केरल अभिनेत्री यौन उत्पीड़न: जांच निलंबित करने की अभिनेता दिलीप की याचिका ख़ारिज

अभिनेता दिलीप समेत दस लोगों पर आरोप है कि उन्होंने 17 फरवरी 2017 की रात एक फिल्म अभिनेत्री को कथित तौर पर बंदी बनाकर उन्हीं की कार में दो घंटे तक कथित तौर पर यौन शोषण किया और इसका वीडियो बनाया.

/
अभिनेता दिलीप. (फोटो साभार: फेसबुक/Dileep)

अभिनेता दिलीप समेत दस लोगों पर आरोप है कि उन्होंने 17 फरवरी 2017 की रात एक फिल्म अभिनेत्री को कथित तौर पर बंदी बनाकर उन्हीं की कार में दो घंटे तक कथित तौर पर यौन शोषण किया और इसका वीडियो बनाया.

अभिनेता दिलीप. (फोटो साभार: फेसबुक/Dileep)

तिरुवनंतपुरमः केरल हाईकोर्ट ने एक अभिनेत्री के अपहरण और यौन शोषण से जुड़े 2017 के मामले में अपराध शाखा को जांच आगे बढ़ाने की अनुमति देने के खिलाफ दायर अभिनेता दिलीप की याचिका मंगलवार को खारिज कर दी.

इस मामले में दिलीप कथित आरोपियों में से एक हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस कौसर ईडप्पागत की एकल पीठ ने जांच एजेंसी को जांच जारी रखने की अनुमति देते हुए कहा कि उन्हें 15 अप्रैल तक जांच पूरी होनी होगी.

इस सनसनीखेज मामले में सुनवाई कोच्चि की विशेष अदालत में हो रही है. इससे पहले अभियोजन पक्ष ने मामले में फिल्म निर्देशक बालचंद्रकुमार का नाम सामने आने के बाद मामले की जांच की मांग की थी.

बता दें कि निर्देशक बालचंद्रकुमार इस मामले में आरोपी हैं और अभिनेता दिलीप के दोस्त हैं.

निर्देशक का आरोप है कि दिलीप ने अपने घर पर इस यौन उत्पीड़न की वीडियो फुटेज देखी थी.

उनका आरोप है कि दिलीप की इस मामले के मुख्य आरोपी सुनील कुमार उर्फ पल्सर सुनी से करीबी दोस्ती थी और उसके जमानत पर रिहा होने के बाद उसे (दिलीप) यह वीडियो मिल गया था.

निचली अदालत ने पुलिस से इस खुलासे की जांच करने का निर्देश दिया है कि क्या अदालत में वीडियो पेश करने से पहले ही इस कथित यौन उत्पीड़न के वीडियो को आरोपी ने देखा था.

दिलीप ने हाईकोर्ट में तर्क दिया था कि मामले में आगे की जांच को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि मामले में अंतिम रिपोर्ट नवंबर 2017 में दायर की गई थी और जनवरी 2020 में आरोप तय किए गए थे.

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आगे की जांच की आड़ में पुलिस द्वारा बदला लेने की कार्रवाई की जा रही है.

दिलीप ने इसका एक उदाहरण देते हुए कहा कि उन पर और उनके परिवार के अन्य पुरुष सदस्यों पर अभिनेत्री के उत्पीड़न की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों की हत्या की साजिश रचने का कथित झूठा आरोप लगाया गया.

मैं पीड़िता नहीं, सर्वाइवर हूंः अभिनेत्री

इससे पहले साल 2017 में कथित तौर पर अपहरण और यौन शोषण का शिकार हुई मलयालम अभिनेत्री ने कहा कि वह अब अपने आप को पीड़िता के तौर पर नहीं देखती हैं और न्याय पाने के लिए आखिरी दम तक लड़ेंगी.

उन्होंने अभिनेता दिलीप पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं.

अभिनेत्री ने कहा कि वह अपना सम्मान वापस पाने और शोषित अभिनेत्री और पीड़िता जैसे तमगों से पार पाने के लिए लड़ रही थीं.

तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों में काम करने वाली अभिनेत्री ने पीड़िताओं को शर्मसार करने के खिलाफ खुलकर अपनी बात रखी.

उन्होंने कहा, ‘मैं खुद को जिम्मेदार ठहरा रही थी. जब भी मैं उस घटना को या उसके बाद जो हुआ, उसके बारे में सोचती हूं, तो वह मुझे एक फंदे की तरह लगता है कि यह मेरे साथ हुआ, यह मेरी गलती है.’

उन्होंने कहा, ‘मेरा केस 2020 में आया. मैं हादसे से जूझकर आगे बढ़ने वाली (सर्वाइवर) महिला के तौर पर आखिरी दिन अदालत से बाहर आयी. फिर मुझे लगा कि मैं अब पीड़िता नहीं हूं. मैं केवल अपने लिए नहीं खड़ी हूं, बल्कि उन सभी लड़कियों के सम्मान के लिए खड़ी हूं, जो मेरे बाद आगे आएंगी.’

बता दें कि आरोप है कि 17 फरवरी 2017 को अभिनेत्री का अपहरण किया गया था और दो घंटों तक कुछ आरोपियों ने उनकी कार में कथित तौर पर उनका यौन शोषण किया था. कुछ आरोपियों ने अभिनेत्री को ब्लैकमेल करने के लिए इस पूरी घटना का वीडियो भी बना लिया था.

इस मामले में कुल 10 आरोपी हैं. पुलिस ने शुरुआत में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था और उसके बाद आठवें आरोपी दिलीप को गिरफ्तार किया गया.

दिलीप जमानत पर बाहर हैं और उन्होंने खुद के निर्दोष होने का दावा किया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)