बीते दिसंबर महीने में 20 यूट्यूब चैनलों को प्रतिबंधित करने के बाद सरकार की ओर से ये कदम उठाया गया है. सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ये चैनल अलगाववाद को प्रोत्साहित करने, भारत को धर्म के आधार पर विभाजित करने और भारतीय समाज के विभिन्न वर्गों के बीच दुश्मनी पैदा करने से संबंधित सामग्री का प्रचार कर रहे थे.
नई दिल्ली: बीते दिनों 20 यूट्यूब चैनलों को प्रतिबंधित करने के करीब एक महीने बाद आईटी नियम, 2021 के तहत मिली नई शक्तियों का उपयोग कर सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भारत के खिलाफ दुष्प्रचार और समन्वित तरीके से फर्जी खबरें फैलाने वाले 35 यूट्यूब चैनल और दो वेबसाइट को ब्लॉक करने का आदेश दिया है.
सूचना और प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इन सभी वेबसाइट और यूट्यूब चैनल को पाकिस्तान से संचालित किया जा रहा था.
उन्होंने कहा कि भारतीय खुफिया एजेंसियां ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट और वेबसाइट पर कड़ी निगरानी रख रही हैं और इस बारे में तत्काल कार्रवाई के लिए मंत्रालय को सूचित कर रही हैं.
मंत्रालय ने बाद में एक बयान में कहा, ‘सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियमावली 2021 के नियम 16 के तहत जारी पांच अलग-अलग आदेशों के तहत मंत्रालय ने पाकिस्तान से संचालित इन सोशल मीडिया अकाउंट और वेबसाइट को ब्लॉक करने का आदेश दिया है.’
मंत्रालय ने बीते 20 जनवरी को खुफिया सूचना मिलने के तुरंत बाद उन्हें ब्लॉक करने के आदेश जारी किए.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि 100 करोड़ से अधिक बार देखे गए ये सभी चैनल पाकिस्तान से संचालित होते थे. उन्होंने कहा कि वे डिजिटल मीडिया पर समन्वित तरीके से भारत विरोधी फर्जी खबरें फैलाने में शामिल थे.
इसने दो वेबसाइटों, दो ट्विटर अकाउंट, दो इंस्टाग्राम अकाउंट और एक फेसबुक अकाउंट को ब्लॉक करने के आदेश भी पारित किए.
ब्लॉक किए गए चैनलों में से दो की पहचान ‘अपनी दुनिया नेटवर्क’ और ‘तल्हा फिल्म्स नेटवर्क’ के रूप में की हुई है. अपनी दुनिया नेटवर्क 14 यूट्यूब चैनल, जबकि तल्हा फिल्म्स नेटवर्क 13 यूट्यूब चैनल संचालित कर रहा था.
मंत्रालय के बयान में कहा, ‘ये चैनल अलगाववाद को प्रोत्साहित करने, भारत को धर्म के आधार पर विभाजित करने और भारतीय समाज के विभिन्न वर्गों के बीच दुश्मनी पैदा करने से संबंधित सामग्री का प्रचार कर रहे थे.’
पत्रकारों से बात करते हुए, सूचना और प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि चैनलों के पास 1.2 करोड़ की संयुक्त ग्राहक संख्या थी और 130 करोड़ से अधिक बार देखा गया था.
उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि इनकी सामग्री गंभीर मुद्दों जैसे भारतीय सशस्त्र बलों, जम्मू कश्मीर, भारत के विदेशी संबंधों, अलगाववादी विचारों और हाल ही में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मृत्यु से संबंधित थी.
मालूम हो कि बीते 19 जनवरी को सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि सरकार देश के खिलाफ ‘साजिश रचने’ वालों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई जारी रखेगी.
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पिछले साल दिसंबर में खुफिया एजेंसियों के साथ एक समन्वित प्रयास में 20 यूट्यूब चैनल और दो वेबसाइट को अवरुद्ध (ब्लॉक) करने का आदेश दिया था, क्योंकि वे ‘भारत विरोधी दुष्प्रचार’ और फर्जी खबरें फैला रहे थे.
मंत्रालय ने दिसंबर में एक बयान में कहा था, ‘ये बीस यूट्यूब चैनल और वेबसाइट पाकिस्तान से संचालित एक कोआर्डिनेटेड दुष्प्रचार नेटवर्क से संबंधित हैं तथा भारत से संबंधित विभिन्न संवेदनशील विषयों के बारे में फर्जी खबरें फैला रहे थे.’
जिन 20 यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक करने करने का आदेश दिया गया था, उनमें द पंच लाइन, इंटरनेशनल वेब न्यूज, खालसा टीवी, द नेकेड ट्रुथ, न्यूज 24, 48 न्यूज, फिक्शनल हिस्टोरिकल फैक्ट्स, पंजाब वायरल, नया पाकिस्तान ग्लोबल और कवर स्टोरी शामिल थे.
यूट्यूब चैनलों के अलावा कश्मीर ग्लोबल और कश्मीर वॉच वेबसाइटों को पूरी तरह से ब्लॉक करने का आदेश दिया गया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)