बारामूला ज़िले के पट्टन इलाके में संदिग्ध आतंकियों ने शुक्रवार को एक सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी. यह हत्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू दौरे से लगभग दो हफ्ते पहले हुई है. इस दौरे पर मोदी पंचायती राज संस्थानों के सदस्यों को संबोधित कर सकते हैं.
नई दिल्लीः उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के पट्टन इलाके में संदिग्ध आतंकियों ने शुक्रवार को एक सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, घाटी में इस साल जमीनी स्तर के प्रतिनिधियों पर यह इस तरह का चौथा हमला है. राजनीतिक दलों ने इस हत्या की निंदा की है.
बता दें कि यह हत्या प्रधानमंत्री मोदी के जम्मू दौरे से लगभग दो हफ्ते पहले हुई है. इस दौरे के दौरान मोदी पंचायती राज संस्थानों के सदस्यों को संबोधित कर सकते हैं.
पुलिस का कहना है कि गोशबुग गांव के सरपंच मंजूर अहमद बांगरू किसी राजनीतिक दल से जुड़े हुए नहीं थे.
पुलिस ने जारी बयान में कहा, ‘इस आतंकी अपराध में उन्हें (सरपंच) गंभीर रूप से घायल हुए और उन्हें इलाज के लिए तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया. हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.’
पुलिस ने बताया कि इलाके को चारों ओर से घेर लिया गया है और हमलावरों की तलाश जारी है.
इस घटना की निंदा करते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने कहा कि घाटी में सरपंचों की हत्याएं क्यों हो रही हैं?
Deeply saddened to know about today’s targeted killing. Condolences to the family. There seems to be no end in sight to the bloodbath in Kashmir. Yet nothing seems to move GOI enough to change its approach towards J&K. https://t.co/IwGE5grZli
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) April 15, 2022
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, ‘निशाना बनाकर की जा रही इन हत्याओं के बारे में जानकर दुख हुआ. पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनाएं. ऐसा लगता है कि कश्मीर में खूनखराबे का कोई अंत नहीं है. ऐसा नहीं लगता कि किसी भी बात से भारत सरकार के जम्मू कश्मीर के प्रति रुख में बदलाव आएगा.’
बता दें कि मार्च में दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में दो सरपंचों और श्रीनगर में बाहरी इलाके में एक सरपंच की हत्या कर दी गई थी.
कुलगाम के ओडोरा गांव के सरपंच शब्बीर अहमद मीर की 12 मार्च को संदिग्ध आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
पुलिस का कहना है कि वह सुरक्षा कारणों से श्रीनगर के एक होटल में ठहरे थे और बिना उन्हें बताए अपने गांव के लिए रवाना हो गए थे.
श्रीनगर के बाहरी इलाके खोनमोह गांव के सरपंच समीर अमह भट की नौ मार्च को उनके घर के बाहर हत्या कर दी गई थी.
वहीं, दो मार्च को कुलगामव में कुलपोरा गांव के सरपंच मोहम्मद याकूब डार (52) गांव का दौरा कर घर लौट रहे थे कि तभी उन्हें गोली मार दी गई, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
इस बीच, बांगरू की हत्या की निंदा करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, ‘इस घृणित अपराध के दोषियों को दंडित किया जाएगा. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवार के साथ है.’
Another targeted killing, another family in mourning this evening. This unending cycle of violence is heartbreaking. My condolences to the family of Manzoor Bangroo. May he find place in Jannat. https://t.co/AfnYREpQEA
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) April 15, 2022
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, ‘एक और लक्षित हत्या, एक और परिवार शोक में है. हिंसा का यह अंतहीन सिलसिला दिल दहला देने वाला है. मेरी संवेदनाएं मंजूर बांगरू के परिवार के प्रति है. अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दे.’
इन हत्याओं की निंदा करते हुए भाजपा ने उन खबरों से इनकार किया, जिनमें कहा गया कि सरपंच उनकी पार्टी से जुड़े हुए थे.