संपत्ति सलाहकार नाइट फ्रैंक ने ‘द वेल्थ रिपोर्ट 2022’ के अनुसार, 2021 में भारत में अत्यधिक धनी लोगों की संख्या में सर्वाधिक वृद्धि बेंगलुरु में देखी गई. वहां इनकी संख्या 17.1 प्रतिशत बढ़ी है, इसके बाद दिल्ली में 12.4 प्रतिशत तथा मुंबई में नौ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है.
नई दिल्ली: देश में तीन करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 226 करोड़ रुपये) या इससे अधिक संपत्ति वाले अत्यधिक धनी लोगों की संख्या में पिछले साल 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई. रियल एस्टेट के बारे में परामर्श देने वाली नाइट फ्रैंक ने अपनी रिपोर्ट में यह कहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, अत्यधिक धनी लोगों की संख्या में यह बढ़ोतरी शेयर बाजारों में तेजी और डिजिटल क्रांति के चलते हुई.
भारत 2021 में विश्व स्तर पर अरबपतियों की आबादी में तीसरे स्थान पर है. अमेरिका 748 अरबपतियों के साथ पहले स्थान पर है, जिसके बाद 554 अरबपतियों के साथ चीन का स्थान है. भारत 145 अरबपतियों के साथ तीसरे स्थान पर है.
संपत्ति सलाहकार नाइट फ्रैंक ने ‘द वेल्थ रिपोर्ट 2022’ के अपने ताजा संस्करण में कहा कि वैश्विक स्तर पर अत्यधिक धनी लोगों की संख्या 2021 में 9.3 प्रतिशत बढ़ कर 6,10,569 हो गई, जो इससे पिछले साल 5,58,828 थी.
नाइट फ्रैंक ने एक बयान में कहा, ‘भारत में अत्यधिक धनी लोगों (तीन करोड़ अमेरिकी डॉलर या उससे अधिक शुद्ध संपत्ति) की संख्या में 2021 में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.’
रिपोर्ट के अनुसार भारत में अधिक नेटवर्थ वाले अमीरों की संख्या 2021 में 13,637 थी जो इससे पिछले साल 12,287 थी.
अत्यधिक धनी लोगों की संख्या में सर्वाधिक वृद्धि बेंगलुरु में देखी गई. वहां इनकी संख्या 17.1 प्रतिशत बढ़कर 352 हो गई. उसके बाद दिल्ली (12.4 प्रतिशत बढ़कर 210) तथा मुंबई (नौ प्रतिशत बढ़कर 1,596) का स्थान रहा.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, भारत की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई में नेटवर्थ वाले अमीरों की जनसंख्या अगले पांच सालों में यानी 2026 तक 29.6 प्रतिशत बढ़कर 2,069 हो जाने की उम्मीद है.
नाइट फ्रैंक के रिपोर्ट अनुसार, मुंबई में अत्यधिक धनी लोगों की संख्या 2016 में 1,119 थी, वह 42.6 प्रतिशत बढ़कर 2021 में 1,596 हो गई है.
एशिया अरबपतियों के क्लब में सबसे आगे बना हुआ है, जो 2021 में दुनिया के कुल अरबपतियों में 36 प्रतिशत का योगदान देता है.
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘इक्विटी बाजार और डिजिटल अपनाना भारत में नेटवर्थ वाले अमीरों की वृद्धि के लिए प्रमुख कारक रहे हैं. युवा, स्व-निर्मित नेटवर्थ वाले अमीरों की वृद्धि भारत में अविश्वसनीय रही है और हम उन्हें नए निवेश विषयों और नवाचारों को चलाने के रूप में देखते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘नेटवर्थ वाले अमीरों और अरबपति आबादी में स्वस्थ विकास के साथ भारत अपने वैश्विक साथियों के बीच सबसे तेजी से बढ़ते देशों में से एक होने की उम्मीद है, जो आर्थिक रूप से खुद को और मजबूत कर रहा है और विभिन्न क्षेत्रों में एक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)