थाने से कुछ सौ मीटर की दूरी पर है और एक तरफ से सिविल सेक्रिटेरियट से घिरा हुआ है.
द रिजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. टीआरएफ प्रमुख अब्बास शेख को इस साल की शुरुआत में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
बिंद्रू की हत्या ने पूरी घाटी में आक्रोश पैदा कर दिया है. कश्मीरी मुस्लिम और कश्मीरी पंडित दोनों की मांग है कि पुलिस अपराधियों की पहचान करें और उन्हें दंडित करें.
श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में सहायक प्रोफेसर डॉ. जीएम नाइकू ने कहा कि बिंद्रू गुणवत्तापूर्ण दवाइयां मुहैया कराने के लिए कश्मीर में घर-घर पहचाना जाता था.
उन्होंने कहा, ‘उन्होंने पीढ़ियों तक कश्मीर की सेवा की. उनकी हत्या चौंकाने वाली और निंदनीय है.’
जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट कर बिंद्रू के परिवार के प्रति सांत्वना जताते हुए इन हत्याओं की निंदा की.
Condemn the killing of Shri M L Bindroo who chose to stay back in Kashmir even during peak insurgency. Such acts of violence have no place in our society. May his family find the strength to deal with this loss.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 5, 2021
महबूबा ने कहा, ‘एमएल बिंद्रू की हत्या की निंदा करते हैं, जिन्होंने कश्मीरी पंडितों के पलायन के दौरान भी कश्मीर में रहने का फैसला किया. इस तरह की हिंसा की हमारे समाज में कोई जगह नहीं. भगवान उनके परिवार को यह दर्द सहने की शक्ति दे.’
What terrible news! He was a very kind man. I’ve been told he never left during the height of militancy and remained with his shop open. I condemn this killing in the strongest possible terms & convey my heartfelt condolences to his family. God bless his soul. https://t.co/c29M0u2PUe
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 5, 2021
वहीं, उमर ने ट्वीट कर कहा, ‘वह बहुत ही दयालु शख्स थे. मुझे बताया गया कि वह कश्मीरी पंडितों के पलायन के दौरान कभी घाटी छोड़कर नहीं गए और अपनी दुकान के साथ हमेशा यहीं रहे. मैं कड़े शब्दों में इन हत्याओं की निंदा करता हूं और पीड़ित परिवार के प्रति सांत्वना व्यक्त करता हूं. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.’
प्रख्यात कश्मीरी पंडित और शिक्षाविद अमिताभ मट्टू ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा, ‘माखन लाल बिंद्रू की हत्या सिर्फ दुखद ही नहीं है बल्कि अंधेरे में आशा की किरण मिटाने की तरह है. श्रीनगर में बिंद्रू केमिस्ट को घर-घर जाना जाता था. उन्होंने बुरे समय में भी यह दुकान चलाई. उनका बेटा विदेश से पढ़ाई पूरी कर श्रीनगर के लोगों की सेवा के लिए हाल ही में लौटा है.’
वरिष्ठ पत्रकार निधि राजदान ने कहा कि वह इन हत्याओं के बारे में सुनकर स्तब्ध हैं. उन्होंने कहा, ‘श्रीनगर के सबसे लोकप्रिय केमिस्ट में से एक एमएल बिंद्रू की हत्या की खबर सुनकर स्तब्ध हूं. वह कश्मीरी पंडित थे जिन्होंने बुरे हालात में भी दुकान हमेशा खोले रखी. श्रीनगर में बीते चार दिनों में यह तीसरी हत्या है.’
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता इमरान डार ने कहा, ‘मैं बिंद्रू को बचपन से जानता था. वह बहुत विनम्र थे. मैं यह जानकर स्तब्ध हूं कि उन जैसे शख्स की इतनी निर्दयी तरीके से हत्या की गई.’
बिंद्रू को मारे जाने के 30 मिनट बाद अज्ञात बंदूकधारियों ने फिर हमला किया. इस बार श्रीनगर के लाल बाजार इलाके में हमला किया गया, जहां भेलपुरी बेचने वाले बिहार के एक रेहड़ीवाले की मौत हो गई.
पुलिस ने बयान में कहा, ‘श्रीनगर पुलिस को सूचना मिली की श्रीनगर के मदीना चौक लाल बाजार के पास एक और घटना हुई है, जहां आतंकियों ने बिहार के भागलपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान नाम के एक शख्स को मार दिया.’
इसके बाद शाम में अज्ञात बंदूकधारियों ने उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के मोहम्मद शफी लोन की हत्या कर दी.
पुलिस के मुताबिक, बांदीपोरा के शाहगुंड में आतंकियों ने यह हमला किया. पुलिस ने कहा, ‘पुलिस ने इन आतंकी घटनाओं के संबंध में मामला दर्ज किया है. जांच जारी है. इन सभी इलाकों की घेराबंदी की गई है और तलाशी जारी है.’
जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने इन हत्याओं का हाइब्रिड युद्ध के रूप में उल्लेख किया है, जो कि आतंकियों का एक नया हथकंडा है.
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