ब्रिटेन ने द्विपक्षीय बैठक में उठाया ऑक्सफैम के एफसीआरए लाइसेंस रिन्यू से इनकार का मुद्दा

31 दिसंबर 2021 को 5,932 अन्य एनजीओ के साथ ऑक्सफैम इंडिया का एफसीआरए पंजीकरण समाप्त हो गया था, जिनमें से 5,789 ने पंजीकरण के नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं किया था. बाकी बचे आवेदन विभिन्न अनियमितताओं की वजह से ख़ारिज कर दिए गए थे. ऑक्सफैम इंडिया इन्हीं में से एक था.

(फोटो: रॉयटर्स)

31 दिसंबर 2021 को 5,932 अन्य एनजीओ के साथ ऑक्सफैम इंडिया का एफसीआरए पंजीकरण समाप्त हो गया था, जिनमें से 5,789 ने पंजीकरण के नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं किया था. बाकी बचे आवेदन विभिन्न अनियमितताओं की वजह से ख़ारिज कर दिए गए थे. ऑक्सफैम इंडिया इन्हीं में से एक था.

(फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्लीः ब्रिटेन ने विदेशी चंदा विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) के तहत एनजीओ ऑक्सफैम इंडिया का पंजीकरण रिन्यू करने से भारत के इनकार करने का मामला द्विपक्षीय बैठक में उठाया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मुद्दे पर दो फरवरी को चौथी भारत-ब्रिटेन गृह मामलों की वार्ता के दौरान चर्चा की गई.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बिना अधिक जानकारी का उल्लेख किए कहा, ‘इस मुद्दे को ब्रिटेन ने उठाया था. प्रतिनिधियों ने कानून के बारे में बताया कि यह कैसे काम करता है.’

31 दिसंबर 2021 की आधीरात को 5,932 अन्य एनजीओ के साथ ऑक्सफैम इंडिया का एफसीआरए पंजीकरण समाप्त हो गया था.

एमएचए सूत्रों का कहना है कि इन एनजीओ में से 5,789 ने पंजीकरण रिन्यू के लिए आवेदन नहीं किया था जबकि बाकी के आवेदन विभिन्न अनियमितताओं की वजह से खारिज कर दिए गए थे. इन एनजीओ में ऑक्सफैम इंडिया और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) भी थे.

ब्रिटेन, भारत बैठक के दौरान केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल और गृह कार्यालय के स्थाई सचिव मैथ्यू रायक्रॉफ्ट के नेतृत्व में ब्रिटेन प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई की.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तब जारी बयान में कहा था, ‘इस बैठक में होमलैंड सिक्योरिटी, साइबर सुरक्षा, प्रत्यर्पण मामले, माइग्रेशन और मोबिलिटी सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई.’

बयान में कहा गया, ‘भारत की ओर से ब्रिटेन में कुछ चरमपंथियों और कट्टरपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियों पर चिंता जताई गई. ब्रिटेन पक्ष से इस तरह के तत्वों की गतिविधियों को लेकर चौकस रहने और उचित कदम उठाने को कहा गया. दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग बनाए रखने पर सहमति जताई गई.’

ऑक्सफैम इंडिया का पंजीकरण रिन्यू करने से गृह मंत्रालय के इनकार के एक दिन बाद संगठन ने कहा था कि इससे 16 राज्यों में उनके मानवीय कामों में बाधा आएगी.

ऑक्सफैम ने जारी बयान में कहा, ‘भारत सरकार के ऑक्सफैम इंडिया का एफसीआरए पंजीकरण लाइसेंस रिन्यू करने से इनकार के फैसले से देश के 16 राज्यों में संगठन के मौजूदा मानवीय और सामाजिक कार्य गंभीरता से प्रभावित होंगे. इसमें कोविड-19 के दौरान ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करना, जीवनरक्षक चिकित्सा और सिलेंडर, वेंटिलेटर्स जैसे डायग्नोस्टिक उपकरण मुहैया कराने और कमजोर समुदायों के लिए भोजन की आपूर्ति करना शामिल है.’

ऑक्सफैम इंडिया के सीईओ अमिताभ बेहर ने कहा था, ‘ऑक्सफैम इंडिया दशकों से देश में सरकार, समुदायों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ जनहित में काम कर रहा है. कोविड-19 महामारी के दौरान ऑक्सफैम इंडिया ने जीवनरक्षक उपकरण मुहैया कराने और सहयोग के लिए देशभर में स्वास्थ्य विभागों, जिला प्रशासनों और आशा कार्यकर्ताओं के साथ हाथ मिलाया. हम कोविड-19 की वजह से स्कूली शिक्षा में सीखने के अंतर को कम करने के लिए विभिन्न राज्य सरकारों के साथ भी काम कर रहे हैं.’