घटना गुमला ज़िले के सदर थाना क्षेत्र स्थित बसुआ गांव की है, जहां एक लड़की को घर छोड़ने के बहाने बाइक पर ले गए दो युवकों ने उसके साथ बलात्कार किया. इसे लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने पहले आरोपियों को पीटा और फिर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी. वहीं, गिरिडीह में परिजनों द्वारा एक बलात्कार पीड़िता को आग लगाने की घटना सामने आई है.
गुमला/गिरिडीह: झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 90 किलोमीटर दूर गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र स्थित बसुआ गांव में बुधवार रात क्रुद्ध ग्रामीणों ने एक नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोपियों -सुनील उरांव व आशीष उरांव- को उनकी बाइक सहित कथित तौर पर आग के हवाले कर दिया, इनमें से एक की अस्पताल में मौत हो गई, जबकि दूसरे की हालत गंभीर है.
दैनिक भास्कर की ख़बर के मुताबिक, ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार लड़की अपने माता-पिता के साथ लोहरदगा के भंडरा गई थी. वापसी में बस का इंतजार करते हुए आरोपी युवक वहां बाइक से गुजरे. उन्होंने लड़की को घर जल्दी छोड़ देने की बात कही और अपने साथ ले गए. शाम सात बजे घर पहुंचने पर माता-पिता को बेटी वहां नहीं मिली. ग्रामीणों के साथ तलाशने पर पड़ोस के गांव में उसे गंभीर अवस्था में पाया गया.
बताया गया कि लड़की ने अपने साथ बलात्कार होने की बात बताई, जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीण आरोपियों को ढूंढकर लाए और उन्हें पीटा. इसके बाद उन्होंने उन पर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी.
गुमला के पुलिस अधीक्षक एहतेशाम वकारीब ने बताया कि सूचना मिलने पर मौक़े पर पहुंची पुलिस ने दोनों युवकों को वहां से किसी तरह निकाला और उन्हें तत्काल सदर अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने पीड़िता को भी चिकित्सिकीय जांच के लिए अस्पताल भेजा.
उन्होंने बताया कि बाद में हालत बिगड़ने पर दोनों आरोपियों को बेहतर इलाज के लिए रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती कराया गया, जहां सुनील उरांव की मौत हो गई. दूसरा आरोपी आशीष उरांव भी बुरी तरह जख्मी है और गंभीर हाल में है.
उन्होंने बताया कि पीड़िता और दोनों आरोपी बसुआ गांव की ही रहने वाले हैं.
पुलिस ने कहा कि जिन ग्रामीणों ने आरोपी युवकों के साथ मारपीट की और उन्हें जलाने का प्रयास किया है, उनके विरुद्ध भी मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि किसी भी व्यक्ति को क़ानून अपने हाथ में लेने का कोई अधिकार नहीं है .
उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद पुलिस गांव में कैंप कर रही है और ग्रामीणों के साथ बातचीत कर उत्पन्न तनाव को समाप्त करने का प्रयास कर रही है.
गिरिडीह में परिजनों ने बलात्कार का शिकार हुई महिला को आग लगाई, हालत गंभीर
उधर, गिरिडीह जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र स्थित महुआर में बुधवार रात को एक बलात्कार पीड़िता को उसके जेठ एवं अन्य परिजनों ने ही मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी, जिससे वह बुरी तरह झुलस गईं.
पुलिस सूत्रों ने बताया है कि बेंगाबाद थाना क्षेत्र के महुआर गांव की एक महिला शौच के लिए बीती रात खेत में गई थीं, जहां सुनील चौधरी नामक व्यक्ति ने उसके साथ बलात्कार किया.
उन्होंने बताया कि महिला के शोर मचाने पर उसके परिजन और आस-पड़ोस के लोग इकट्ठा हो गये, जिससे आरोपी बलात्कारी मौके से फरार हो गया.
गिरिडीह के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) अनिल कुमार सिंह के अनुसार, महिला ने बताया कि खेत से उसे घर लाने के बाद उसके जेठ व परिवार के लोगों ने उसकी मदद करने की बजाय उसके शरीर पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गयी.
सिंह ने पीड़िता के हवाले से बताया कि उनका पति मानसिक रूप से कमजोर है, जिसके चलते परिवार में उसका कोई प्रभाव नहीं है और पति की उपस्थिति में ही उन्हें घरवालों ने जला दिया.
उन्होंने बताया कि महिला को गंभीर हालत में इलाज के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
गिरिडीह एसडीपीओ ने बताया कि महिला से बलात्कार के आरोपी सुनील चौधरी को पुलिस ने गुरुवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि महिला को जलाने वाले उनके परिजन गांव से फरार हैं. सभी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)