बताया गया है कि बलिया के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को बुधवार सुबह इसी दिन दूसरी पाली में होने वाले अंग्रेज़ी के पेपर के लीक होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद 24 ज़िलों में परीक्षा रद्द कर दी गई. मामले की जांच शुरू हो गई है और बलिया के ज़िला विद्यालय निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित बोर्ड की 12वीं कक्षा की अंग्रेजी भाषा की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद बुधवार को 24 जिलों में यह परीक्षा रद्द कर दी गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
परीक्षा बुधवार को दोपहर दो बजे से होनी थी. मामले की पुष्टि करते हुए अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक शिक्षा) आराधना शुक्ला ने बताया, ‘राज्य के 24 जिलों में इंटरमीडिएट (कक्षा 12) की अंग्रेजी परीक्षा रद्द कर दी गई है. परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था. मामले की जांच की जा रही है.’
माध्यमिक शिक्षा परिषद के अधिकारी ने बताया कि जिन 24 जिलों में परीक्षा रद्द हुई है, वहां इंटरमीडिएट के करीब आठ लाख से अधिक विद्यार्थियों को परीक्षा देनी थी.
अब यह परीक्षा 13 अप्रैल को प्रथम पाली में सुबह आठ बजे से ग्यारह बजे तक आयोजित की जाएगी.
सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया,’ आज 30 मार्च को द्वितीय पाली में इंटरमीडिएट अंग्रेजी विषय की सीरीज 316 ई डी तथा 316 ई आई के प्रश्न पत्र के प्रकटन (लीक) की आशंका बनी. ऐसे में 24 जनपदों में उक्त सीरीज के प्रश्न पत्र के वितरण के कारण इन जनपदों के समस्त परीक्षा केंद्रों की द्वितीय पाली की परीक्षा निरस्त किए जाने का निर्णय लिया गया है .’
बयान के मुताबिक जिन जिलों में परीक्षा रद्द की गई है उनमें बलिया, एटा, बागपत, बदायूं, सीतापुर, कानपुर देहात, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, गोंडा, आजमगढ़, आगरा, वाराणसी, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, शामली, शाहजहांपुर, उन्नाव, जालौन, महोबा, अंबेडकरनगर और गोरखपुर शामिल हैं.
बयान में कहा गया कि इन 24 जनपदों में निरस्त की गई उक्त परीक्षा 13 अप्रैल को प्रथम पाली में सुबह आठ बजे से सवा ग्यारह बजे तक आयोजित की जाएगी.
बलिया के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने बताया, ‘अंग्रेजी प्रथम प्रश्न पत्र की परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र और हल किया हुआ पत्र सोशल मीडिया पर कथित रूप से लीक हो जाने के बाद परीक्षा निरस्त कर दी गई है.’
सूत्रों के अनुसार, सोशल मीडिया पर परीक्षा का प्रश्न पत्र और हल किया गया पत्र वायरल हो गया था और बाजार में 500 रुपये में हल किया गया पत्र बिकने की सूचना मिली थी.
जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच के लिए उप जिलाधिकारी, बिल्थरारोड के साथ पुलिस उपाधीक्षक, रसड़ा और जिला विद्यालय निरीक्षक की जांच टीम गठित की है.
परीक्षा की शुचिता प्रभावित करने के आरोप में उभांव थाने में अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया है. उभांव थाना के निरीक्षक अविनाश सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रश्नपत्र लीक मामले में दस से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है. और किसी को गिरफ्तार नही किया गया है.
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल नेकहा, ‘इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है और जांच का काम एसटीएफ को सौपने के निर्देश दिए हैं जिसपर दोपहर बाद एसटीएफ ने मामले की जांच आरंभ कर दी है.’
उन्होंने बताया कि बलिया के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को बुधवार सुबह सूचना मिली कि दूसरी पाली का पेपर लीक हो गया है और प्रारंभिक जांच में पता चला कि लीक पेपर वही था जो शिफ्ट के लिए निर्धारित था, इसके बाद 24 जिलों में इसे रद्द कर दिया गया.
इस बीच, बलिया के जिला विद्यालय निरीक्षक ब्रजेश मिश्र को निलंबित कर दिया गया है.
उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार पहले राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की चेतावनी दे चुकी है.
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने कहा कि मामले की जांच एसटीएफ से कराई जाएगी तथा इस बारे में जिलाधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पेपर लीक मामले में दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और उन पर रासुका के तहत कार्रवाई करने को कहा है.
माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने पत्रकारों से कहा, ‘प्रथमदृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि बलिया में कक्षा 12 का अंग्रेजी भाषा का परीक्षा पत्र लीक हो गया था. मामले की जांच की जा रही है और घटना में शामिल पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.’
राज्य के केवल 24 जिलों में परीक्षा रद्द किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘जो पेपर लीक हुआ था, वह केवल 24 जिलों में वितरित किया गया था, इसलिए वहां परीक्षा रद्द कर दी गई है. राज्य के शेष 51 जिलों में अंग्रेजी भाषा की परीक्षा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रही है.’
विपक्ष ने सरकार को घेरा
पेपर लीक मामले पर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की नेता मायावती ने सरकार को घेरा है .
उप्र भाजपा सरकार की दूसरी पारी में भी पेपर लीक करवाने का व्यवसाय बदस्तूर जारी है। युवा कह रहे हैं कि रोज़गार देने में नाकाम भाजपा सरकार जानबूझकर किसी परीक्षा को पूर्ण नहीं होने देना चाहती है।
भाजपा सरकार अपने इन पेपर माफ़ियाओं पर दिखाने के लिए सही, काग़ज़ का ही बुलडोज़र चलवा दे। pic.twitter.com/IMR4wC9KQ5
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 30, 2022
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की दूसरी पारी में भी पेपर लीक करवाने का व्यवसाय बदस्तूर जारी है. युवा कह रहे हैं कि रोजगार देने में नाकाम भाजपा सरकार जानबूझकर किसी परीक्षा को पूर्ण नहीं होने देना चाहती है. भाजपा सरकार अपने इन पेपर माफियाओं पर दिखाने के लिए सही, कागज का ही बुलडोजर चलवा दे.’
उधर, बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘यूपी बोर्ड परीक्षाओं में पेपर लीक होने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज दोपहर इंटर की अंग्रेजी विषय की परीक्षा होने से पहले पेपर लीक होने के बाद गोरखपुर एवं वाराणसी सहित प्रदेश के 24 जिलों में परीक्षा रद्द करनी पड़ी है. छात्रों के जीवन से बार-बार ऐसा खिलवाड़ क्या उचित?’
2. उत्तर प्रदेश में बार-बार पेपर लीक होने से ऐसा लगता है कि नकल माफिया सरकार की पकड़ व सख्ती से बाहर हैं, किन्तु इस प्रकार की गंभीर घटनाओं से प्रदेश की पूरे देश में होने वाली बदनामी आदि के लिए असली कसूरवार व जवाबदेह कौन? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बीएसपी की माँग।
— Mayawati (@Mayawati) March 30, 2022
उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में बार-बार पेपर लीक होने से ऐसा लगता है कि नकल माफिया सरकार की पकड़ एवं सख्ती से बाहर हैं, किंतु इस प्रकार की गंभीर घटनाओं से प्रदेश की पूरे देश में होने वाली बदनामी आदि के लिए असली कसूरवार व जवाबदेह कौन? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बीएसपी की मांग.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)