एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के मुताबिक, राजनीतिक दलों के आय-व्यय में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए ऑडिट दिशानिर्देश पर अमल नहीं हो रहा है.
कोलकाता: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि राजनीतिक दलों के आय-व्यय में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए ऑडिट दिशा-निर्देश मुख्य रूप से कागजों पर ही है. दूसरी तरफ भाजपा और कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियों की घोषित संपत्तियों में भारी उछाल आया है.
एडीआर ने एक रिपोर्ट में आज कहा, राजनीतिक दलों के आय-व्यय में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग द्वारा समर्थित राजनीतिक दलों के ऑडिटिंग पर आईसीएआई का दिशा-निर्देश केवल दिशा-निर्देश ही बना हुआ है और अपनी आमदनी के विवरण का खुलासा करने के लिए जरूरी प्रक्रिया के तौर पर दलों ने सक्रियता से इसे नहीं किया.
एडीआर के प्रमुख अनिल वर्मा द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया, ये दिशा-निर्देश विशिष्ट एसोसिएशन, राजनीतिक दलों के आय, व्यय, संपत्ति और दायित्वों के खुलासे में सुधार के अलावा दलों के वित्तीय बयानों के प्रारूप को मानकीकृत करने के लिए है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि राजनीतिक दलों ने वित्तीय संस्थानों, बैंकों और एजेंसियों के विवरणों का अब तक खुलासा नहीं किया है जिससे उसने कर्ज ले रखा है.
दलों की संपत्ति अरबों में
भाजपा की 2004-05 में घोषित 122.93 करोड़ रुपये की संपत्ति का मूल्य 2015-16 में बढ़कर 893.88 करोड़ रुपये हो गया है. वहीं इसी अवधि में कांग्रेस की संपत्ति 167.35 करोड़ रुपये से बढ़कर 758.79 करोड़ रुपये मूल्य की हो गई.
एडीआर और इलेक्शन वॉच ने चुनाव आयोग के समक्ष पार्टियों द्वारा की गई घोषणा का हवाला देते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि तृणमूल कांग्रेस की संपत्ति इन 11 वर्षों में 0.25 करोड़ रुपये से बढ़कर 44.99 करोड़ रुपये हो गई.
एडीआर के राष्ट्रीय समन्वयक अनिल वर्मा ने बताया कि इसी अवधि में माकपा की संपत्ति का मूल्य 90.55 करोड़ रुपये से बढ़कर 437.78 करोड़ रुपये हो गई. उन्होंने बताया कि इस दौरान वाम दल की संपत्ति में 383.47 प्रतिशत का इजाफा हुआ.
उन्होंने बताया कि भाकपा की संपत्ति में सबसे कम उछाल आया है. पार्टी की संपत्ति 5.56 करोड़ रुपये से बढ़कर 10.18 करोड़ रुपये तक पहुंची है.
वर्मा ने बताया कि बसपा की संपत्ति का मूल्य 43.09 करोड़ रुपये से बढ़कर 559.01 करोड़ रुपये हो गया. राकांपा की संपत्ति 1.6 करोड़ रुपये से बढ़कर 14.54 करोड़ रुपये हो गई.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)