मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल अलीराजपुर ज़िले का मामला है. यह घटना वालपुर गांव में उस वक्त हुई, जब वहां आदिवासी त्योहार भागोरिया मनाया जा रहा था. यौन उत्पीड़न के आरोपियों को गिरफ़्तार करने के अलावा घटना का वीडियो बनाने के लिए दो अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है.
भोपाल: मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में दो दिन पहले दिन-दहाड़े सड़क पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, पूरी घटना का वीडियो बनाने और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर डालने के मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है.
अलीराजपुर जिले के पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने रविवार को बताया, ‘इस मामले में हमने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वायरल हुए वीडियो में इन तीनों को महिलाओं के साथ बदसलूकी करते हुए देखा गया है. हमने वीडियो बनाने वाले व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है और इसे सोशल मीडिया पर डालने वाले एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है.’
उन्होंने बताया कि इस घटना में शामिल और तीन-चार लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
सिंह ने बताया कि हिरासत में लिए गए और गिरफ्तार किए गए सभी लोग आदिवासी हैं.
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए तीन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 354 (स्त्री की लज्जा भंग करने के आशय से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) और 34 (सामान्य आशय को अग्रसर करने में कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कार्य) में मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘हमें किसी महिला की ओर से इस संबंध में शिकायत नहीं मिली है. हमने सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के आधार पर कार्रवाई की है.’
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हमने और दो लोगों को शनिवार (12 मार्च) को हिरासत में लिया है. इनमें से एक व्यक्ति ने यह वीडियो बनाया था और दूसरे ने इसे सोशल मीडिया पर साझा किया था.’
उन्होंने बताया कि महिलाओं के साथ बदसलूकी करने वाले तीनों आरोपियों को रविवार को गिरफ्तार किया गया.
वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि 18 से 25 साल आयु वर्ग के बीच दिखने वाले पुरुषों का एक समूह महिलाओं के साथ दिन-दहाड़े बदसलूकी कर रहे हैं और उनका यौन उत्पीड़न कर रहा है. वीडियो में एक व्यक्ति भगवा गमछा बांधे हुए है.
हालांकि, पुलिस ने महिलाओं से छेड़खानी करने वाले इन लोगों के किसी दक्षिणपंथी संगठन से जुड़े होने से साफ इनकार किया है. एक अधिकारी ने कहा, ‘उनका कोई राजनीतिक संबंध नहीं है.’
अलीराजपुर के लोगों के मुताबिक यह वीडियो शुक्रवार (11 मार्च) को बनाया गया था. उन्होंने कहा कि यह घटना अलीराजपुर जिले के वालपुर गांव में उस वक्त हुई, जब वहां आदिवासी त्योहार भागोरिया मनाया जा रहा था. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से अलीराजपुर करीब 400 किलोमीटर दूर है.
एनडीटीवी के मुताबिक, अलीराजपुर के पुलिस अधीक्षक, मनोज कुमार सिंह ने बताया, ‘एफआईआर दर्ज करने के बाद दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है, लेकिन मुख्य आरोपी लापता है, उन सभी की पहचान कर ली गई है. हमें कल वीडियो के बारे में पता चला और हमने स्वत: संज्ञान लिया. पीड़ित द्वारा कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. हमने कई टीमों का गठन किया है और उन सभी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.’
इसी बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस ने घटना का वीडियो शेयर करते हुए शिवराज सरकार पर निशाना साधा.
मध्यप्रदेश फिर हुआ शर्मसार,
— प्रदेश के आदिवासी ज़िले अलीराजपुर में एक आदिवासी बच्ची को दिनदहाड़े बनाया गया शिकार।शिवराज जी,
बेटियों की सुरक्षा कौन करेगा,
क्या सरकार को कभी शर्म आयेगी ❓ pic.twitter.com/tMO6iE0Bfe— MP Congress (@INCMP) March 13, 2022
पार्टी ने ट्वीट कर कहा, ‘मध्य प्रदेश फिर हुआ शर्मसार, प्रदेश के आदिवासी जिले अलीराजपुर में एक आदिवासी बच्ची को दिनदहाड़े बनाया गया शिकार. शिवराज जी बेटियों की सुरक्षा कौन करेगा. क्या सरकार को कभी शर्म आएगी.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)