जम्मू कश्मीर: सांप्रदायिक तनाव के बाद रामबन में इंटरनेट सेवा बहाल; भद्रवाह में कर्फ्यू जारी

भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर बीते नौ जून को प्रदर्शन के दौरान जम्मू कश्मीर के भद्रवाह में तनाव फैल गया था. डोडा के कई अन्य हिस्सों और नज़दीकी किश्तवाड़ ज़िले में एहतियाती क़दम के तौर पर निषेधाज्ञा के तहत सख़्त पाबंदियां लागू हैं, लेकिन बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों को वैध पहचान-पत्र तथा प्रवेश-पत्र दिखाकर आने-जाने दिया जा रहा है.

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Jammu: Army personnel stand guard at Gujjar Nagar area during a curfew, imposed on the third day after the clash between two communities over the protest against the Pulwama terror attack, in Jammu, Sunday, Feb. 17, 2019. (PTI Photo)(PTI2_17_2019_000035B)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर बीते नौ जून को प्रदर्शन के दौरान जम्मू कश्मीर के भद्रवाह में तनाव फैल गया था. डोडा के कई अन्य हिस्सों और नज़दीकी किश्तवाड़ ज़िले में एहतियाती क़दम के तौर पर निषेधाज्ञा के तहत सख़्त पाबंदियां लागू हैं, लेकिन बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों को वैध पहचान-पत्र तथा प्रवेश-पत्र दिखाकर आने-जाने दिया जा रहा है.

Jammu: Army personnel stand guard at Gujjar Nagar area during a curfew, imposed on the third day after the clash between two communities over the protest against the Pulwama terror attack, in Jammu, Sunday, Feb. 17, 2019. (PTI Photo)(PTI2_17_2019_000035B)
(फाइल फोटो: पीटीआई)

रामबन/भद्रवाह: जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में लैंडलाइन और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं, जबकि डोडा जिले के भद्रवाह शहर में सांप्रदायिक तनाव के बाद सोमवार को लगातार पांचवें दिन भी कर्फ्यू लागू है.

अधिकारियों ने बताया कि डोडा के कई अन्य हिस्सों और नजदीकी किश्तवाड़ जिले में एहतियाती कदम के तौर पर निषेधाज्ञा के तहत सख्त पाबंदियां लागू हैं, लेकिन बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों को वैध पहचान-पत्र तथा प्रवेश-पत्र दिखाकर आने-जाने दिया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि रामबन जिले में रविवार देर रात ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल की गईं, जो सांप्रदायिक तनाव के मद्देनजर नौ जून से निलंबित थीं.

भाजपा से निलंबित एक नेता की हाल में की गई टिप्पणियों और कुछ दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने से यह सांप्रदायिक तनाव पैदा हुआ था.

अधिकारियों ने बताया कि रामबन में इंटरनेट सेवाएं बहाल किए जाने से एक दिन पहले निषेधाज्ञा वापस ली गई.

हालांकि, उन्होंने कहा कि डोडा और किश्तवाड़ दोनों जगह एहतियाती कदम के तौर पर सेवाएं निलंबित हैं. भद्रवाह में लाउडस्पीकर वाले पुलिस वाहनों से लोगों को घरों के भीतर रहने की सुबह से कई घोषणाएं की गई हैं.

वहीं बोर्ड परीक्षाएं दे रहे छात्रों को वैध पहचान-पत्र और प्रवेश-पत्र दिखाकर परीक्षा केंद्र तक जाने के लिए कहा गया है.

शिक्षा विभाग के अधिकारी राणा आरिफ ने कहा, ‘प्रशासन के निर्देशों के अनुसार, 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं दे रहे छात्रों की बिना बाधा के आवाजाही के लिए प्रवेश-पत्रों को कर्फ्यू पास के तौर पर माना जा रहा है.’

विभिन्न समुदायों के बीच बैठकों के समन्वय और छात्रों के मुद्दों को हल करने के लिए नियुक्त जनसंपर्क अधिकारी आरिफ ने कहा कि लगभग सभी छात्र और कर्मचारी समय पर परीक्षा केंद्र पहुंच गए हैं.

अधिकारियों ने बताया कि डोडा, डोडा जिले के गंडोह और थांथरी शहरों के साथ ही किश्तवाड़ शहर में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत पाबंदियां लगी हुई हैं.

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘स्थिति नियंत्रण में है और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.’

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, सूत्रों ने कहा कि जिला प्रशासन दोनों समुदायों के प्रमुखों और प्रमुख नागरिकों के साथ बैठक कर स्थिति को शांत करने का प्रयास कर रहा है.

डोडा के उपायुक्त विकास शर्मा ने कहा कि स्थिति सामान्य है और नियंत्रण में है, समुदाय के बुजुर्गों और प्रमुख नागरिकों के साथ बैठक कर स्थिति को शांत करने का प्रयास किया जा रहा है.

भद्रवाह में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने कहा, ‘सब कुछ शांतिपूर्ण है. लोगों से सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने का अनुरोध किया जाता है. डोडा और किश्तवाड़ में अभी भी प्रतिबंध हैं. हम स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं.’

एडीजीपी (जम्मू जोन) मुकेश सिंह ने कहा, ‘हम सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रहे हैं और कुछ सुझाव दिए गए हैं जिन पर गौर किया जाएगा.’

उन्होंने कहा कि 12वीं कक्षा की परीक्षा में बैठने वाले छात्रों और मरीजों की आवाजाही की अनुमति देने और मेडिकल की दुकानें खोलने के निर्देश जारी किए गए हैं.

इस बीच बीते ​रविवार को सांप्रदायिक तनाव भड़काने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जिसकी पहचान आदिल गफूर गनई के रूप में हुई. वह डोडा जिले के कर्फ्यू वाले भद्रवाह कस्बे में चिनार मोहल्ला इलाके में रहता है.

अधिकारियों ने कहा कि गनई पर नौ जून को मरकज़ी जामिया मस्जिद भद्रवाह से एक भड़काऊ भाषण देने का आरोप है, जो हाल ही में निलंबित भाजपा नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर कथित रूप से की गई विवादास्पद टिप्पणी और उनके समर्थन में कुछ स्थानीय दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं द्वारा की गई सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ एक रैली के दौरान दिया गया था.

भड़काऊ भाषण के आरोप में पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295-ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, किसी के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उस वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से) और धारा 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया है.

अधिकारियों ने कहा कि गनई इस मामले में गिरफ्तार किया गया पहला व्यक्ति है. दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं सहित अन्य आरोपियों को भी पकड़ने के लिए शहर में कई अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की गई.

मालूम हो कि डोडा के भद्रवाह में बीते नौ जून को विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था, जब बड़ी संख्या में लोगों ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी को लेकर धरना दिया था. इस दौरान उत्पन्न तनाव के मद्देनजर जम्मू कश्मीर में डोडा और किश्तवाड़ जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया था. वहीं, रामबन, भद्रवाह तथा किश्तवाड़ शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं थी.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर विरोध-प्रदर्शन के दौरान कथित भड़काऊ भाषणबाजी से भद्रवाह इलाके में तनाव फैल गया था. भड़काऊ भाषणों के कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे.

मालूम हो कि पैगंबर मोहम्मद को लेकर टिप्पणी के लिए भाजपा ने बीते पांच जून को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया और दिल्ली इकाई के प्रवक्ता नवीन जिंदल को निष्कासित कर दिया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)