बिहारः कथित गैंगरेप की जांच कर रहे अधिकारी ने की पीड़िता से यौन संबंध बनाने की मांग, गिरफ़्तार

पुलिस ने बताया कि गया के देल्हा थाने के एसएचओ एक 23 वर्षीय महिला द्वारा पांच लोगों पर लगाए गए गैंगरेप के आरोपों की जांच कर रहे थे. पीड़िता का आरोप है कि जब भी उन्होंने पुलिसकर्मी से उनके मामले की जांच की प्रगति के बारे में पूछा तो पुलिसकर्मी ने यौन संबंध बनाने की मांग की.

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(इलस्ट्रेशन साभार: Aasawari Kulkarni/Feminism In India)

पुलिस ने बताया कि गया के देल्हा थाने के एसएचओ एक 23 वर्षीय महिला द्वारा पांच लोगों पर लगाए गए गैंगरेप के आरोपों की जांच कर रहे थे. पीड़िता का आरोप है कि जब भी उन्होंने पुलिसकर्मी से उनके मामले की जांच की प्रगति के बारे में पूछा तो पुलिसकर्मी ने यौन संबंध बनाने की मांग की.

(इलस्ट्रेशन साभार: Aasawari Kulkarni/Feminism In India)

नई दिल्लीः बिहार के गया के एक पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी (एसएचओ) को एक महिला की शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए उनसे यौन संबंध बनाने की मांग करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया.

आरोप है कि गया के देल्हा पुलिस थाने के एसएचओ सुधीर कुमार ने कथित तौर पर महिला को उनके मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो और मैसेज भी भेजे थे.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने संवाददाताओं को बताया, ‘आरोपी पुलिसकर्मी पांच लोगों के खिलाफ एक पीड़िता की शिकायत पर दर्ज यौन उत्पीड़न के एक मामले की जांच कर रहा था. पीड़िता का आरोप है कि जब भी उन्होंने पुलिसकर्मी से उनके मामले की जांच की प्रगति के बारे में पूछा तो पुलिसकर्मी ने यौन संबंध बनाने की मांग की.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 23 साल की महिला का देल्हा पुलिस थाने के तहत आने वाले एक गांव में पिछले साल कथित तौर पर गैंगरेप किया गया था.

इस मामले में कुमार ने बिहाशरीफ अदालत में चार्जशीट दायर की थी, जहां मामले में सभी पांचों आरोपियों को क्लीन चिट दे दी गई थी.

कौर ने कहा कि एसएचओ लगातार पीड़िता का उत्पीड़न कर रहे थे तो पीड़िता ने पुलिसकर्मी के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी थी. महिला की शिकायत की पुष्टि के बाद एसएचओ को गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.

महिला ने कुमार के साथ अपनी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई थी.

कौर ने इस मामले को गया की महिला थाना प्रभारी रवि रंजना को सौंप दिया, जिन्हें कुमार के खिलाफ प्रथमदृष्टया पर्याप्त सबूत मिले.

रंजना ने कहा, ‘हमने पीड़िता से बात की और आरोपी पुलिस अधिकारी के साथ उनकी ऑडियो बातचीत की सत्यता की पुष्टि की है. उसने बात नहीं मानने पर केस खराब करने की धमकी दी थी.’

स्थानीय अदालत ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.