भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 3,89,03,731 हो गए हैं और यह महामारी अब तक 4,88,884 लोगों की जान ले चुकी है. विश्व में संक्रमण के 34.64 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और 55.84 लाख से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,37,704 नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले बढ़कर 3,89,03,731 हो गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह तक के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक इनमें वायरस के ओमीक्रॉन स्वरूप के 10,050 मामले भी शामिल हैं.
20 जनवरी के बाद से यह लगातार तीसरा दिन है, जब एक दिन में 3.17 लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं. 13 जनवरी के बाद से ये लगातार 10वां दिन है, जब देश में बीते एक दिन में संक्रमण के 2.38 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा सात जनवरी से ये लगातार 16वां दिन है, जब एक लाख से अधिक मामले सामने आए हैं.
सुबह आठ बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक उपचाराधीन मरीज यानी सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 21,13,365 हो गई है, जो पिछले 237 दिनों में सर्वाधिक हैं, जबकि पिछले 24 घंटों में 488 और मरीजों की मौत के साथ मृतक संख्या बढ़कर 4,88,884 हो गई है.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 34,64,62,953 हो गए हैं और अब तक 55,84,942 लोगों की जान जा चुकी है.
मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार से भारत में ओमीक्रॉन के मामलों में 3.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. उपचाराधीन मामले संक्रमण के कुल मामलों का 5.43 प्रतिशत हैं, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर घटकर 93.31 प्रतिशत हो गई है.
दैनिक संक्रमण दर 17.22 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 16.65 प्रतिशत रही.
आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक 71.34 करोड़ नमूनों की जांच की गई है जिनमें से 19,60,954 जांच पिछले 24 घंटे में की गई.
मंत्रालय ने बताया कि अब तक कोविड-19 टीके की 161.16 करोड़ खुराक दी गई हैं.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के जो 488 नए मामले सामने आए, जिनमें से 106 की केरल में, महाराष्ट्र में 52, दिल्ली में 38 और पश्चिम बंगाल में 35 लोगों की मौत हुई.
आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,88,884 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,42,023, केरल के 51,607, कर्नाटक के 38,537, तमिलनाडु के 37,145, दिल्ली के 25,541, उत्तर प्रदेश के 23,022 और पश्चिम बंगाल के 20,265 लोग थे.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
जनवरी महीने में कोविड 19 संक्रमण की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे में 21 जनवरी को 3,47,254, 20 जनवरी को 3,17,532, 19 जनवरी को 2,82,970, 18 जनवरी को 2,38,018, 17 जनवरी को 2,58,089, 16 जनवरी को 2,71,202, 15 जनवरी को 2,68,833, 14 जनवरी को 2,64,202, 13 जनवरी को 2,47,417, 12 जनवरी को 1,94,720, 11 जनवरी को 1,68,063, 10 जनवरी को 1,79,723, नौ जनवरी को 1,59,632, आठ जनवरी को 1,41,986, सात जनवरी को 1,17,100, छह जनवरी को 90,928, पांच जनवरी को 58,097, चार जनवरी को 37,379, तीन जनवरी को 33,750, दो जनवरी को 27,553 और एक जनवरी को 22,775 नए मामले दर्ज किए गए थे.
इस महीने में पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 21 जनवरी को 703, 20 जनवरी को 491, 19 जनवरी को 441, 18 जनवरी को 310, 17 जनवरी को 385, 16 जनवरी को 314, 15 जनवरी को 402, 14 जनवरी को 315, 13 जनवरी को 380, 12 जनवरी को 442, 11 जनवरी को 277, 10 जनवरी को 146, नौ जनवरी को 327, आठ जनवरी को 285, सात जनवरी को 302, छह जनवरी को 325, पांच जनवरी को 534, चार जनवरी को 124, तीन जनवरी को 123, दो जनवरी को 284 और एक जनवरी को 406 लोगों की मौत हुई थी.
बीते साल का मई रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
कोविड-19: साल 2021 में किस महीने-कितने केस दर्ज हुए जानने के लिए यहां क्लिक करें.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)