हैदराबाद: 17 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार, दो नाबालिगों समेत तीन गिरफ़्तार

सर्वाइवर के पिता की शिकायत पर पुलिस ने सामूहिक बलात्कार और पॉक्सो की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. मीडिया के मुताबिक़, एक आरोपी सत्तारूढ़ टीआरएस के नेता का बेटा है.

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(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

सर्वाइवर के पिता की शिकायत पर पुलिस ने सामूहिक बलात्कार और पॉक्सो की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. मीडिया के मुताबिक़, एक आरोपी सत्तारूढ़ टीआरएस के नेता का बेटा है.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

हैदराबाद: हैदराबाद में 17 वर्षीय एक लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार मामले में दो नाबालिगों को शनिवार को हिरासत में ले लिया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी.

पुलिस की ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, पांच आरोपियों में से 18 वर्षीय एक युवक को तीन जून को गिरफ्तार कर लिया गया था.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस मामले में अब तक दो नाबालिगों समेत कुल तीन आरोपियों को हिरासत में लिया जा चुका है.  पुलिस के अनुसार, दोनों नाबालिगों की सुरक्षित हिरासत के लिए उन्हें एक किशोर अदालत में पेश किया जाएगा.

बताया जा रहा है कि अपराध में शामिल लड़के शहर के ‘राजनीतिक रूप से प्रभावशाली’ परिवारों से ताल्लुक रखते हैं. लड़के ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के आयु वर्ग के बताए जा रहे हैं.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में एक सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेता का बेटा है.

28 मई को हुई इस घटना के बारे में तब चला जब लड़की के पिता ने 31 मई मंगलवार को जुबली हिल्स पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई.

द न्यूज़ मिनट के अनुसार, उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि उनकी बेटी शनिवार दोपहर जुबली हिल्स के एक पब में गई थी. शाम करीब साढ़े पांच बजे जब वह पब से निकल रही थी तो लड़कों के एक समूह ने उसे घर छोड़ने की पेशकश की. वह उनके साथ एक लाल रंग की मर्सिडीज कार में सवार हुई. इसके बाद लड़कों के एक और समूह ने एक इनोवा कार में उनका पीछा किया.’

उन्हने आगे बताया, ‘बाद में उन्होंने मेरी बेटी के साथ बदसलूकी और उसकी गर्दन पर भी मामूली चोटें आई हैं. तब से मेरी बेटी गहरे सदमे में है और उन बातों को ठीक से बताने की स्थिति में नहीं है.’

एनडीटीवी ने पुलिस के हवाले से बताया, ‘इसके बाद लड़के गाड़ी को जुबली हिल्स में एक सुनसान जगह पर लेकर  गए जहां उन्होंने कथित तौर पर कार के अंदर लड़की के साथ बारी-बारी से बलात्कार किया, जबकि कुछ अन्य कार के बाहर पहरा दे रहे थे. हमले से पहले कार पेस्ट्री की एक दुकान पर रुकी थी.’

शुक्रवार रात एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुलिस उपायुक्त (पश्चिम क्षेत्र) जोएल डेविस ने बताया कि सर्वाइवर के पिता की शिकायत पर महिला की गरिमा भंग करने और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

डेविस ने आगे कहा, ‘लड़की को नाबालिग होने के चलते शहर पुलिस के महिलाओं और बच्चों के लिए बनाए गए ‘भरोसा’ सहायता केंद्र भेजा गया, जहां उसका बयान दर्ज किया गया.’

अधिकारी ने कहा कि लड़की के बयान के आधार पर आईपीसी की धारा 376 डी (सामूहिक बलात्कार) और पॉक्सो अधिनियम की अन्य संबंधित धाराओं को लागू करके मामले को बदल दिया गया. उन्होंने यह भी बताया कि लड़की आरोपी की पहचान नहीं कर सकी क्योंकि वो उन्हें नहीं जानती थी.

उन्होंने कहा कि जांच टीमों ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्य एकत्र किए हैं और उनका विश्लेषण कर पांच लोगों की पहचान की है.

उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की है, जबकि कांग्रेस सर्वदलीय बैठक बुलाने के लिए कह रही है.

तेलंगाना भाजपा के अध्यक्ष एवं सांसद बांदी संजय कुमार ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को एक खुला पत्र लिखकर सीबीआई जांच कराने की मांग की है. इसके साथ ही विपक्षी दल और महिला अधिकार संगठन राज्य सरकार पर दबाव बना रहे हैं.

मीडिया में प्रकाशित खबरों का हवाला देते हुए भाजपा ने आरोप लगाया है कि ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेताओं के रिश्तेदार इस वारदात में शामिल हैं.

गौरतलब है कि एआईएमआईएम और सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के बीच अच्छे राजनीतिक संबंध हैं. प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद मल्लू रवि ने आरोप लगाया है कि राज्य में महिलाओं की हत्या और यौन उत्पीड़न के मामले बढ़ गए हैं.

प्राथमिकी दर्ज होने में देरी पर एनसीपीसीआर ने पुलिस से जवाब मांगा

इस बीच, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने सामूहिक बलात्कार मामले में प्राथमिकी दर्ज करने में हुई देरी को लेकर पुलिस से स्पष्टीकरण मांगा है.

आयोग ने हैदराबाद के एक पब में नाबालिगों को प्रवेश देने के मामले में पब प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने को भी कहा है.

पीड़िता के साथ 28 मई को कथित तौर पर पांच लोगों ने बलात्कार किया था, जिनमें से तीन नाबालिग हैं. घटना से पहले वह दिन में पब में आयोजित एक पार्टी में शामिल हुई थी.

हैदराबाद पुलिस को शुक्रवार को जारी एक पत्र में एनसीपीसीआर ने कहा, ‘आयोग ने इसका संज्ञान लिया है कि घटना कथित तौर पर 28 मई 2022 को हुई, लेकिन प्राथमिकी तीन बाद 31 मई 2022 को दर्ज की गई. प्राथमिकी दर्ज करने में हुई देरी चिंता का विषय है. इसके कारण बताए जाएं और गलती करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई कर आयोग को इससे अवगत कराया जाए.’

एनसीपीसीआर ने पुलिस से यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि जांच के दौरान पीड़िता की पहचान गुप्त रखी जाए. पुलिस के अनुसार, लड़की के पिता ने 31 मई को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके साथ छेड़छाड़ की गई हो सकती है, लेकिन असल में क्या हुआ, वह इसका खुलासा नहीं कर सकती क्योंकि वह सदमे में है.

आयोग ने कहा कि पब द्वारा नाबालिगों को प्रवेश देना भी गंभीर चिंता का विषय है.

एनसीपीसीआर ने कहा, ‘इसलिए पब प्रबंधन के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए और इसकी जानकारी आयोग को दी जानी चाहिए.’ आयोग ने पत्र प्राप्त होने के सात दिन के भीतर पुलिस से मामले की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)