सूचना प्रसारण मंत्रालय ने प्रधानमंत्री पर व्यंग्य करने वाले शो को लेकर चैनल को नोटिस भेजा

बीते 15 जनवरी को ज़ी तमिल पर प्रसारित हुए जूनियर सुपर स्टार्स सीजन-4 में बाल कलाकारों ने नोटबंदी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेशी दौरों, उनके पहनावे और विनिवेश को लेकर व्यंग्य करता परफॉरमेंस दिया था. इससे नाराज़ भाजपा की तमिलनाडु इकाई ने चैनल से शो को ऑफ एयर करते हुए माफ़ी मांगने को कहा था.

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ज़ी तमिल पर प्रसारित होने वाले जूनियर सुपरस्टार सीजन-4 में परफॉर्म करते बाल कलाकार. (साभार: स्क्रीनग्रैब)

बीते 15 जनवरी को ज़ी तमिल पर प्रसारित हुए जूनियर सुपर स्टार्स सीजन-4 में बाल कलाकारों ने नोटबंदी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेशी दौरों, उनके पहनावे और विनिवेश को लेकर व्यंग्य करता परफॉरमेंस दिया था. इससे नाराज़ भाजपा की तमिलनाडु इकाई ने चैनल से शो को ऑफ एयर करते हुए माफ़ी मांगने को कहा था.

ज़ी तमिल पर प्रसारित होने वाले जूनियर सुपरस्टार सीजन-4 में परफॉर्म करते बाल कलाकार. (साभार: स्क्रीनग्रैब)

चेन्नईः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों को लेकर बच्चों के एक शो में व्यंग्यात्मक टिप्पणियों पर भाजपा की प्रदेश इकाई की आपत्ति के बाद अब सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जी एंटरटेनमेंट को नोटिस जारी किया है.

मंत्रालय ने चैनल ग्रुप को इस शिकायत पर जवाब देने को कहा है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को जारी यह नोटिस भाजपा की प्रदेश इकाई के आईटी और सोशल मीडिया सेल के अध्यक्ष सीटीआर निर्मल कुमार की शिकायत पर ही आधारित है.

ज़ी तमिल पर प्रसारित होने वाले रियलिटी शो ‘जूनियर सुपर स्टार्स सीजन-4’ के खिलाफ दर्ज शिकायत में कहा गया है कि इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं वह चाहते हैं कि इस कार्यक्रम को प्लेटफॉर्म से हटाया जाए.

इस लोकप्रिय कार्यक्रम का प्रसारण 15 जनवरी को किया गया था, जिसकी मेजबानी तमिल अभिनेत्री स्नेहा और आरजे मिर्ची सेंथिल और कॉमेडियन अमुधवनन जैसे अन्य हस्तियों ने की थी.

कार्यक्रम के दौरान 2006 की लोकप्रिय राजनीतिक व्यंग्य फिल्म ‘इमसाई अरसन 23 एम पुलिकेसी’ का उल्लेख किया गया, जिसमें कॉमेडियन वाडिवेलु ने ब्रिटिशों के नियंत्रण में सत्ता संभाल रहे एक राजा की भूमिका निभाई थी, जो देश में बड़े संकटों और अकाल के बावजूद ऐशो-आराम की जिंदगी जीता है.

इस टीवी शो में बच्चों ने भी एक राजा और उसकी नीति सुधारों का उल्लेख किया, जो सफल नहीं हो पाए. इन नीतियों में मोदी सरकार द्वारा लागू की गई नीतियों नोटबंदी और विनिवेश का जिक्र किया गया.

कुमार ने चैनल और मंत्रालय को भेजी अपनी शिकायत में कहा, ‘नोटबंदी, प्रधानमंत्री मोदी के विभिन्न देशों के दौरे, प्रधानमंत्री के पहनावे और विनिवेश को लेकर तल्ख टिप्पणियां की गईं. 10 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए इन उपर्युक्त विषयों का मतलब समझना असंभव है.’

उन्होंने यह भी कहा था कि कॉमेडी के नाम पर इन विषयों पर चर्चा की गई. कॉमेडी के नाम पर इन विषयों को बच्चों पर थोपा जा रहा है.

पत्र में यह भी शिकायत की गई कि शो के एंकर और जज इन टिप्पणियों को बढ़ावा दे रहे थे.

पत्र में कहा गया, ‘इससे तमिलनाडु में चैनल के बारे में गलत संदेश गया. यह स्पष्ट है कि चैनल ने बच्चों के जरिये पहुंचाई जा रही इस गलत सूचना पर अंकुश लगाने का कोई प्रयास नहीं किया.’

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि उन्हें 15 जनवरी को प्रसारित कार्यक्रम के खिलाफ शिकायत मिली है. चैनल से सात दिनों के भीतर इस शिकायत पर जवाब देने को कहा गया है, जिसमें असफल रहने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

दिल्ली में मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों ने पुष्टि की है कि उन्होंने इस शो के संबंध में ज़ी तमिल से जवाब मांगा है लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि यह कोई कारण बताओ नोटिस नहीं है और न ही इस पत्र में कहा गया है कि केबल टीवी नेटवर्क्स अधिनियम के किसी प्रावधान का उल्लंघन किया गया.

मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने कहा, ‘जब उन्हें कोई शिकायत मिलती है तो वे जवाब के लिए उसे चैनल को भेज दिया जाता है. जवाब मिलने पर मंत्रालय विचार करेगा कि क्या क्या शो के कंटेंट के जरिये किसी नियम का उल्लंघन किया गया और अगर ऐसा पाया जाता है तो उचित कार्रवाई की जाती है.’

ज़ी समूह को सात दिनों के भीतर इस शिकायत का जवाब देना है.

शिकायतकर्ता कुमार ने मंगलवार को कहा कि ज़ी प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि वे अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म से शो के उस हिस्से को हटा देंगे, जिसे लेकर विवाद है.

उन्होंने कहा, ‘चैनल की ओर से किसी तरह की आधिकारिक बातचीत नहीं हुई है लेकिन उन्होंने हमें बताया है कि वे इन हिस्सों को हटा देंगे और जब वे इसी शो को अगले हफ्ते चलाएंगे तो खेद जताते हुए एक स्क्रॉल पेश करेंगे.’