दिल्ली: विरोध के बीच नगर निगमों द्वारा विभिन्न इलाकों में अतिक्रमण-रोधी अभियान जारी

शुक्रवार को उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्राधिकारियों ने मंगोलपुरी में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया. इससे पहले बृहस्पतिवार को मदनपुर खादर इलाके में हिंसक प्रदर्शन हुआ एवं पत्थरबाज़ी हुई. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि वैध ढांचे भी ध्वस्त किए जा रहे हैं. उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अभियान रोकने का आग्रह किया है.

/
दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में एमसीडी द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान बुलडोजर से एक अवैध ढांचे को तोड़ा गया. (फोटो: पीटीआई)

शुक्रवार को उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्राधिकारियों ने मंगोलपुरी में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया. इससे पहले बृहस्पतिवार को मदनपुर खादर इलाके में हिंसक प्रदर्शन हुआ एवं पत्थरबाज़ी हुई. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि वैध ढांचे भी ध्वस्त किए जा रहे हैं. उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अभियान रोकने का आग्रह किया है.

दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में एमसीडी द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान बुलडोजर से एक अवैध ढांचे को तोड़ा गया. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के नगर निकायों द्वारा विभिन्न इलाकों में अतिक्रमण-रोधी अभियान विरोध के बीच लगातार जारी है. इसके खिलाफ बीते बृहस्पतिवार को मदनपुर खादर इलाके में हिंसक प्रदर्शन हुआ एवं पत्थरबाजी हुई. इसके साथ ही स्थानीय लोगों ने दावा किया कि वैध ढांचे भी ध्वस्त किए जा रहे हैं.

इसके अगले दिन शुक्रवार को उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्राधिकारियों ने मंगोलपुरी में एक स्टेडियम समेत शहर के विभिन्न हिस्सों में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया. स्टेडियम में कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जा जमा लिया था, जो ‘उसके परिसर में मवेशी भी ले आए थे.’

पुलिस के मुताबिक, बृहस्पतिवार को दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के मदनपुर खादर इलाके में स्थानीय लोगों ने बुलडोजर को रोकने की कोशिश की और सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया, हालांकि उन्हें मौके से तितर-बितर कर दिया गया.

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मदनपुर खादर में हुए प्रदर्शन में शामिल आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्ला खान को दंगे और लोकसेवकों के कर्तव्य पालन में बाधा पहुंचाने के आरोपों के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है.

खान ने भी ट्वीट किया, ‘दिल्ली पुलिस ने मुझे गिरफ़्तार कर लिया है. मुझे कैद कर सकते हैं, मेरे हौसलों को नहीं.’

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘भाजपा के ‘बुलडोजर तंत्र’ का विरोध कर रही जनता पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज असंवैधानिक है. हम भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ हैं. जनता के हक की आवाज मैं हमेशा उठाता रहूंगा इसके लिए मुझे चाहे कितनी बार भी जेल जाना पड़े.’

उनकी गिरफ्तारी के बाद उनके ट्विटर एकाउंट पर उनकी पत्नी शाफिया की ओर से कहा गया, ‘अमानुतल्लाह खान को जनता की आवाज बुलंद करने पर सलाखों के पीछे भेजा गया है. ओखला की अवाम से मेरी गुजारिश है कि गिरफ्तारी के विरोध में कल शुक्रवार सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक अपनी दुकानों को बंद रखें, ताकि हम जालिम भाजपा सरकार को बता सकें कि अवाम अपने विधायक के साथ खड़ी है.’

इसके बाद शुक्रवार को उनके ट्विटर एकाउंट का प्रोफाइल पिक्चर बदल दिया गया है, जिस पर हैशटैग रिलीज अमानतुल्ला खान लिखा हुआ है.

इधर बीते बृहस्पतिवार कोदक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने मदनपुर खादर और धीरसेन मार्ग से अवैध और अस्थायी ढांचों को हटाया, जबकि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने रोहिणी और करोल बाग इलाके में कार्रवाई की.

दिल्ली के तीनों नगर निगमों- दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम- में भाजपा का शासन है.

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के अधिकारियों और पुलिस की सुरक्षा में बुलडोजर से मदनपुर खादर के कंचन कुंज में कथित अवैध ढांचों को ध्वस्त किया गया जिसका विरोध करने के लिए महिलाओं सहित स्थानीय लोग सड़कों पर आ गए और कुछ लोग इमारतों की छत पर चढ़ गए.

एसडीएमसी के अधिकारियों ने कहा कि इस अभियान के दौरान गैरकानूनी तरीके से बनी चार इमारतों और अन्य अस्थायी ढांचों को ढहा दिया गया. एक अधिकारी ने बताया कि दो इमारतों को पूरी तरह जबकि दो को आंशिक तौर पर ढहाया गया है.

आप विधायक अमानतुल्ला खान ने मदनपुर खादर के कंचन कुंज में अपने समर्थकों और स्थानीय लोगों के साथ इस अभियान का विरोध किया. कुछ लोगों ने वहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरोध में नारे लगाए.

पुलिस के मुताबिक, लोगों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया, लेकिन उन्हें तितर-बितर कर दिया गया. दक्षिण दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि कंचन कुंज इलाके में दो से तीन अवैध इमारतों और अन्य अस्थायी ढांचों को ध्वस्त किया गया है.

इससे पहले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा था, ‘हमने आप विधायक अमानतुल्ला खान और अन्य को अभियान का विरोध करने पर हिरासत में लिया है. हमने पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की है ताकि सुनिश्चित कर सकें कि कोई अवांछित घटना नहीं हो.’

बाद में पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिमी) ईशा पांडेय ने कहा कि अमानतुल्ला खान और उनके पांच सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है. उन पर आईपीसी की धारा 186 (लोक सेवक को सार्वजनिक कार्यों के निर्वहन में बाधा डालना), 333 (स्वेच्छा से अपने कर्तव्य के निर्वहन के दौरान लोक सेवक को गंभीर चोट पहुंचाना), 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकना), 147 (दंगा), 148 (दंगा, घातक हथियार से लैस), 149 (गैरकानूनी सभा) और 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

प्रदर्शन के दौरान भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को हेलमेट पहने और हाथों में लाठियां लिए हुए देखा गया.

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नगर निकाय के अधिकारियों ने निर्माण की अनुमति देने के लिए ‘रुपये लिए थे.’ उन्होंने इस कार्रवाई को ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया.

(फोटो: पीटीआई)

क्षेत्र के रहने वाले 32 वर्षीय नौशाद ने कहा कि कार्रवाई बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे शुरू हुई और ध्वस्त किए गए ढांचों में उनके भाई की इमारत भी शामिल है.

उन्होंने दावा किया, ‘पुलिस के साथ-साथ नगर निकाय ने रुपये लेकर 20 दिन पहले ही निर्माण को मंजूरी दी थी. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने निर्माण को गिरा दिया. मेरे भाई के पास जमीन के कागज हैं, जो उसने किसान से खरीदी है. नगर निकाय ने मेरे भाई से तीन लाख रुपये लिए थे. अब वे हमसे बात करने को भी तैयार नहीं हैं.’

वहीं, एक अन्य निवासी ने संवाददाताओं से कहा कि यह कार्रवाई ‘राजनीति से प्रेरित’ है.

उन्होंने कहा, ‘यह कोई अतिक्रमण नहीं है. अगर कोई ढांचा अवैध तरीके से बना है तो एसडीएमसी कहां था, जब ऐसी इमारतों का निर्माण किया जा रहा था?’

इससे पहले खान ने कहा कि यह अभियान गरीबों के खिलाफ है. उन्होंने ट्वीट के माध्यम से अपने समर्थकों से विरोध के लिए कंचन कुंज पहुंचने की अपील की थी.

खान ने कहा, ‘गरीबों के मकान पर बुलडोजर नहीं चलने दूंगा. मेरी गिरफ्तारी से गरीबों के मकान बचते हों तो गिरफ्तार करें. हम अतिक्रमण के खिलाफ हैं. यहां कोई अतिक्रमण नहीं है.’

एसडीएमसी मध्य जोन के अध्यक्ष राजपाल सिंह ने खान के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह अभियान ‘माफिया’ के खिलाफ है जिन्होंने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया है.

राजपाल ने कहा, ‘पर्याप्त पुलिस बल और बुलडोजर, ट्रक आदि के साथ हमारे दल ने मदनपुर खादर में अवैध रूप से बनी गुमटियों, अस्थायी ढांचों को हटाना शुरू कर दिया है. अतिक्रमण के खिलाफ हमारा अभियान जारी रहेगा और इसमें बाधा डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’

नवीनतम कार्रवाई नगर निकाय द्वारा अप्रैल के मध्य में शुरू किए गए अतिक्रमण रोधी अभियान का हिस्सा है.

नगर निकाय ने 20 अप्रैल को जहांगीरपुरी में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया था, जहां कुछ दिन पहले हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान सांप्रदायिक झड़प हो गई थी. इस अभियान को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रोक दिया गया.

इसके बाद शाहीन बाग, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, द्वारका और नजफगढ़ जैसे इलाकों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया. सोमवार को भी शाहीन बाग में एक अभियान के दौरान आप विधायक अमानतुल्ला खान ने विरोध प्रदर्शन किया था. अधिकारियों के काम में अवरोध उत्पन्न करने के आरोप में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.

मंगोलपुरी में स्टेडियम और अन्य इलाकों में चलाया गया अतिक्रमण रोधी अभियान

शुक्रवार को उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्राधिकारियों ने मंगोलपुरी में एक स्टेडियम समेत शहर के विभिन्न हिस्सों में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया. स्टेडियम में कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जा जमा लिया था, जो ‘उसके परिसर में मवेशी भी ले आए थे.’ एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि यह संपत्ति एनडीएमसी के शिक्षा विभाग के तहत आती है.

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘मंगोलपुरी में शहीद भगत सिंह स्टेडियम में कार्रवाई चलाई गई, जहां कुछ लोगों ने अंदरुनी इलाके में अतिक्रमण कर लिया और उसके परिसर में मवेशी भी लाए गए.’

अधिकारियों ने बताया कि समयपुरी बादली और करोल बाग जोन के प्रेम नगर में भी अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया जा रहा है, जहां पहले भी कार्रवाई की गई है.

उन्होंने बताया कि एनडीएमसी प्राधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बवाना इलाके में स्थानीय पुलिस को पत्र लिखकर शुक्रवार को ‘मांस की अनधिकृत दुकानों’ और अवैध ढांचों को हटाने की कार्रवाई के लिए पर्याप्त संख्या में कर्मी उपलब्ध कराने के लिए कहा था.

उन्होंने शुक्रवार को समयपुर बादली से लेकर रोहिणी मेट्रो स्टेशन, सेक्टर-18 तक के इलाके में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाने के लिए भी पुलिसकर्मियों को मौजूद रहने को कहा था.

दक्षिण दिल्ली नगर निगम पश्चिमी दिल्ली के ख्याला में भी ऐसा ही अभियान चला.

दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के प्रवर्तन प्रकोष्ठ के दल पुलिस की मौजूदगी में बुलडोजर के साथ ख्याला पहुंचे और उन्होंने अस्थायी ढांचों और झुग्गियों को हटाना शुरू कर दिया.

एसडीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘विष्णु गार्डन मेट्रो स्टेशन के समीप ख्याला में अभियान शुरू हो गया है. हमारे पास इस अभियान को चलाने के लिए पर्याप्त पुलिस बल है. अभी तक कोई प्रदर्शन नहीं हुआ है.’

अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी दिल्ली के सुभाष नगर और नजफगढ़ मंडल में गोयला डेयरी इलाके में भी अभियान चलाया जाना है.

मालूम हो कि भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) द्वारा हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी में कई अवैध ढांचों को ढहाने के बाद पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख आदेश गुप्ता ने पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगमों के महापौरों को भी उनके क्षेत्रों में ‘रोहिंग्या, बांग्लादेशियों और असामाजिक तत्वों द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए अतिक्रमण’ को समाप्त करने के लिए इसी तरह का अभियान चलाने के लिए पत्र लिखा था.

जहांगीरपुरी में बीते 16 अप्रैल को हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान क्षेत्र में हिंसा भड़कने के बाद गुप्ता ने उत्तर दिल्ली नगर निगम को पत्र लिखा था, जिसके बाद निगम ने बीते 20 अप्रैल को इलाके में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया था.

मनीष सिसोदिया ने शाह से दिल्ली में ‘तोड़-फोड़ अभियान’ रोकने की अपील की

दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर उनसे राष्ट्रीय राजधानी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित तीन नगर निकायों द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण रोधी अभियान के कारण शहर में हो रही ‘तोड़-फोड़’ को रोकने का आग्रह किया है.

सिसोदिया ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि नगर निकायों ने दिल्ली में 63 लाख मकान तोड़ने की योजना बनाई है.

सिसोदिया ने कहा, ‘इनमें से 60 लाख मकान कई अनधिकृत कॉलोनी में हैं, जबकि अन्य तीन लाख वे मकान हैं जिनके छज्जे निश्चित सीमा से बाहर हैं. हमें पता चला है कि इस संबंध में नोटिस भी भेज दिए गए हैं.’

उन्होंने कहा, ‘वे राष्ट्रीय राजधानी में व्यापक स्तर पर तोड़-फोड़ करने वाले हैं. दिल्ली की करीब 70 प्रतिशत आबादी बेघर हो जाएगी.’

उन्होंने कहा,  ‘आम आदमी पार्टी इस तोड़-फोड़ अभियान का विरोध करती है और मैंने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर उनसे मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है.’

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने उन्हें पत्र लिखकर कहा है कि इसे (तोड़-फोड़ अभियान) रोका जाना चाहिए. अगर बुलडोजर चलाने हैं, तो उन्हें भाजपा के नेताओं तथा नगर निकाय प्रतिनिधियों के आवास पर चलाएं, जिन्होंने ऐसी संरचनाओं के निर्माण की अनुमति देने के लिए रिश्वत ली थी.’

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली में बुलडोजर से वसूली की भाजपा की साजिश. 63 लाख घरों पर बीजेपी का तबाही का प्लान है. 60 लाख घर कच्ची कॉलोनी व झुग्गियों में है और तीन लाख घर पक्की कालोनियों में. बीजेपी का इन 63 लाख परिवारों को संदेश साफ है – या तो पैसा दो या बुलडोजर से तबाह होने को तैयार रहो.’

एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘पूरी दिल्ली को तबाह करने पर उतरी है बीजेपी. ये किसी भी सरकार द्वारा की जा रही अब तक की सबसे बड़ी तबाही है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)