भाजपा देश को एक और विभाजन की ओर ले जा रही: महबूबा मुफ़्ती

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने इस देश का विभाजन किया. आज एक बार फिर देश को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की कोशिश की जा रही है. ये लोग (भाजपा) एक और विभाजन चाहते हैं. उन्होंने पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की उनकी ‘धर्मनिरपेक्षता’ और देश को विकास और समृद्धि की राह पर ले जाने के लिए प्रशंसा की.

महबूबा मुफ़्ती. (फोटो: पीटीआई)

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने इस देश का विभाजन किया. आज एक बार फिर देश को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की कोशिश की जा रही है. ये लोग (भाजपा) एक और विभाजन चाहते हैं. उन्होंने पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की उनकी ‘धर्मनिरपेक्षता’ और देश को विकास और समृद्धि की राह पर ले जाने के लिए प्रशंसा की.

महबूबा मुफ़्ती. (फोटो: पीटीआई)

जम्मू: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि वह लोगों को धर्म के आधार पर बांट कर देश को एक और विभाजन की ओर ले जा रही है.

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने यह आरोप लगाने के साथ देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की उनकी ‘धर्मनिरपेक्षता’ को लेकर विश्वसनीयता और भारत को विकास और समृद्धि की राह पर ले जाने के लिए प्रशंसा की.

महबूबा ने आरएसपुरा में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘(पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली) जिन्ना ने इतिहास में इस देश का विभाजन किया, लेकिन आज एक बार फिर देश को सांप्रदायिक आधार पर बांटने के लिए हर कोशिश की जा रही है. ये लोग (भाजपा) एक और विभाजन चाहते हैं.’

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या नाथू राम गोडसे ने की और उसकी विचारधारा का अनुपालन आज गोडसे के सैकड़ों और हजारों अनुयायी कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि लोगों को भाजपा और अन्य फासीवादी ताकतों के ‘नापाक मंसूबो’ से मिलकर लड़ना होगा.

महबूबा ने कहा, ‘अगर हम इस धार्मिक विभाजन को होने देंगे तो भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों का बलिदान बेकार चला जाएगा. इसलिए एक बार फिर गांधी को मरने नहीं दें.’

उन्होंने कहा, ‘उनकी पार्टी गांधीवादी विचारधारा को मरने नहीं देगी.’

महबूबा ने दावा किया कि भाजपा को कश्मीर में कोई जगह नहीं मिलेगी. उन्होंने दावा किया कि केवल भाड़े के एजेंट वहां पार्टी का झंडा उठा रहे हैं, जबकि जम्मू में ‘सांप्रदायिक ताकतों से’ मुकाबला करने के लिए खड़ा होना अनिवार्य है.

उन्होंने कहा कि जम्मू सभी धर्मों का घर है और इस शहर ने पूरे जम्मू कश्मीर के लोगों को उनकी धार्मिक अस्था से परे जाकर स्वीकार किया है.

महबूबा ने कहा, ‘अनुच्छेद 370 को हटाने का सबसे अधिक नुकसान जम्मू को हुआ. न केवल कारोबार और अर्थव्यवस्था बल्कि जम्मू और यहां के लोगों की सांस्कृतिक पहचान दांव पर है.’

उन्होंने दावा किया कि खराब हालात की वजह से कश्मीर कोई नहीं आ रहा है.

महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘नेहरू देश की स्वतंत्रता के लिए जेल गए और इसे विकास और समृद्धि के पथ पर आगे बढ़ाया. उन्होंने लोगों के लिए कॉलेज, विश्वविद्यालय और अस्पताल सुनिश्चित किए. वर्तमान सरकार की तरह नहीं जिसके शासन करने का एकमात्र एजेंडा लोगों के बीच विभाजन पैदा करना है.’

उन्होंने कहा कि युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या से निजात पाने के लिए भाजपा सरकार की कोई योजना नहीं है.

पीडीपी नेता ने दावा किया, ‘उन्होंने देश को बर्बाद कर दिया है. उन्होंने जम्मू कश्मीर के साथ अपने गुप्त मंसूबों की शुरुआत की, जहां स्थिति देश के बाकी हिस्सों की तुलना में बहुत खराब है.’

उन्होंने कहा, ‘भाजपा के तहत जम्मू कश्मीर का अस्तित्व खतरे में है और युवाओं की एक बड़ी जिम्मेदारी है, क्योंकि आने वाली पीढ़ियां अपनी पहचान और संस्कृति पर भाजपा के हमले के विरोध में उनके रुख पर सवाल उठाएंगी.’

उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से पार्टी को मजबूत करने का आग्रह किया और कहा कि निहित स्वार्थों के ‘दुष्ट मंसूबों’ को विफल करने की जरूरत है, जो पीडीपी को कमजोर करने के लिए आमादा हैं.

उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को हताशा और निराशा के दलदल से बाहर निकालने में युवाओं की निर्णायक भूमिका होगी.

उन्होंने कहा, ‘पीडीपी इस लड़ाई को अकेले तार्किक अंत तक नहीं ले जा सकती, युवाओं को निर्णायक भूमिका निभाने के लिए आगे आना होगा.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)