ज़ी न्यूज़ ने उदयपुर हत्याकांड पर राहुल गांधी के ख़िलाफ़ झूठ फैलाने को लेकर माफ़ी मांगी

समाचार चैनल ज़ी न्यूज़ ने अपने प्राइम टाइम शो ‘डीएनए’ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक बयान चलाकर कहा था कि वह उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को ‘बच्चा’ बता रहे हैं, जबकि उक्त बयान उन्होंने केरल के वायनाड में उनके कार्यालय में तोड़-फोड़ करने वाले एसएफआई कार्यकर्ताओं के संदर्भ में दिया था. शो के प्रस्तोता एंकर रोहित रंजन ने इस पर खेद जताते हुए माफी मांग ली है.

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समाचार चैनल ज़ी न्यूज़ ने अपने प्राइम टाइम शो ‘डीएनए’ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक बयान चलाकर कहा था कि वह उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को ‘बच्चा’ बता रहे हैं, जबकि उक्त बयान उन्होंने केरल के वायनाड में उनके कार्यालय में तोड़-फोड़ करने वाले एसएफआई कार्यकर्ताओं के संदर्भ में दिया था. शो के प्रस्तोता एंकर रोहित रंजन ने इस पर खेद जताते हुए माफी मांग ली है.

ज़ी न्यूज़ के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते कांग्रेस कार्यकर्ता. (फोटो साभार: ट्विटर)

नई दिल्ली/नोएडा: समाचार चैनल जी न्यूज ने बीते दिनों उदयपुर हत्याकांड पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक बयान अपने चैनल पर चलाया था, जिसे लेकर शनिवार को उसने माफी मांगी है, क्योंकि उक्त बयान घटना से संबंधित नहीं था और ‘भ्रामक सूचना’ की श्रेणी में आता था.

न्यूजलॉन्ड्री की रिपोर्ट के मुताबिक, जी न्यूज के प्राइम टाइम शो डीएनए (DNA) ने गांधी का एक वीडियो प्रसारित किया था, जिसमें वह केरल के वायनाड में अपने निर्वाचन क्षेत्र के कार्यालय में तोड़फोड़ के बारे में बात करते नजर आते हैं, लेकिन चैनल ने इस वीडियो और उनके बयान को उदयपुर हत्याकांड पर उनका बयान बताकर चला दिया.

क्लिप चलाने से पहले एंकर रोहित रंजन ने कहा कि गांधी ने उदयपुर की हत्या पर चौंकाने वाली टिप्पणी की थी. रंजन ने कहा, ‘उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा था कि वे उनसे नाराज नहीं हैं.’

क्लिप में, गांधी देश में हिंसा के हालिया उदाहरणों का भी उल्लेख करते हैं और कहते हैं, ‘देश में यह माहौल सत्तारूढ़ सरकार द्वारा बनाया गया है.’

इसके ठीक बाद वीडियो क्लिप कट जाती है और गांधी कहते नजर आते हैं, ‘जिन बच्चों ने यह किया है… उन्होंने गैर-जिम्मेदाराना तरीके से काम किया है. मुझे उनके प्रति कोई गुस्सा या शत्रुता नहीं है… वे बच्चे हैं, मुझे नहीं लगता कि वे इस प्रकार की चीजों के परिणामों को समझते हैं.’

शनिवार को दिन के एक बुलेटिन में चैनल ने माफी मांगते हुए कहा कि क्लिप को गलत संदर्भ में प्रसारित कर दिया गया था.

इस माफी को स्वयं एंकर रोहित रंजन ने भी अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है, ‘कल हमारे शो डीएनए में राहुल गांधी का बयान उदयपुर की घटना से जोड़ कर गलत संदर्भ में चल गया था, ये एक मानवीय भूल थी जिसके लिए हमारी टीम क्षमा प्रार्थी है, हम इसके लिए खेद जताते हैं.’

बता दें कि पिछले हफ्ते केरल पुलिस ने स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया से जुड़े कम से कम 25 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया था. यह कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) (सीपीआईएम) की छात्र इकाई है. वे सुप्रीम कोर्ट के जंगलों के आसपास बफर जोन को अनिवार्य करने संबंधी आदेश पर कांग्रेस की कथित उदासीनता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और गांधी के वायनाड कार्यालय तक उन्होंने मार्च निकाला था.

जी न्यूज के मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन

बहरहाल, शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नोएडा में जी न्यूज के मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया.

प्रदर्शन के दौरान का वीडियो भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवासन बीवी ने अपने ट्विटर हैंडल से साझा करते हुए लिखा है कि देश की बर्बादी के लिए जिम्मेदार मोदी मीडिया के खिलाफ ये लड़ाई का ऐलान है.

शनिवार को नोएडा सेक्टर 16-ए में स्थित फिल्म सिटी में जी न्यूज के दफ्तर के बाहर कांग्रेस नेता ओमवीर यादव के नेतृत्व में पार्टी के कई नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने 2 महिलाओं समेत 19 लोगों को हिरासत में ले लिया.

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि केरल के वायनाड में पार्टी के दफ्तर में हुई तोड़फोड़ के मामले में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान को समाचार चैनल के संपादकों ने तोड़-मरोड़ कर उदयपुर में हुई घटना से जोड़ दिया.

अपर पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) रणविजय सिंह ने बताया कि शनिवार को कांग्रेस पार्टी के उत्तर प्रदेश यूथ के प्रदेश अध्यक्ष ओमवीर यादव के नेतृत्व में कई नेता चैनल के कार्यालय पहुंचे. वे चैनल के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.

उन्होंने बताया कि जनपद में धारा 144 लागू है. बिना अनुमति के विरोध प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है.

अपर पुलिस उपायुक्त ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां से यादव ,दीपक भाटी चोटीवाला, सागर बेनीवाल, वीरेंद्र अग्निहोत्री, राम कुमार तंवर, विजेंद्र यादव, पुरुषोत्तम नागर, संजय शर्मा, विदित चौधरी, ललित अवाना, श्रीमती रेनू सहित 19 लोगों को हिरासत में ले लिया.

यादव ने कहा कि न्यूज़ चैनल के संपादक ने राहुल गांधी के बयान को तोड़ मरोड़ कर दिखाया.

उन्होंने कहा कि न्यूज़ चैनलों को अपनी नैतिकता समझनी चाहिए तथा किसी पार्टी के प्रवक्ता की तरह बर्ताव न करके निष्पक्ष पत्रकारिता करनी चाहिए.