महिला विरोधी बॉडी-स्प्रे के विज्ञापन को सरकार ने ट्विटर और यूट्यूब से हटाने को कहा

ब्रॉडी स्प्रे ब्रांड ‘लेयर’ के ‘शॉट’ परफ्यूम के विज्ञापन से जुड़े दो वीडियो पर सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक बड़े वर्ग ने आपत्ति जताई थी. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह विज्ञापन महिलाओं के ख़िलाफ़ यौन हिंसा को बढ़ावा देता है. इन विज्ञापनों पर दिल्ली महिला आयोग के अलावा फ़रहान अख़्तर, ऋचा चड्ढा और स्वरा भास्कर जैसे कलाकारों ने आपत्ति जताई थी.

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विवादास्पद विज्ञापन का स्क्रीनग्रैब.

ब्रॉडी स्प्रे ब्रांड ‘लेयर’ के ‘शॉट’ परफ्यूम के विज्ञापन से जुड़े दो वीडियो पर सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक बड़े वर्ग ने आपत्ति जताई थी. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह विज्ञापन महिलाओं के ख़िलाफ़ यौन हिंसा को बढ़ावा देता है. इन विज्ञापनों पर दिल्ली महिला आयोग के अलावा फ़रहान अख़्तर, ऋचा चड्ढा और स्वरा भास्कर जैसे कलाकारों ने आपत्ति जताई थी.

विवादास्पद विज्ञापन का स्क्रीनग्रैब.

नई दिल्ली/मुंबई: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने शनिवार को ट्विटर और यूट्यूब को अपने-अपने सोशल मीडिया मंच से एक ब्रॉडी स्प्रे ब्रांड के उन विज्ञापनों के वीडियो हटाने को कहा, जिसने कथित तौर पर ‘सामूहिक बलात्कार को बढ़ावा देने वाली संस्कृति’ को लेकर आक्रोश पैदा किया है.

ट्विटर और यूट्यूब को भेजे पत्र में मंत्रालय ने कहा है कि ये वीडियो ‘शालीनता और नैतिकता के हित में महिलाओं के चित्रण के प्रति हानिकारक’ हैं और सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशा-निर्देश एवं डिजिटल मीडिया आचार संहिता) का उल्लंघन हैं.

ब्रॉडी स्प्रे ब्रांड लेयर (LAYER’R) के ‘शॉट’ (Shot) परफ्यूम के विज्ञापन से जुड़े दो वीडियो पर सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक बड़े वर्ग ने आपत्ति जताई थी. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह विज्ञापन महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा को बढ़ावा देता है.

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, ‘सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के संज्ञान में आया है कि सोशल मीडिया पर एक ब्रॉडी स्प्रे ब्रांड का अनुचित और अपमानजनक विज्ञापन प्रसारित हो रहा है. मंत्रालय ने ट्विटर और यूट्यूब से इस विज्ञापन से जुड़े सभी वीडियो को तुरंत हटाने के लिए कहा है.’

ट्विटर और यूट्यूब को भेजे पत्र में मंत्रालय ने कहा है कि भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने भी संबंधित वीडियो को अपने दिशा-निर्देशों के खिलाफ पाया है. मंत्रालय के मुताबिक, एएससीआई ने विज्ञापनदाता को संबंधित विज्ञापन को तत्काल वापस लेने का निर्देश दिया है.

विज्ञापन क्षेत्र के नियामक द एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई), लेयर शॉट के विवादास्पद विज्ञापनों को निलंबित कर दिया है, ने कहा है कि यह विज्ञापन उसकी नीतियों का ‘संभावित रूप से गंभीर उल्लंघन’ करता था.

विज्ञापन पर पाबंदी के लिए दिल्ली महिला आयोग ने केंद्रीय मंत्री ठाकुर को लिखा पत्र

दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर को पत्र लिखकर मीडिया पर चलाए जा रहे एक महिला विरोधी विज्ञापन को हटाए जाने की मांग की थी.

आयोग ने शनिवार को कहा कि विज्ञापन से ‘सामूहिक बलात्कार की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है’ और मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस भी जारी किया गया है.

आपत्तिजनक विज्ञापन का वर्णन करते हुए पत्र में कहा गया है, ‘दिल्ली महिला आयोग को एक परफ्यूम ब्रांड का महिला विरोधी विज्ञापन मिला है.’

द मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, आयोग की ओर से कहा गया है, ‘उक्त विज्ञापन में एक लड़का और एक लड़की दिखाई दे रहे है, जो जाहिर तौर पर कपल है और बिस्तर पर बैठे हैं, जब चार और लड़के कमरे में प्रवेश करते हैं. एक लड़का पूछता है, ‘शॉट मारा लगता है!’, बिस्तर पर बैठा लड़का कहता है, ‘हा मारा ना’. फिर पहला लड़का ‘अब हमारी बारी’ कहता है और लड़की की ओर बढ़ता है. लड़की घटनाओं की श्रृंखला से हैरान और असहज दिखाई देती है. इसके बाद लड़का ‘शॉट’ नामक बॉडी स्प्रे की एक बोतल उठाता है. और लड़की राहत महसूस करती है.’

आयोग के अनुसार, ‘यह विज्ञापन स्पष्ट रूप से महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ यौन हिंसा को बढ़ावा दे रहा है और पुरुषों में एक बलात्कारी मानसिकता को प्रोत्साहित कर रहा है. आयोग ने लिखा, ‘विज्ञापन शर्मिंदा करने योग्य है और इसे मास मीडिया पर चलाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.’

ठाकुर को लिखे अपने पत्र में डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने विज्ञापन पर प्रतिबंध लगाने के लिए मंत्रालय से तत्काल कार्रवाई की मांग की.

उन्होंने यह भी कहा कि कुछ जांच और संतुलन सुनिश्चित करने के लिए मजबूत तंत्र बनाया जाना चाहिए कि बलात्कार संस्कृति को बढ़ावा देने वाले ऐसे ‘भद्दे’ विज्ञापन फिर कभी नहीं दिखाए जाएं.

उन्होंने परफ्यूम ब्रांड पर भारी जुर्माना लगाने की भी मांग की, ताकि अन्य कंपनियां ‘सस्ते प्रचार के लिए ऐसी गंदी रणनीति’ नहीं अपनाएं. दिल्ली पुलिस को नौ जून तक मामले में की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट देने को कहा गया है.

मालीवाल ने कहा, ‘यह कैसी रचनात्मक प्रक्रिया है जो विषाक्त पुरुषत्व को सबसे खराब रूप ढंग से बढ़ावा देती है और सामूहिक बलात्कार की संस्कृति को प्रोत्साहित करती है? प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए, ऐसे विज्ञापनों को बंद कर दिया जाना चाहिए.’

मालीवाल ने कहा कि इस कंपनी पर सबसे कठोर जुर्माना लगाया जाना चाहिए. इस मामले में और समय बर्बाद किए बिना दिल्ली पुलिस और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.

फरहान, ऋचा और स्वरा जैसे कलाकारों ने ने ब्रॉडी स्प्रे के विज्ञापनों पर कड़ी आपत्ति जताई

अभिनेता फरहान अख्तर, ऋचा चड्ढा और स्वरा भास्कर ने विज्ञापनों के जरिये ‘सामूहिक बलात्कार की संस्कृति’ को बढ़ावा देने को लेकर शनिवार को ब्रॉडी स्प्रे ब्रांड ‘लेयर’ की आलोचना की.

ब्रॉडी स्प्रे ब्रांड लेयर शॉट के दो विज्ञापनों ने सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक बड़े वर्ग को आक्रोशित कर दिया है जिन्होंने दावा किया कि संबंधित विज्ञापन महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा को बढ़ावा देते हैं.

अख्तर ने ट्विटर पर कहा कि ‘बेस्वाद’ विज्ञापनों से जुड़े लोगों को शर्म आनी चाहिए.

अभिनेता ने लिखा, ‘इन बदबूदार बॉडी स्प्रे ‘सामूहिक बलात्कार’ के सहज विज्ञापनों को सोचने, स्वीकृत करने और बनाने के लिए अविश्वसनीय रूप से बेस्वाद और विकृत दिमाग की जरूरत है !! शर्मनाक.’

वहीं, चड्ढा ने कहा कि विज्ञापन लाने वाले ब्रांड और एजेंसी दोनों पर ‘उस गंदगी के लिए मुकदमा चलाया जाना चाहिए जो वे परोस रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘यह विज्ञापन कोई दुर्घटना नहीं है. एक विज्ञापन बनाने के लिए, कोई ब्रांड निर्णय लेने के कई चरणों से गुजरता है. क्रिएटिव, स्क्रिप्ट, एजेंसी, क्लाइंट, कास्टिंग… क्या हर कोई सोचता है कि बलात्कार एक मजाक है?’

वहीं, हैदराबाद सामूहिक बलात्कार मामले का जिक्र करते हुए भास्कर ने कहा कि उन्हें ये विज्ञापन अत्यंत घृणित दिखाई देते हैं.

गायिका सोना मोहात्रा ने विज्ञापनों की आलोचना की और लिखा, ‘थीम – सामूहिक बलात्कार. मैंने इसे अपने ट्विटर टाइमलाइन पर यहां देखा और सोच रही थी कि क्या उन्हें अतिरिक्त प्रचार देना निकृष्ट है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)