उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के पेपर लीक होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आरोपियों के ख़िलाफ़ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुक़दमा दर्ज होने जा रहा है और सरकार उनकी संपत्ति ज़ब्त कराने और रासुका के तहत उन्हें निरुद्ध करने जा रही है. वहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि भर्ती में भ्रष्टाचार भाजपा सरकार की पहचान बन गया है.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में बीते रविवार को होने वाली 2021 की उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) प्रश्न पत्र लीक होने की वजह से स्थगित कर दी गई और पुलिस ने इस मामले में प्रश्न पत्र लीक करने वाले गिरोह के 29 सदस्यों को राज्य के विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किया है.
एक बयान में राज्य सरकार ने कहा कि इस संबंध में 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) के पेपर लीक होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश की योगी सरकार पेपर लीक कराने वालों के खिलाफ रासुका लगाएगी.
देवरिया में एक जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ ने कहा, ‘हमें समाचार मिला है कि यूपीटीईटी की आज (रविवार) परीक्षा थी और एक गिरोह ने कहीं से प्रश्नपत्र लीक कर लिया. हमने पूरी परीक्षा निरस्त करने और पूरे गिरोह को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है.’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमने सभी परीक्षार्थियों को सकुशल उनके घर पर नि:शुल्क पहुंचाने और एक महीने के भीतर पारदर्शी तरीके से फिर से परीक्षा कराने और किसी भी बच्चे से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेने का निर्देश दिया है. परीक्षार्थी अपना प्रवेश पत्र दिखाकर रोडवेज की बसों में नि:शुल्क घर जा सकते हैं.’
योगी ने कहा, ‘जिन लोगों ने यह शरारत की है उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने जा रहा है और सरकार उनकी संपत्ति जब्त कराने और रासुका के तहत उन्हें निरुद्ध करने जा रही है. कोई कितनी बड़ी क्यों न हो, उसके घर पर बुलडोजर चलना तय है.’
इस बीच, लखनऊ में अपर मुख्य सचिव, बेसिक शिक्षा दीपक कुमार और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बीते रविवार को पत्रकारों को प्रश्नपत्र लीक होने और परीक्षा निरस्त होने की जानकारी दी.
#Update | A total of 29 members of the gangs involved in paper solving & leaking question paper, from different parts of the state and recovered the question papers, mobile, pen drive and notes: UP Police
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 28, 2021
पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद प्रश्न पत्र की प्रति को शासन के साथ साझा किया गया, जिसमें लीक हुई सामग्री शिक्षक पात्रता परीक्षा के वास्तविक प्रश्न पत्र से मेल खाती थी.
अधिकारियों ने बताया कि इसी कारण परीक्षा स्थगित करने और अगले एक माह में दोबारा परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. इसमें होने वाले खर्च का वहन राज्य सरकार करेगी और अभ्यर्थी को दोबारा फॉर्म नहीं भरना पड़ेगा.
उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने तय किया है कि प्रवेश पत्र के आधार पर अभ्यर्थियों को सरकारी बसों में नि:शुल्क अपने गंतव्य तक जाने का अवसर मिलेगा. उन्होंने कहा कि मामले में जांच की जिम्मेदारी विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को सौंपी गई है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
प्रशांत कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 (यूपी टीईटी-2021) की परीक्षाएं रविवार को दो पालियों में (10:00 से 12:30 बजे और 2:30 से 5:00 बजे तक) राज्य के सभी 75 जिलों के 2,736 परीक्षा केंद्रों पर होनी थी. उन्होंने बताया कि इसमें 19 लाख 99 हजार 418 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे.
कुमार ने बताया कि मामले में लखनऊ से चार लोगों को पकड़ा गया है, जबकि पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने मेरठ से तीन लोगों को, वाराणसी और गोरखपुर से दो लोगों को, कौशांबी से एक और इलाहाबाद से 16 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है.
उन्होंने बताया कि मामले में कुछ और लोगों को गिरफ्तार किए जाने की संभावना है. अयोध्या और आम्बेडकर नगर जिले से भी एक-एक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार सदस्यों में कुछ बिहार के निवासी हैं.
तीन आरोपियों ने प्रश्न पत्र की 10 प्रतियां पांच लाख रुपये में खरीदी थीं और 50-60 उम्मीदवारों में से प्रत्येक से 50,000 रुपये लिए थे. सरकार ने कहा कि गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है.
एसटीएफ की इलाहाबाद इकाई के पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु कुमार ने बताया कि गिरोह के सरगना समेत 16 सदस्यों को विभिन्न थाना क्षेत्रों से रविवार को गिरफ्तार किया गया.
उन्होंने बताया कि नैनी थाना क्षेत्र से इस गिरोह के मुख्य सरगना राजेंद्र पटेल, निवासी रानीगंज, प्रतापगढ़ सहित सन्नी सिंह, टिंकू कुमार, नीरज शुक्ला, शीतल कुमार, धनंजय कुमार, कुनैन राजा और शिवदयाल को गिरफ्तार किया गया है.
इसके अलावा झूंसी थाना क्षेत्र के अंतर्गत अनुराग, अभिषेक सिंह और सत्य प्रकाश सिंह को गिरफ्तार किया गया. सत्य प्रकाश के मोबाइल फोन में वॉट्सऐप में हल किया गया प्रश्न पत्र पाया गया है.
सत्य प्रकाश प्राथमिक विद्यालय, करिया खुर्द, शंकरगढ़ में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं. नैनी थाना क्षेत्र से आठ , झूंसी थाना क्षेत्र से तीन और जॉर्ज टाउन थाना क्षेत्र से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
कुमार ने बताया कि जॉर्ज टाउन थाना क्षेत्र से चतुर्भुज सिंह, संजय सिंह, अजय कुमार, ब्रह्मा शंकर सिंह और सुनील कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया.
भर्ती में भ्रष्टाचार भाजपा सरकार की पहचान बन गया है: प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का प्रश्नपत्र लीक होने और फिर इसे रद्द करने को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा तथा आरोप लगाया कि भर्ती में भ्रष्टाचार भाजपा सरकार की पहचान बन गया है.
भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही भाजपा सरकार की पहचान बन चुका है। आज यूपी टेट का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया।
हर बार पेपर आउट होने पर @myogiadityanath जी की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर है। pic.twitter.com/gdEz5az7iq
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 28, 2021
प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही भाजपा सरकार की पहचान बन चुका है. आज (रविवार) यूपी टेट का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया.’
कांग्रेस की महासचिव ने कहा, ‘हर बार पेपर आउट होने पर योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)