मृतक की पहचान 40 वर्षीय नेपाल निवासी मंगल के रूप में हुई. वह सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते थे. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ़्तार किया है, जो नेपाल के ही रहने वाले हैं. पुलिस ने बताया कि मृतक ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मुख्य आरोपी और उसके पिता को कुछ समय पहले सबके सामने पीटा था, जिसका आरोपियों ने बदला लिया.
नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली के सदर बाजार इलाके में कुछ लोगों ने कथित तौर पर निजी रंजिश के चलते 40 वर्षीय एक सुरक्षा गार्ड को इतना पीटा गया कि अस्पताल में उनकी मौत हो गई. पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
पुलिस ने इस सिलसिले में देवेंद्र, गोपाल बहादुर (21) और सोनू (25) नामक आरोपियों की पहचान की है, जो नेपाल के रहने वाले हैं.
पुलिस ने कहा कि लेडी हार्डिंग अस्पताल ने रविवार (27 फरवरी) को उन्हें सूचित किया कि एक व्यक्ति को घायल अवस्था में भर्ती किया गया है.
उन्होंने कहा कि पुलिस जब अस्पताल पहुंची तो व्यक्ति अचेत थे और उनके सिर तथा आंख पर घाव थे. उन्हें सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था. मृतक की पहचान मंगल के रूप में की गई, जो शिव मार्केट में सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम करते थे.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता भुवन ने कहा कि तड़के पांच बजे वह अपने पिता से मिलने जा रहा था, जो सदर बजार के गांधी मार्केट में सुरक्षा गार्ड थे.
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने कहा कि भुवन ने अपने चाचा मंगल को रुई मंडी के पास खून से लथपथ अचेत अवस्था में देखा और उन्हें लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती कराया.
पुलिस ने कहा कि सदर बाजार पुलिस थाने में धारा 307 के तहत एक मामला दर्ज किया गया है और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.
डीसीपी ने कहा कि घायल व्यक्ति की उपचार के दौरान मौत हो गई और मामले को हत्या के मामले में बदल दिया गया है.
पूछताछ में सामने आया कि मुख्य आरोपी देवेंद्र और मंगल एक ही परिवार के हैं. देवेंद्र और मंगल के बेटे सागर के बीच छह-सात महीने पहले झगड़ा हुआ था. डीसीपी ने कहा कि देवेंद्र और उसके पिता भरत को भी मंगल और उसके परिवार वालों ने पीटा था.
पुलिस ने बताया कि मंगल और उसके परिवार ने देवेंद्र और उसके पिता का सबके सामने पीटा था, इसकी वजह से देवेंद्र को शर्मिंदगी महसूस हुई थी.
मंगल से मारपीट के बाद देवेंद्र नेपाल चला गया और वहां रहने लगा था. इसके बाद देवेंद्र ने बदला लेने की योजना बनाई और इसमें सोनू और गोपाल को भी शामिल किया. 26 फरवरी को देवेंद्र दिल्ली आकर सोनू और गोपाल से मिला.
पुलिस के मुताबिक, सोनू की भी मंगल से रंजिश थी, क्योंकि उसकी शिकायत के आधार पर कुछ हफ्ते पहले चोरी के एक मामले में सोनू को गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस ने बताया कि देवेंद्र और गोपाल ने मंगल को डंडों से मारा और सोनू सड़क पर खड़ा होकर यह देख रहा था कि कोई आ न जाए. पुलिस ने कहा कि तीसरे आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, जांच दल द्वारा संदिग्धों की पहचान करने के लिए 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज स्कैन करने के बाद कथित हमलावरों में से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस ने कहा कि मुख्य संदिग्ध फरार है और उसके नेपाल में अपने पैतृक स्थान भाग जाने का संदेह है.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मृतक भी नेपाल का रहने वाला था. वह चौकीदार का काम करता था और सदर बाजार इलाके में अपने परिवार के साथ रहता था.
पुलिस ने कहा कि मुख्य संदिग्ध देवेंद्र के परिवार के सदस्य भी उसी पड़ोस में रहते हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)