अनएकेडेमी ने ख़राब प्रदर्शन और ज़रूरत नहीं होने के आधार पर 600 कर्मचारियों को निकाला

शिक्षा-प्रौद्योगिकी कंपनी अनएकेडमी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कई तरह के आकलन के निष्कर्ष के आधार पर कर्मचारियों, अनुबंधित कर्मियों और शिक्षकों का फिर से मूल्यांकन किया गया. इसके आधार पर कुछ कर्मचारियों की छंटनी की गई है.

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(फोटो साभार: फेसबुक)

शिक्षा-प्रौद्योगिकी कंपनी अनएकेडमी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कई तरह के आकलन के निष्कर्ष के आधार पर कर्मचारियों, अनुबंधित कर्मियों और शिक्षकों का फिर से मूल्यांकन किया गया. इसके आधार पर कुछ कर्मचारियों की छंटनी की गई है.

(फोटो साभार: यूट्यूब/अनएकेडेमी)

नई दिल्ली: शिक्षा-प्रौद्योगिकी कंपनी अनएकेडेमी (Unacademy) ने खराब प्रदर्शन और काम के हिसाब से जरूरत नहीं होने के आधार पर 600 कर्मचारियों को निकाल दिया है.

सूत्रों के मुताबिक, कंपनी ने इस साल के अंत तक लाभ की स्थिति में होने और काम में दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से करीब 600 कर्मचारियों की छंटनी की है. यह संख्या कंपनी के कुल कार्यबल का लगभग दस प्रतिशत है. सूत्रों ने कहा कि छंटनी किए गए कर्मचारियों में संविदा कर्मचारी और शिक्षक शामिल हैं.

संपर्क करने पर अनएकेडेमी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी को उच्च प्रदर्शन और पारदर्शिता की संस्कृति में तैयार किया गया है.

प्रवक्ता ने कहा, ‘कई तरह के आकलन के निष्कर्ष के आधार पर कर्मचारियों, अनुबंधित कर्मियों और शिक्षकों का फिर से मूल्यांकन किया गया. इसके आधार पर कुछ कर्मचारियों की छंटनी की गई है. इसका कारण उन कर्मचारियों की काम के हिसाब से जरूरत नहीं होना और प्रदर्शन मानकों के अनुरूप नहीं होना है.’

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, फरवरी में रॉनी स्क्रूवाला-समर्थित एडटेक फर्म लीडो लर्निंग ने कथित तौर पर परिचालन बंद कर दिया, जिससे इसके साथ काम करने वाले 1,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए थे.

अनएकेडेमी के प्रवक्ता ने कहा, ‘एक संगठन के रूप में हम अपने समूह की कंपनियों में विकास के लिए निवेश करते हुए अपने मुख्य व्यवसाय में वर्ष 2022 की चौथी तिमाही के अंत तक लाभदायक बनने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)