वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘पार्टी ने इस प्रकरण के बाद अपना नैतिक आधार खो दिया है.’
नई दिल्ली: आजकल अपनी ही पार्टी पर हमलावर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने पार्टी नेतृत्व और सरकार पर फिर से निशाना साधा है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय अमितभाई शाह की स्वामित्व वाली कंपनी का सालाना टर्नओवर अचानक बढ़ने के मामले में सिन्हा ने कहा है कि जिस तरह से केंद्रीय मंत्री और नेता बचाव में उतरे उससे बचा जा सकता था.
एनडीटीवी चैनल से एक बातचीत में सिन्हा ने कहा कि ‘पीयूष गोयल केंद्रीय मंत्री हैं, न कि जय शाह की कंपनी चार्टर्ड अकाउंटेंट, इसी तरह उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री या दूसरे नेता जो समर्थन में उतरे, उससे बचा जा सकता था. यह नहीं होना चाहिए था. सिन्हा ने कहा कि पार्टी ने लंबे समय में जो नैतिक आधार बनाया था, इस प्रकरण के बाद वह नैतिक आधार खो दिया है. इससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है.
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द वायर की ही एक रिपोर्ट के मुताबिक, नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री और अमित शाह के भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद शाह के बेटे जय शाह की स्वामित्व वाली कंपनी टेंपल एंटरप्राइज़ प्राइवेट लिमिटेड का सालाना टर्नओवर 16,000 गुना बढ़ गया. ये बात रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) में दाखिल किए गए दस्तावेजों से सामने आई है. इस रिपोर्ट को लेकर जय शाह ने ‘द वायर’ के खिलाफ सौ करोड़ की मानहानि का दावा ठोंक दिया है.
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सिन्हा ने कहा कि ‘द वायर’ बेवसाइट के खिलाफ सौ करोड़ का मानहानि का मुकदमा किया जाना मीडिया और देश के लिए ठीक नहीं है. इस मामले में जांच की जरूरत पर जोर देते हुए सिन्हा ने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कहने वाली भाजपा नैतिक आधार खो चुकी है.
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यह सफाई देते हुए कि वे पार्टी के खिलाफ कोई अभियान चलाने नहीं जा रहे रहे हैं, सिन्हा ने कहा कि उनका कोई एजेंडा नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार के एडिशनल सॉलीसिटर वायर के खिलाफ इस मुकदमे की पैरवी करने जा रहे हैं, पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है.