घटना मध्य प्रदेश गुना ज़िले के बमोरी थाना क्षेत्र की है. आरोप है कि आरोपियों ने पीड़ित महिला के परिवार की ज़मीन पर क़ब्ज़ा कर रखा था, जिसे तहसीलदार बमोरी ने मई में ही मुक्त कराकर इस महिला के परिवार को सौंप दिया था. बीते दो जुलाई को महिला इसी खेत में गई हुई थीं, तभी आरोपी पक्ष के लोगों ने उनको खेत में ही जला दिया.
गुना/नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के गुना जिले में भूमि विवाद को लेकर तीन लोगों ने 45 वर्षीय एक आदिवासी महिला पर कथित तौर पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई. यह जानकारी पुलिस ने रविवार को दी है.
गुना के पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि यह घटना शनिवार (दो जुलाई) दोपहर प्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 200 किलोमीटर दूर गुना जिले में बमोरी पुलिस थानांतर्गत धनोरिया गांव में हुई और रामप्यारी बाई नाम की इस महिला की हालत गंभीर बनी हुई है.
उन्होंने कहा कि अब तक दो महिलाओं समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
आरोपियों द्वारा इस घटना का कथित रूप से एक वीडियो भी बनाया गया है, जो सोशल मीडिया पर देखा गया है. इसमें नजर आ रहा है एक खेत में इस महिला के शरीर पर आग लगी हुई है, जिससे उसके चारों तरफ धुआं हो गया है. यह महिला दर्द से कराह रही है और वीडियो बनाने वाले यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि इस महिला ने खुद पर आग लगाई है, हम तो वीडियो बना लेते हैं.
श्रीवास्तव ने बताया कि 45 वर्षीय आदिवासी महिला के पति अर्जुन सहरिया ने पुलिस को शिकायत में कहा कि शनिवार दोपहर दो बजे जब वह अपने खेत में पहुंचे तो उसकी पत्नी रामप्यारी बाई खेत में जली हुई अवस्था में मिलीं और उन्होंने पूछने पर बताया कि गांव के तीन लोगों प्रताप, हनुमत और श्याम किरार ने उन्हें जलाया है.
उन्होंने कहा कि पीड़ित महिला के परिवार का इन आरोपियों के साथ जमीन संबंधी विवाद चल रहा है. आरोप है कि आरोपियों ने इस महिला के परिवार की जमीन पर कब्जा कर रखा था, जिसे तहसीलदार बमोरी ने मई में ही मुक्त कराकर इस महिला के परिवार के सुपुर्द कर दिया था.
श्रीवास्तव ने बताया कि यह महिला इसी खेत में गई हुई थी, तभी आरोपी पक्ष के ये लोग आए और उन्होंने उनको खेत में ही जला दिया.
उन्होंने कहा कि महिला की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस के अनुविभागीय अधिकारी युवराज सिंह ने बताया, ‘पीड़ित महिला रामप्यारी बाई की हालत गंभीर बनी हुई है. भोपाल के सरकारी हमीदिया अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.’
डॉक्टरों की टीम उसकी निगरानी कर रही है. उन्होंने बताया कि वह करीब 80 प्रतिशत तक जली हुई हैं. उनकी हालत अभी स्थिर है. उसकी लगातार निगरानी की जा रही है.
पुलिस ने दो महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया
गुना जिले में भूमि विवाद में एक आदिवासी महिला को कथित तौर पर आग लगा कर मारने का प्रयास करने की साजिश में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.
एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि घटना जिले के बमोरी थाना क्षेत्र के धनोरिया गांव में शनिवार दोपहर की है. इस सिलसिले में पुलिस ने अब तक दो महिलाओं सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
युवराज सिंह ने बताया कि पीड़ित महिला ने कहा है कि प्रताप धाकड़ (35 वर्ष), श्याम धाकड़ (35 वर्ष) और हनुमत धाकड़ (25 वर्ष) नाम के तीन लोगों ने उन्हें आग लगा दी.
उन्होंने बताया कि घटना की सिलसिले में रविवार को तीन पुरुषों और दो महिलाओं अवंती बाई (50 वर्ष) और सुदामा बाई (35 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया है.
एसपी ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) सहित अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
भाजपा शासित मध्य प्रदेश में महिला को जलाने की घटना शर्मनाक: जयराम रमेश
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह शर्मनाक है कि 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में एक आदिवासी को मैदान में उतारने वाली पार्टी के शासन वाले राज्य में एक आदिवासी महिला को जलाया जाता है.
A party that puts up Draupadi Murmu for the Presidential election allows such a terrible atrocity on a tribal woman. SHAMEFUL! https://t.co/2Us49Fa4BU
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 3, 2022
कांग्रेस महासचिव रमेश ने ट्वीट किया, ‘एक पार्टी जो द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव के लिए खड़ा करती है, वह एक आदिवासी महिला पर इस तरह के भयानक अत्याचार होने देती है. शर्मनाक.’
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है, ‘गुना जिले की बमोरी तहसील के ग्राम धनोरिया में कांग्रेस शासन काल में साढ़े छह बीघा जमीन अर्जुन सहरिया को आवंटित हुई थी, जिस पर वह तब से खेती करता रहा. पिछले वर्ष उसी ग्राम के कुछ दबंगों ने उसकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया. कई बार शिकायत करने पर उसे मई के महीने में तहसीलदार द्वारा कब्जा दिया गया, लेकिन दबंग लोग उसे डराते धमकाते रहे.’
कई बार शिकायत करने पर उसे मई के महीने में तहसीलदार द्वारा क़ब्ज़ा दिया गया। लेकिन दबंग लोग उसे डराते धमकाते रहे। अर्जुन ने २३ जून को थाने में उसे जान से मारे जाने की दी गई धमकी की रिपोर्ट की। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
2/n @INCMP@CMMadhyaPradesh— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 3, 2022
उन्होंने आगे कहा, ‘अर्जुन ने 23 जून को थाने में उसे जान से मारे जाने की दी गई धमकी की रिपोर्ट की, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.’
सिंह ने कहा, शनिवार को अर्जुन के खेत पर दबंग कब्जा कर उस पर ट्रैक्टर चला रहे थे. अर्जुन की पत्नी रामप्यारी बाई के मना करने पर उस पर डीजल डाल कर जिंदा जला दिया. रामप्यारी मेरे निर्वाचन क्षेत्र राघौगढ़ के ग्राम भुलांय की हैं.
वहॉं जो घटना हुई वो आप अर्जुन सहरिया की ज़ुबानी सुनिए। शासन से मेरी मॉंग है कि रामप्यारी का पूरा इलाज मुफ़्त में करवाया जाए। ₹१० लाख का मुआवज़ा दिया जाए। दोषियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाए।
4/n @INCMP @CMMadhyaPradesh— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 3, 2022
उन्होंने कहा, ‘शासन से मेरी मांग है कि रामप्यारी का पूरा इलाज मुफ्त में करवाया जाए. 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए और दोषियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाए.’
वहीं, इस घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने रविवार को मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार पर हमला किया.
Blood-curdling visuals of a tribal woman being set ablaze in @BJP4MP run MP, who is now battling for her life.
For how long will these brutalities continue?@BJP4India, why are you silent now? Your electoral priorities are clear to all!https://t.co/wwgKQaHj0v
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) July 3, 2022
टीएमसी ने ट्वीट कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से पूछा कि, ‘ये बर्बरता कब तक जारी रहेगी. अब आप (भाजपा) चुप क्यों हैं? आपकी चुनावी प्राथमिकताएं सभी के लिए स्पष्ट हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)