सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार मामले में आगे की कार्रवाई के लिए राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय कर रही है. संदेश सेवा ‘टेलीग्राम’ पर एक ख़ास चैनल को सोशल मीडिया पर कुछ उपयोगकर्ताओं द्वारा चिह्नित किया गया, जिन्होंने बताया कि यह हिंदू महिलाओं को निशाना बना रहा था, उनकी तस्वीरें साझा करने के साथ ही उन्हें अपशब्द कह रहा था.
नई दिल्ली: हिंदू महिलाओं को कथित तौर पर निशाना बनाने वाले एक टेलीग्राम चैनल को ब्लॉक कर दिया गया है. सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि सरकार मामले में आगे की कार्रवाई के लिए राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय कर रही है.
सोशल मैसेजिंग ऐप ‘टेलीग्राम’ पर एक खास चैनल को सोशल मीडिया पर कुछ उपयोगकर्ताओं द्वारा चिह्नित किया गया जिन्होंने बताया कि यह हिंदू महिलाओं को निशाना बना रहा था, उनकी तस्वीरें साझा करने के साथ ही उन्हें अपशब्द कह रहा था.
Channel blocked. Government of India coordinating with police authorities of states for action. https://t.co/kCB6Ys8TI2
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) January 5, 2022
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘चैनल को बंद कर दिया गया है. भारत सरकार कार्रवाई के लिए राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय कर रही है.’
सार्वजनिक संदेशों को टेलीग्राम चैनलों के माध्यम से व्यापक दर्शकों तक प्रसारित किया जा सकता है. चैनल में असीमित संख्या में ग्राहक हो सकते हैं और व्यवस्थापक उन पर संदेश भेज सकते हैं. जब कोई संदेश किसी चैनल में पोस्ट किया जाता है, तो उस पर चैनल के नाम से हस्ताक्षर किए जाते हैं, न कि उपयोगकर्ता के नाम से.
हाल ही में कम से कम 100 प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को ‘बुली बाई’ ऐप पर ‘नीलामी’ के लिए अपलोड किए जाने का मामला सामने आया था. ऐप ‘बुली बाई’ पर तस्वीरों को अपलोड करने का मामला पिछले साल सामने आऐ सुली डील्स (Sulli Deals) जैसा है.
ऐप ‘बुली बाई’ ठीक उसी तरह काम करता था जैसे ‘सुल्ली डील्स’ ने किया था. एक बार खोलने के बाद एक मुस्लिम महिला का चेहरा बेतरतीब ढंग से प्रदर्शित किया जाता था. इसके लिए पत्रकारों सहित ट्विटर पर मुखर मुस्लिम महिलाओं को चुना गया और उनकी तस्वीरें नीलामी के लिए अपलोड कर दी गईं.
अधिकारियों ने बीती चार जनवरी को कहा था कि ‘बुली बाई’ ऐप मामले की जांच कर रहे मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ ने उत्तराखंड से 19 वर्षीय युवती श्वेता सिंह को हिरासत में लिया है, जिसे मुख्य आरोपी माना जा रहा है और एक इंजीनियरिंग के छात्र मयंक रावल को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा बेंगलुरु के सिविल इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष के छात्र विशाल कुमार झा (21) को गिरफ्तार किया है.
इनके मुताबिक यह कोई वास्तविक ‘नीलामी’ या ‘बिक्री’ नहीं थी, ऐप का उद्देश्य निशाना बनाई गईं महिलाओं को अपमानित करना और डराना लगता है. इन महिलाओं में से कई सक्रिय सोशल मीडिया उपयोगकर्ता हैं.
मुंबई पुलिस ने बुधवार को कहा है कि मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाले ‘बुली बाई’ ऐप के प्रचार में शामिल लोगों ने गुमराह करने के लिए ट्विटर हैंडल पर सिख समुदाय से जुड़े नामों का इस्तेमाल किया. इससे सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)