आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने शनिवार को ट्वीट कर बताया था कि केरल के अधिकारियों ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल को समझने और उसे अपने राज्य में लागू करने के मकसद से दिल्ली के एक स्कूल का दौरा किया था. इस पर केरल के शिक्षा मंत्री शिवनकुट्टी ने कहा कि केरल के शिक्षा विभाग ने दिल्ली मॉडल को समझने के लिए किसी को नहीं भेजा है.
नई दिल्लीः केरल के शिक्षा मंत्री के. शिवनकुट्टी ने रविवार को आम आदमी पार्टी के उस दावे का खंडन किया, जिसमें कहा गया था कि उनके राज्य से अधिकारियों ने पार्टी (आप) के शिक्षा मॉडल के बारे में जानने के लिए दिल्ली के एक स्कूल का दौरा किया था.
आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने शनिवार (23 अप्रैल) को कहा था कि उन्होंने कालकाजी इलाके के एक स्कूल में केरल से आए अधिकारियों की मेजबानी की थी.
It was wonderful to host officials from Kerala at one of our schools in Kalkaji. They were keen to understand and implement our education model in their state.
This is @ArvindKejriwal Govt’s idea of nation building. Development through collaboration pic.twitter.com/FosI9KTKDW— Atishi (@AtishiAAP) April 23, 2022
आतिशी ने ट्वीट कर कहा था, ‘कालकाजी में हमारे एक स्कूल में केरल के अधिकारियों का स्वागत करना अद्भुत था. वे हमारे शिक्षा मॉडल को अपने राज्य में लागू करने के लिए समझने के इच्छुक थे. यह है अरविंद केजरीवाल सरकार का राष्ट्र निर्माण का विचार. सहयोग के माध्यम से विकास.’
बता दें कि आतिशी दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
Kerala’s Dept of Education has not sent anyone to learn about the ‘Delhi Model’. At the same time, all assistance was provided to officials who had visited from Delhi to study the ‘Kerala Model’ last month. We would like to know which ‘officials’ were welcomed by the AAP MLA. https://t.co/Lgh6nM7yL9
— V. Sivankutty (@VSivankuttyCPIM) April 24, 2022
इस पर केरल के शिक्षा मंत्री शिवनकुट्टी ने कहा, ‘केरल के शिक्षा विभाग ने दिल्ली मॉडल को समझने के लिए किसी को नहीं भेजा, बल्कि पिछले महीने केरल मॉडल को समझने के लिए दिल्ली से आए अधिकारियों की हमने हरसंभव मदद की थी. हम जानना चाहेंगे कि आप विधायक ने किन अधिकारियों का स्वागत किया.’
इसके जवाब में आतिशी ने दिल्ली सरकार की एक प्रेस विज्ञप्ति का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि दिल्ली के स्कूल का दौरा करने वाले लोग प्रसिद्ध शिक्षाविद और गणमान्य विक्टर टीआई और एम. दिनेश बाबू थे.
बता दें कि विक्टर टीआई केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के स्कूल प्रबंधन संघ के क्षेत्रीय सचिव हैं, जबकि दिनेश बाबू केरल सहोदया कॉम्प्लेक्स के कोषाध्यक्ष हैं.
आतिशी ने अपने इस दावे पर भी कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया कि विक्टर और बाबू उनके राज्य में दिल्ली के शिक्षा मॉडल को समझना और उसे लागू करने के इच्छुक थे.
आप विधायक आतिशी ने कहा, ‘प्रिय शिवनकुट्टी जी, अच्छा होता अगर आप इस मामले पर ट्वीट करने से पहले तथ्यों की जांच कर लेते. आपको यह जानने के लिए हमारी प्रेस विज्ञप्ति देखनी चाहिए कि आखिर हमने कहा क्या था.’
Dear Sivankutty ji, It would have been good if you had done a fact check before tweeting on this issue. You might want to have a look at our press release to see what we actually said! https://t.co/TAUo1zcX8N pic.twitter.com/ymV8zHJzsZ
— Atishi (@AtishiAAP) April 24, 2022
इसके जवाब में शिवनकुट्टी ने कहा कि उन्होंने आतिशी के इस दावे पर सवाल उठाया था कि दिल्ली के स्कूल का दौरा करने वाले दो शख्स केरल के अधिकारी थे.
उन्होंने आम आदमी पार्टी की केरल इकाई की एक फेसबुक पोस्ट का भी जिक्र किया, जिसमें इस दावे पर खेद जताया गया था.
केरल के शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षा से जुड़े मामलों में कई अन्य संघ फैसला नहीं ले सकता.
उन्होंने कहा, ‘केरल ने सार्वजनिक शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय मॉडल स्थापित किया है. मेरा दृढ़ विश्वास है कि इस मामले में हमें विवाद नहीं बल्कि भाईचारे की जरूरत है.’
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रवक्ता हरीश खुराना ने आतिशी को झूठ का कारखाना बताया.
उन्होंने कहा कि उनके ट्वीट की तरह केजरीवाल मॉडल भी झूठ पर तैयार किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘आखिर कब तक केजरीवाल इस तरह की धोखाधड़ी से देश को धोखा देंगे. केरल के शिक्षा मंत्री ने आतिशी के दावे का खंडन करते हुए ‘दिल्ली मॉडल’ को ‘बेनकाब’ कर दिया है.’
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से यह स्पष्ट करने की मांग की कि क्या केरल के किसी आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को दिल्ली के सरकारी स्कूल का दौरा किया था या आतिशी के खिलाफ उनके झूठे दावे के लिए कार्रवाई की जाए.
कपूर ने कहा, ‘यह आश्चर्यजनक है, आतिशी राजनीतिक नौटंकी के लिए प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले ऐसे झूठे दावे कैसे कर सकती हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)